कैसे शपथ लेते ही एक्शन में आए Yogi.? कैसे हुआ यूपी में अपराध और माफिया का खात्मा.? कैसे यूपी में गरीबों के मसीहा बन गए योगी.?
Lucknow : एक साधु, जो मठ से निकलकर सियासत के मैदान में उतरा… एक योगी, जो कानून के राज से अराजकता को कुचलने निकला. 2017 से उत्तर प्रदेश की कमान संभालते हुए योगी आदित्यनाथ ने एक ऐसे राज्य को नया जीवन दिया, जो कभी BIMARU की श्रेणी में सिमटा था. शिक्षा, स्वास्थ्य और विकास में सबसे पिछड़ा था. अपराध चरम पर था… अराजक तत्वों का बोलबाला था. हिंसा, कत्लेआम राज्य की पहचान बन चुका था. दिन में भी महिलाओं का घर से निकलना नामुमकिन सा था. गरीबों की कोई सुनता नहीं था. एक खास जाति, एक खास धर्म को ही महत्व दिया जाता था. लेकिन आज, 2025 में… वही राज्य भारत की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है. बुलडोजर एक्शन जैसी नीतियों से दूसरे राज्यों के लिए रोल मॉडल बन चुका है… किसकी वजह से. जवाब सिर्फ एक… Yogi Adityanath की वजह से.
अपराध में नंबर-1 था यूपी

‘योगीराज’… ये तो हम सब जानते हैं कि एक समय पर अपराध में कोई राज्य नंबर वन पर था तो वो उत्तर प्रदेश था. रात तो छोड़िए, दिन दहाड़े लूटपाट, कत्लेआम, हिंसा, महिला उत्पीड़न, अपहरण, बलात्कार जैसी वारदातों ने राज्य को दुनियाभर में बदनाम कर रखा था. सुबह के वक्त कोई काम पर निकलता था तो शाम को उसके वापस लौटने की कोई गारंटी नहीं होती थी. बदमाशों की बदमाशी और मनचलों की मनमानियां चरम पर थीं. महिलाएं न सड़कों पर सुरक्षित थीं न घरों में. व्यापारी वर्ग को रंगदारी का डर सताता था. आए दिन पलायन की खबरें सुर्खियों में होती थीं. अपराधियों के खौफ का आलम ये था कि लोग पुलिस के पास जाने से भी कतराते थे. क्योंकि रक्षक ही तब भक्षक का किरदार निभाते थे. पैसे वालों का डंका बजता था… पुलिस भी उनकी ही सुनती थी. कुल मिला कर यूपी के लोगों की हर उम्मीद दम तोड़ चुकी थी. लेकिन वो कहते हैं ना कि “हर अंधेरी रात के बाद सवेरा ज़रूर होता है”. यूपी में वो सवेरा थोड़ी देर से हुआ, लेकिन जब हुआ तो सारी दुनिया देखती रह गई. यूपी में एक योगी गरीबों का मसीहा बनकर आया और पूरे प्रदेश का कायाकल्प कर दिया.
24 घंटे में एक्शन शुरू
लोकभवन में शपथ लेते ही योगी ने पहला संदेश दिया… ‘सबका साथ, सबका विकास’. लेकिन शुरुआत ही क्रांतिकारी थी. पहले 24 घंटों में 30 बड़े फैसले लिए…
अवैध बूचड़खाने बंद,
एंटी-रोमियो स्क्वॉड गठन और
VIP कल्चर का अंत – लाल बत्ती हटाई.
दशकों से अपराध के हाथों खून के आंसु रो रहे यूपी तो Yogi Adityanath ने शून्य सहनशीलता का नारा दिया और UP में अपराध पर लगाम लगाने का काम किया. पहले ही साल 2017 में योगीराज का असर भी देखने को मिला. योगी ने अपराधियों को सख्त संदेश दिया… ‘अपराध छोड़ दो या यूपी’. लेकिन शुरुआत में बड़े-बड़े नेताओं और सियासी दलों की सरपरस्ती में अपराधी और माफियाओं को उनकी बात मजाक लग रही थी. अपराध जगत के सूरमाओं को लग रहा था कि एक मठ से आया एक छोटे से कद का साधु भला हमारा क्या बिगाड़ लेगा.? लेकिन धीरे-धीरे उनकी सारी गलतफहमियां दूर हो गईं. साधु के बुलंद इरादे और अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति असर दिखाने लगी. पहले ही साल में 2,000 से ज्यादा एनकाउंटर, 10,000 से ज्यादा माफिया गिरफ्तार हुए. यूपी में दशकों से चला आ रहा जंगलराज खत्म हुआ और यूपी में कानून का राज लौटा.
2017 से 2022 का योगीराज

यूपी में योगी सरकार गरीबों का मसीहा बनकर उभरी… मोदी-योगी की जोड़ी जनता को पसंद आने लगी. डबल इंजन की सरकार जनकल्याण के काम करने लगी. फ्री राशन योजना 3 महीने बढ़ाई जिससे प्रदेश के 80 करोड़ लोगों को लाभ पहुंचा. दर्जनों एक्सप्रेसवे बनाए जिसने UP को कनेक्टिविटी का हब बनाया. 2019 में शांतिपूर्वक तरीके से राम मंदिर आंदोलन को समर्थन और 2024 में इसका भव्य उद्घाटन योगीराज में तो संभव हुआ. गरीबों के लिए जहां योगी नरम रहे तो वहीं अपराधियों की सख्ती से नकेल भी कसते रहे. योगीराज में बुलडोजर ऐसा चला कि माफियाराज थर-थर कांपने लगा.
पहला कार्यकाल रहा बेमिसाल
10,000 से ज्यादा अवैध निर्माण ध्वस्त कर गरीबों के आशियाने बनाए.
1,000 करोड़ की ब्लैक मनी बरामद कर उसे जनकल्याण में लगाया.
2.61 लाख घरों में शौचालय की सुविधा दी.
43 लाख 50 हजार परिवारों को आवास मिला.
1.86 उज्जवला कनेक्शन से महिलाओं का जीवन आसान बनाया.
आयुष्मान योजना से गरीबों को स्वास्थ्य का लाभ पहुंचाया.
डबल इंजन सरकार में चिकित्सा के साथ शिक्षा क्षेत्र में सुधार किया.
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण और काशी धाम का कायाकल्प करवाया.
पांच लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने का दावा किया.
यूपी में अपराधी, माफिया और दंगाइयों पर अंकुश लगाया.
अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी जैसे बड़े अपराधियों को निपटाया.
यूपी में हर आम इंसान और गरीबों के रहने के लिए सुरक्षित माहौल बनाया.
UP में निवेश 7 गुना तक बढ़ाया जिससे इकोनॉमी में रिकॉर्ड तेजी देखी गई.
MSME और छोटे उद्योगों को बढ़ावा मिला.
देखते ही देखते यूपी देश के दूसरे राज्यों के लिए एक मिसाल बन गया.
फिर आया योगीराज… 2.0

साल 2022 में दोबारा हुए विधानसभा चुनाव में भी UP की जनता ने दिल खोलकर योगी बाबा पर विश्वास जताया और भारी बहुमत के साथ योगी सरकार बनाई. बीजेपी नेतृत्व ने भी योगी आदित्यनाथ को ही फिर से यूपी की कमान सौंपी और बाबा को सीएम की कुर्सी पर बैठाया. इस तरह से अभी तक यूपी में योगी सरकार के आठ साल पूरे हो चुके हैं, और पहले कार्यकाल की तरह ये तीन साल भी बेमिसाल ही रहे. दूसरे कार्यकाल में योगी आदित्यनाथ ने पहले से दोगुने जोश के साथ यूपी को हाईटेक बनाने पर काम किया और सिर्फ प्रदेश के विकास पर फोकस किया.
‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ (ODOP) स्कीम से 75 जिलों को ब्रांडिंग की.
₹40,000 करोड़ के एक्सपोर्ट से यूपी के विकास को नई दिशा मिली.
स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में क्रांति लेकर आए.
यूपी को BIMARU की श्रेणी से बाहर निकाला.
2017 में 12 मेडिकल कॉलेज थे, अब 80 हैं जिनमें 44 सरकारी हैं.
आयुष्मान भारत में UP नंबर 1 पर आया, 5 करोड़ से ज्यादा लाभार्थी हैं.
COVID-19 में UP का मॉडल दुनिया ने देखा…
1.6 करोड़ वैक्सीनेशन, लॉकडाउन में मॉडल विलेज.
शिक्षा में 1.60 लाख भर्तियां, ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन मेडिकल कॉलेज’ योजना चलाई.
2025 में RMLIMS का विस्तार किया और 1,375 बेड्स बढ़ाए.
गरीबी उन्मूलन में UP टॉप पर है. 2.5 करोड़ लोगों को PMAY से आवास मिला.
100,000 एकड़ इंडस्ट्रियल लैंड बैंक, FY26 में ₹3 लाख करोड़ निवेश का लक्ष्य.
MSME के लिए 72 इनक्यूबेटर, 7 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने का संकल्प.
UP अब स्टार्टअप हब बन चुका है जो हर साल लाखों नौकरियां सृजित कर रहा है.
GDP 2017 के ₹12 लाख करोड़ से 2025 में ₹36 लाख करोड़ तक पहुंची.
प्रति व्यक्ति आय ₹40,000 से बढ़कर ₹1.2 लाख तक पहुंची.
धार्मिक और सांस्कृतिक पुनरुद्धार
2025 के महाकुंभ में 66 करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाकर यूपी को दुनियाभर की नजरों में ला दिया जिससे एक नया कीर्तिमान स्थापित हुआ. 2025 महाकुंभ को दुनिया के सबसे बड़े आयोजन के रूप में देखा गया. राम मंदिर उद्घाटन हो या अयोध्या का डेवलपमेंट. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर हो या प्रयागराज से लखनऊ तक धार्मिक पर्यटन. UP अब ‘सॉफ्ट पावर’ हब बन चुका है…
महिलाओं और युवाओं का सशक्तिकरण

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पहले दिन से महिला सुरक्षा को अपनी प्राथमिकताओं में रखा है… इसी के चलते सबसे पहले यूपी में एंटी रोमिया स्क्वाड का गठन किया गया. तीन महिला पीएसी बटालियन का गठन किया गया. मिशन शक्ति जैसे अभियान चलाए और रात में महिलाओं की कॉल पर PRV की व्यवस्था की. इसी का नतीजा है कि आज दिन हो या रात, यूपी में बहन बेटियां अब खुद को असुरक्षित महसूस नहीं करतीं. यहां तक कि आज UP पुलिस में 1 लाख से ज्यादा महिलाएं अपनी सेवाएं दे रही हैं.
योगी का संकल्प – उत्तम प्रदेश
यूपी के गोरखनाथ मठ से आए बाबा योगी आदित्यनाथ का सफर एक संकल्प था… जिसमें पीएम मोदी के दिए नारे ‘सबका साथ, सबका विकास’ के पथ पर चलना था. 2017 में आने के बाद बाबा ने जंगलराज को कानूनराज में बदला और 2025 तक प्रदेश को विकास के इंजन से जोड़ा. चुनौतियां पहले भी काफी थीं, अभी भी बाकि हैं. कभी संभल हिंसा तो कभी बरेली पथराव जैसी घटनाएं सरकार के आगे रह रह कर मुश्किलें खड़ी करती हैं. योगी की नीतियों पर विपक्षी सवालों के तीर भी लगातार चलते हैं… लेकिन योगी आदित्यनाथ का मैसेज क्लीयर है. अब यूपी में अपराध और अपराधियों के लिए को जगह नहीं है. या तो अपराध छोड़ना होगा, या फिर यूपी. नहीं तो कानून तोड़ने वालों के लिए योगी की यूपी पुलिस तो अपना काम कर ही रही है. 2047 तक विकसित भारत बनाना बीजेपी का अगला लक्ष्य है… और उसके लिए यूपी में योगी ही है सबसे उपयोगी. ‘योगीराज’ पर आपको कैसी लगी हमारी ये स्पेशल रिपोर्ट, हमें कमेंट करके ज़रूर बताएं.

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