Mumbai : Powai hostage case का मास्टरमाइंड Rohit Arya ढेर
Mumbai News Update
मुंबई (Mumbai)के पवई इलाके में स्थित आर ए स्टूडियो (RA Studio) में गुरुवार को हुए बंधक कांड का अंत हो गया है। करीब दो घंटे चली पुलिस की कार्रवाई के बाद जहां सभी 17 बच्चों और दो अन्य लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, वहीं इस घटना का मुख्य आरोपी रोहित आर्य पुलिस मुठभेड़ में मारा गया, आरोपी ने अपना एक वीडियो बनाया था जिसमें वो कह रहा था कि वो एक महत्वपूर्ण मुद्दे पर सबसे बात करना चाहता है, अपनी बात साझा करना चाहता है, अपनी पीड़ा साझा करना चाहता है, आरोपी कह रहा था कि उसने पैसों के लालच में या किसी और डिमांड के लिए ये कदम नहीं उठाया है, वो बस अपनी बात कहना चाहता है, पुलिस ने आरोपी को मानसिक तौर पर विक्षिप्त बताया है ।
🔹 फिल्म और प्रोजेक्ट चोरी का आरोप
पुराने रिकॉर्ड के मुताबिक, रोहित आर्य ने महाराष्ट्र सरकार पर उसकी फिल्म और कॉन्सेप्ट चुराने का गंभीर आरोप लगाया था।
उसका दावा था कि सरकार का “माझी शाला, सुंदर शाला” प्रोजेक्ट उसकी ही फिल्म “Let’s Change” और आइडिया पर आधारित था।
रोहित के अनुसार, सरकार ने न तो उसे क्रेडिट दिया, और न ही 2 करोड़ रुपये की बकाया राशि का भुगतान किया।
उसने एक इंटरव्यू में कहा था –
“उन्होंने मेरा पूरा आइडिया, स्क्रिप्ट और फिल्म के राइट्स तक इस्तेमाल किए, लेकिन मेरी मौजूदगी तक नकार दी।”
🔹 न्याय के लिए अनशन और विरोध प्रदर्शन
इस कथित अन्याय के खिलाफ रोहित ने कई बार शिक्षा विभाग और तत्कालीन मंत्री दीपक केसरकर के खिलाफ प्रदर्शन किए।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, वो एक महीने तक अनशन पर भी बैठा रहा।
मंत्री ने भले ही उसे आश्वासन दिया था कि जांच कर कार्रवाई होगी, लेकिन फाइल जॉइंट सेक्रेटरी महाजन के स्तर पर अटक गई।
रोहित ने एक पुराने बयान में कहा था –
“अगर मुझे इंसाफ नहीं मिला, तो मेरी मौत के जिम्मेदार दीपक केसरकर, मंगेश शिंदे, सुरज मंडरे, तुषार महाजन और समीर सावंत होंगे।”
🔹 डिप्रेशन में था रोहित आर्य
लगातार बेरुखी और अपमान झेलने के बाद, रोहित मानसिक रूप से टूट गया था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, वो पिछले कुछ महीनों से डिप्रेशन में था और खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा था।
उसी मानसिक स्थिति ने धीरे-धीरे उसे खतरनाक कदम उठाने की तरफ धकेल दिया।
🔹 सेंसर और कैमरों से भरा था पूरा स्टूडियो
घटना के दौरान पुलिस को पता चला कि रोहित ने स्टूडियो को लगभग एक फुल सिक्योरिटी ट्रैप में बदल दिया था।
हर दरवाजे और खिड़की पर मोशन सेंसर लगाए गए थे ताकि पुलिस अंदर न घुस सके।
उसने CCTV कैमरों के एंगल बदल दिए थे, ताकि कोई उसकी हरकत रिकॉर्ड न कर सके।
जब पुलिस बाथरूम के रास्ते अंदर दाखिल हुई और मुठभेड़ के दौरान उसे गोली लगी, तब जाकर ये सेंसर डीएक्टिवेट किए गए।
🔹 ऑडिशन के बहाने रचा अपहरण का जाल
जानकारी के अनुसार, रोहित आर्य नामक व्यक्ति ने खुद को यूट्यूबर और डायरेक्टर बताते हुए बच्चों को एक्टिंग ऑडिशन के लिए आर ए स्टूडियो बुलाया था। करीब 100 बच्चे ऑडिशन देने पहुंचे, लेकिन कुछ देर बाद उसने 80 बच्चों को बाहर भेज दिया और 17 बच्चों समेत कुल 19 लोगों को अंदर ही बंद कर लिया।
बाहर से गुजर रहे लोगों ने जब बच्चों को खिड़की से मदद मांगते देखा, तो तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। कुछ ही देर में मुंबई पुलिस, ATS और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंच गई और इलाके को चारों ओर से घेर लिया।
🔹 Mumbai Police की सटीक कार्रवाई
मुख्य दरवाजे से प्रवेश करना बेहद जोखिमभरा था, क्योंकि आरोपी के पास एयरगन और कुछ केमिकल पदार्थ मौजूद थे। ऐसे में पुलिस ने एक स्पेशल ऑपरेशन प्लान तैयार किया।

फायर ब्रिगेड की मदद से पुलिस की क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT) ने पहली मंजिल तक सीढ़ी लगाई और बाथरूम के रास्ते कमरे में दाखिल हुई। ऑपरेशन के दौरान फायर ब्रिगेड ने वेबर रेस्क्यू टूल्स और चार्ज्ड होज़लाइन तैयार रखी थी, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
🔹 फायरिंग में आरोपी घायल, अस्पताल में मौत
कमरे में घुसते ही आरोपी रोहित आर्य ने अपनी एयरगन से पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस को भी गोली चलानी पड़ी, जिसमें वो गंभीर रूप से घायल हो गया।
उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने इलाज के दौरान उसे मृत घोषित कर दिया।
🔹 बरामदगी और जांच
पुलिस ने मौके से एक एयरगन और कुछ संदिग्ध केमिकल पदार्थ बरामद किए हैं। फॉरेंसिक टीम अब इन सामग्रियों की जांच कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि रोहित मानसिक रूप से अस्थिर था, लेकिन उसने अपनी पूरी योजना बहुत सोच-समझकर बनाई थी।
🔹 बच्चों की काउंसलिंग और सुरक्षा
मुंबई पुलिस के अनुसार, सभी 17 बच्चे पूरी तरह सुरक्षित और स्वस्थ हैं। उन्हें मेडिकल जांच के बाद मनोवैज्ञानिक काउंसलिंग के लिए भेजा गया है ताकि वे इस तनावपूर्ण अनुभव से उबर सकें।
🔹 पुलिस का बयान
मुंबई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया,
“ये एक मेंटली डिस्टर्ब्ड व्यक्ति द्वारा किया गया योजनाबद्ध कदम था। हमारी टीम की समय पर और संयमित कार्रवाई से एक बड़ा हादसा टल गया।”
