 
                  पूर्व IPS अधिकारी Anish Dayal Singh हैं आंतरिक सुरक्षा के अनुभवी विशेषज्ञ
Anish Dayal Singh News
भारत सरकार ने देश की राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति को और मजबूत करने के लिए एक अहम कदम उठाया है। मणिपुर कैडर के 1988 बैच के रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी अनीश दयाल सिंह (Anish Dayal Singh) को डिप्टी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (Deputy NSA) नियुक्त किया गया है। अनीश दयाल सिंह इससे पहले सीआरपीएफ और आईटीबीपी जैसे महत्वपूर्ण बलों के महानिदेशक (DG) रह चुके हैं और उनके पास इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) में लगभग 30 वर्षों का अनुभव है।
कौन हैं अनीश दयाल सिंह?
- अनीश दयाल सिंह का जन्म 1964 में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुआ था।
- उन्होंने हैदराबाद स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी से प्रशिक्षण प्राप्त किया।
- अपने सेवाकाल के दौरान, वे मणिपुर कैडर के एक सशक्त और दक्ष अधिकारी के रूप में पहचान बना चुके हैं।
30 साल का खुफिया और सुरक्षा अनुभव
- अनीश दयाल सिंह ने अपने करियर का एक बड़ा हिस्सा इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) में गुजारा, जहां वे देश की आंतरिक सुरक्षा से जुड़े कई गोपनीय और संवेदनशील अभियानों का हिस्सा रहे।
- इसके अलावा, उन्होंने सीआरपीएफ (CRPF) और आईटीबीपी (ITBP) जैसे अर्धसैनिक बलों का सफल नेतृत्व किया।
- 2024 में लोकसभा चुनावों और जम्मू-कश्मीर में पहले विधानसभा चुनावों के दौरान उन्होंने सुरक्षा प्रबंधन की जिम्मेदारी निभाई। 
नक्सलवाद और आंतरिक सुरक्षा में अहम भूमिका
- सीआरपीएफ के डीजी रहते हुए उन्होंने 130 से अधिक बटालियनों का पुनर्गठन किया।
- नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अभियान तेज कर संगठन की कार्यक्षमता को नई दिशा दी।
- उनकी अगुवाई में बल ने कश्मीर, नक्सल और पूर्वोत्तर क्षेत्रों में रणनीतिक सफलता हासिल की।
Anish Dayal Singh: सम्मान और पुरस्कार
- 2004 में भारतीय पुलिस मेडल (Meritorious Service)
- 2012 में राष्ट्रपति पुलिस पदक (Distinguished Service)
 इन पुरस्कारों के ज़रिए उनकी सेवा की उत्कृष्टता को देश ने सराहा।
डिप्टी NSA के रूप में नई जिम्मेदारियां
डिप्टी एनएसए बनने के बाद अनीश दयाल सिंह को देश की आंतरिक सुरक्षा नीति में बड़ी भूमिका दी गई है।
उनकी जिम्मेदारियों में शामिल होंगे:
- जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर निगरानी
- नक्सल प्रभावित राज्यों में सुरक्षा रणनीति
- पूर्वोत्तर भारत में उग्रवाद से निपटना
वे अब राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की टीम का अहम हिस्सा होंगे।
वर्तमान में रॉ के पूर्व प्रमुख राजिंदर खन्ना, रिटायर्ड आईपीएस टीवी रविचंद्रन, और पूर्व आईएफएस पवन कपूर भी डिप्टी एनएसए के तौर पर कार्यरत हैं।
अनीश दयाल सिंह की नियुक्ति देश की आंतरिक सुरक्षा रणनीति में अनुभव और संतुलन का प्रतीक है। वर्षों तक जमीनी स्तर पर खुफिया और सुरक्षा तंत्र में काम कर चुके अधिकारी के रूप में, उनका यह नया दायित्व भारत की आंतरिक स्थिरता को और मजबूत करेगा।
उनकी नियुक्ति ऐसे समय हुई है जब देश को नक्सलवाद, पूर्वोत्तर में उग्रवाद और सीमावर्ती तनावों से एकसाथ जूझना पड़ रहा है। ऐसे में, उनका अनुभव भारत की रणनीतिक नीति को निर्णायक बढ़त देने में मददगार साबित हो सकता है।


 
         
         
        