नई दिल्ली:भारत और पाकिस्तान के संघर्ष में चीनी हथियारों का जो हाल हुआ, उसे दुनिया ने देखा। चीनी माल टिकाऊ नहीं है, इस बात पर अब पक्की मुहर लग चुकी है। इसका असर बाजार में भी दिखने लगा है। चीन के Defense Stock में गिरावट दर्ज की जा रही है। ऐसा होना लाजमी भी था, क्योंकि जिस तरह चीनी हथियार भारतीय हथियारों के सामने बौने साबित हो रहे थे। गाजर-मूली की तरह भरभराकर गिर रहे थे। इसके बाद तो चीन का Defense Stock गिरना तय था। चीन के हथियारों का ऐसा हाल देख अब दुनिया के कई देश चीनी हथियारों से तौबा करने लगे है। जिससे चीन की भी टेंशन बढ़ गई है।
तेजी से गिर रहे हैं चीन के डिफेंस स्टॉक
पाकिस्तान में चीनी हथियारों का जो हाल हुआ है, उसके बाद, China State Ship building Corporation और Zhuzhou Hongda Electronics Corp लिमिटेड के शेयरों में गिरावट देखी गई है। China State Ship building Corporation के शेयरों की बात करें, तो इसमें चार प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट देखी गई। चीन की ये कंपनी मिलिट्री और सिविलियन जहाज बनाने का काम करती है।चाइना स्टेट के अलावा Zhuzhou Hongda Electronics Corp लिमिटेड जो सेना के इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट बनाती है। उसके शेयरों में भी मंदी देखी गई। इस कंपनी के शेयर छह प्रतिशत से ज्यादा गिर गए। इन कंपनियों के अलावा जे-17 और जे-10सी बनाने वाली एविक चेंगदू एयरक्राफ्ट के शेयर भी गोता लगाते हुए नौ प्रतिशत तक गिर गए।केवल कुछ राहत मिली तो चाइना China Avionics Systems कंपनी लिमिटेड को जिसके शेयरों में केवल 1.91 प्रतिशत की मामूली गिरावट देखी गई। इसके विपरीत भारत के Defense Stock में तेजी दर्ज की गई।
भारत के डिफेंस स्टॉक की बमबम
चीन के विपरित इंडिया का Defense Stock बढ़ रहा है। हिंदुस्तान के, BDL, MDL , HAL और BEL,जैसे Defense Stock में तेजी दर्ज की गई है। बात अगर BDL की करें तो इसके शेयर में लगभग आठ प्रतिशत का उछाल आया। HAL के शेयरों में भी चार प्रतिशत से ज्यादा की तेजी देखी गई। BEL के शेयर भी 4.28 प्रतिशत तक बढ़ गए। इसी तरह जेन टेक्नोलॉजी, डेटा पैटनर्स एस्ट्री माइक्रोवेव,पारस डिफेंस और आइडियाफोर्ज टेक्नॉलाजी के शेयरों में भी तेजी देखी गई।
मेड इन इंडिया पकड़ रहा रफ्तार
हम जानते हैं कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब से देश की बागडोर संभाली है, ‘मेड इन इंडिया’ पर जोर दिया जाने लगा है।खासकर रक्षा क्षेत्र में सरकार ‘मेड इन इंडिया’ को खासा प्रमोट कर रही है। यही कारण है कि, जहां चीन का Defense Stock गिर रहा है।वही भारत के Defense Stock में तेजी देखी जा रही है। दअसल पीएम मोदी हमेशा से भारत को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं। इसके दो फायदे हैं, एक तो दूसरे देशों को जाने वाला पैसा रुकेगा। दूसरा भारत को आधुनिक टेक्नॉलॉजी मिल रही है। जिससे वो आधुनिक हथियार बना रहा है। भारत में हथियार बनने का सबसे बड़ा फायदा तो ये होगा कि, युद्ध के वक्त भारत को हथियारों के लिए दूसरे देशों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। और इन हथियारों के निर्यात से भारत का विदेशी मुद्रा भंडार भी बढ़ेगा।
पाकिस्तान के पास चीनी हथियार की भरमार
पाकिस्तान अपने हथियारों की आपूर्ति के लिए ज्यातादर चीन पर आश्रित है। पाकिस्तान इन्ही हथियारों के बल पर फुदकता था। उसे लगता था कि, उसके पास दुनिया के बेहतरीन हथियार हैं। लेकिन भारत से संघर्ष के दौरान जब चीन के हथियार फिसड्डी साबित होने लगे। तब पाकिस्तान को मालूम चला कि, उसने हथियार नहीं कबाड़ खरीद लिया है। लेकिन पाकिस्तान करे तो क्या करे। ना तो वो चीन को इसके लिए बोल सकता है। ना ही उससे इसकी शिकायत कर सकता है।चीन के हथियारों की ऐसी दुर्दशा देख दुनिया के दूसरे देश अब उससे हथियारों की डील कैंसिल करने का मन बना रहे हैं।