 
                  Vrindavan News: जगद्गुरु रामभद्राचार्य की लव जिहाद और मंदिर अधिग्रहण पर कड़ी प्रतिक्रिया
Vrindavan News Update
Vrindavan News: धर्म नगरी वृंदावन में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर आयोजित भागवत कथा के समापन पर जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने प्रेस वार्ता करते हुए कई मुद्दों पर तीखे बयान दिए। उन्होंने लव जिहाद, मंदिर अधिग्रहण और जन्मभूमि विवाद जैसे संवेदनशील विषयों पर अपनी स्पष्ट राय रखी।
लव जिहाद पर कड़ा रुख
स्वामी रामभद्राचार्य ने लव जिहाद को समाज के लिए गंभीर खतरा बताया। उन्होंने कहा कि “जो भी सनातन का विरोध करेगा, उसे कठोरतम प्रसाद मिलेगा।” साथ ही उन्होंने कहा कि इसमें बड़ी गलती हिंदू लड़कियों की भी है जो इस प्रकरण में फंस जाती हैं। उन्होंने युवतियों से आह्वान किया कि वे लक्ष्मीबाई जैसी निर्भीक बनें और ऐसे षड्यंत्रों से दूर रहें।

मंदिर अधिग्रहण पर विरोध
मंदिर अधिग्रहण के मुद्दे पर उन्होंने साफ कहा कि “जब मस्जिद और चर्च का अधिग्रहण नहीं होता तो मंदिर का क्यों किया जाए?” उन्होंने यह भी कहा कि यदि सरकार मंदिरों के कोष पर नजर रखती है तो मस्जिद और चर्चों के कोष की भी जांच होनी चाहिए।
जन्मभूमि विवाद पर बयान
रामभद्राचार्य ने एक बार फिर जन्मभूमि विवाद पर अपनी भूमिका स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि आगामी सुनवाई में अगर उन्हें गवाही के लिए बुलाया गया तो वे अदालत पहुंचेंगे और वैसे ही तर्क रखेंगे जैसे राम मंदिर मामले में प्रस्तुत किए थे।
संत समाज और कथावाचकों पर टिप्पणी
रामभद्राचार्य ने कथावाचकों पर भी तंज कसते हुए कहा कि आज कई कथावाचक पढ़े-लिखे नहीं हैं और बिना अध्ययन के कथा कहते हैं। युवाओं से उन्होंने आग्रह किया कि वे राम कथा और कृष्ण कथा सुनकर सनातन धर्म से जुड़े रहें। महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी करने वाले संतों के बारे में उन्होंने कहा कि ऐसे वक्तव्य गलत हैं। उन्होंने प्रेमानंद और अनिरुद्धाचार्य जैसे संतों को महिलाओं से सार्वजनिक रूप से क्षमा मांगने की नसीहत दी।

 
         
         
        