
"Vrindavan Corridor Protest - राजश्री चौधरी ने भी कॉरिडोर का किया विरोध, हेमा पर साधा निशाना
लोकेशनन-मथुरा। संवाददात-अमित शर्मा
पिछला दृश्य: कॉरिडोर, कॉरिडोर, कॉरिडोर!
“Vrindavan Corridor Protest के दौर में अब कृष्ण की गलियों में बांसुरी की तान नहीं, सरकारी बुलडोज़र की दहाड़ गूंज रही है –श्रृंगार की जगह संहार का नगाड़ा बज रहा है!”
Vrindavan पिछले छह महीने से उबाल पर है।
प्रोजेक्ट के नाम पर मंदिरों की दीवारें हिल रही हैं, गोस्वामी समाज की नींवें कांप रही हैं।
सरकार कहती है – ये विकास है।
संत कह रहे – ये विनाश है।
और अब मैदान में उतर चुकी हैं — राजश्री चौधरी,
जिन्होंने प्रशासन की जुबान पर कुल्हाड़ी और हेमा मालिनी पर लावा फोड़ दिया।
“हेमा मालिनी नहीं, आयशा बाबी हैं” – बयान से भड़की राजनीति
राजश्री चौधरी आज वृंदावन पहुंचीं, जहां गोस्वामी समाज की नाराज महिलाएं पहले से प्रदर्शन कर रही थीं।
राजश्री ने आते ही तलवार माइक पर रख दी और एक-एक शब्द को बारूद बना डाला:
🗯️ “वो एक एक्ट्रेस हैं… वो क्या जानें हिंदू धर्म का दर्द!”
🗯️ “हेमा ने धर्म बदलकर शादी की है… असल में वो आयशा बीबी हैं!”
🗯️ “वो पूतना और सुपर्णखा की वंशज हैं… और आज उन्हीं की तरह वृंदावन की आत्मा को मार रही हैं।”
मतलब, मथुरा की सांसद को सीधे पौराणिक राक्षसों की कैटेगरी में डाल दिया गया।
राजश्री ने कहा — “सिर्फ घूंघट पहन लेने से कोई राधा नहीं बनता!”
Vrindavan Corridor Protest: अब ताजपोशी नहीं, ताजदारी की जंग!
राजश्री का गुस्सा सिर्फ हेमा पर नहीं था, उन्होंने सीधे-सीधे सरकार पर भी लाठी चला दी:
📢 “ये कॉरिडोर नहीं, वृंदावन की धरोहर की तिजोरी लूटने की स्कीम है।”
📢 “सरकार ब्रजभूमि की धन-संपदा को हड़पना चाहती है, मंदिरों को मॉल बना रही है।”
उन्होंने एलान किया कि हिंदू महासभा अब Vrindavan Corridor Protest में पूरी ताकत झोंकेगी।
मतलब – अब आंदोलन में भगवा झंडा भी लहराएगा, पर इस बार विरोध में।
Vrindavan Corridor Protest:महिलाओं का मंच बना रणभूमि, राजश्री बनीं धर्म की ‘लक्ष्मीबाई’
जैसे ही उन्होंने गोस्वामी समाज की महिलाओं के बीच कहा,
“अब लड़ाई गांव की नहीं, वृंदावन की आत्मा की है”,
भीड़ ने नारा लगाया — “ब्रज की रक्षा करो!”
राजश्री ने वही किया, जो नेता कम, क्रांतिकारी ज्यादा करते हैं:
उन्होंने घोषणा की —
📌 “अब हर थाने का जवाब हम आंदोलन से देंगे। महिला शक्ति को दबाया तो वृंदावन हिलेगा।”
🎬 हेमा मालिनी: ”पर्दे की राधा, राजनीति की पूतना”?
इस पूरे बयानबाज़ी में सबसे ज्यादा बदहवास हेमा मालिनी को होना चाहिए,
क्योंकि आज उनके खिलाफ जो शब्द चले, वो राजनीतिक गोली नहीं, सांस्कृतिक मिसाइल थीं।
राजश्री ने साफ कहा —
🗯️ “आपका रिश्ता ब्रज से सिर्फ फोटोशूट का है, आत्मा से नहीं।”
Vrindavan Corridor Protest: वृंदावन अब बोलेगा – और वो चुप नहीं रहेगा!
Vrindavan Corridor Protest अब मंदिर-मठों की बंद कोठरियों से निकलकर
राष्ट्रीय स्तर पर ‘धार्मिक विरासत बनाम पॉलिटिकल कॉर्पोरेट’ की लड़ाई बन चुका है।
राजश्री ने जो आग लगाई है, वो अब सिर्फ ट्रेंड नहीं,
आस्था की अलख बन चुकी है।