
Banke Bihari Corridor Protest
मथुरा से रिपोर्ट। संवाददाता-अमित शर्मा
वृंदावन का रण: बांके बिहारी कॉरिडोर विरोध में सेवायत परिषद का तीखा वार
Banke Bihari Corridor Protest–वृंदावन की कुंज गलियों में ठाकुर बांके बिहारी का जयकारा तो गूंजता है, लेकिन आज उसमें एक बगावत की चिंगारी भी सुलग रही है। Banke Bihari Corridor Protest ने बिहारीपुरा को रणक्षेत्र बना दिया, जहां अंतरराष्ट्रीय सेवायत परिषद ने सरकार को खुली ललकार दी। परिषद की सभा में ब्रजवासियों का गुस्सा फूट पड़ा—न कुंज गलियां तोड़ो, न बिहारी जी की विरासत छीनो! राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीहित योगेंद्र बल्लभ गोस्वामी ने तंज कसा, “वृंदावन की रसोपासना और कुंज गलियों का रंग सिर्फ ब्रजवासी समझते हैं। सरकार बुलडोजर लेकर नहीं, दिल लेकर आए, वरना ठाकुर जी हिसाब करेंगे!”
यह सभा कोई साधारण जलसा नहीं, बल्कि वृंदावन की आत्मा को बचाने की जंग का ऐलान है। गोस्वामी समाज और सेवायतों ने एक स्वर में कहा—कॉरिडोर के नाम पर मंदिरों और परंपराओं को मिटाने की साजिश बर्दाश्त नहीं। सभा में राधाबल्लभ संप्रदाय के प्राचीन मंदिरों और आचार्यों की समाधियों पर मंडराते खतरे को लेकर सरकार को चेतावनी दी गई।
Banke Bihari Corridor Protest: कुंज गलियों पर बुलडोजर का साया
Banke Bihari Corridor Protest की आग बिहारीपुरा से शुरू होकर पूरे वृंदावन में फैल रही है। 5.5 एकड़ में प्रस्तावित 500 करोड़ का कॉरिडोर प्रोजेक्ट, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने 15 मई, 2025 को हरी झंडी दी, मंदिर की भीड़ को काबू करने का दावा करता है। लेकिन कीमत? 276 संपत्तियों का अधिग्रहण, जिसमें गोस्वामी समाज के घर-दुकानें, राधाबल्लभ संप्रदाय के चार प्राचीन मंदिर, आचार्यों की समाधियां, और शिव मंदिर शामिल हैं। परिषद के राष्ट्रीय संयोजक श्रीहित हितेंद्र कुमार गोस्वामी (छोटी सरकार) ने गरजते हुए कहा, “वृंदावन चिन्मय धाम है। यहाँ की पूजा-सेवा सैकड़ों सालों से गोस्वामी संभालते आए। कॉरिडोर के चक्कर में मंदिरों को तोड़ना ठाकुर जी पर हमला है।”
उन्होंने सरकार से मांग की—भीड़ का प्रबंधन करो, लेकिन वृंदावन की रस-भरी गलियों और परंपराओं को न मिटाओ। सभा का संचालन कर रहे समाजसेवी मधुमंगल शुक्ला ने तंज मारा, “सरकार को मॉल चाहिए या बिहारी जी की भक्ति? कुंज गलियां तोड़ने से पहले सोच लो, ब्रजवासियों का गुस्सा भारी पड़ेगा।”
Banke Bihari Corridor Protest: इतिहास मिटाने की साजिश?
Banke Bihari Corridor Protest सिर्फ मकानों-दुकानों की लड़ाई नहीं, बल्कि वृंदावन की आत्मा की रक्षा का मसला है। इतिहासकार प्रहलाद बल्लभ गोस्वामी ने चेतावनी दी, “वृंदावन का भूगोल और इतिहास बदलना वज्र अपराध है। बिहारी जी इसका दंड देंगे।” राधाबल्लभ संप्रदाय के मंदिर और आचार्यों की समाधियां वृंदावन की शान हैं। सभा में मुकेश पुरोहित, गोपेश गोस्वामी, मनमोहन गोस्वामी, पवन बिहारी गौड़, समीर शुक्ला, और विप्रांश गोस्वामी जैसे दिग्गजों ने एकजुट होकर कहा—कुंज गलियां राधा-कृष्ण की लीला-भूमि हैं, इन्हें मिटाने की साजिश बर्दाश्त नहीं।
X पर ब्रजवासियों के पोस्ट्स इस गुस्से की गवाही दे रहे। एक यूजर ने लिखा, “वृंदावन को मॉल में बदलने की साजिश है। बिहारी जी की विरासत बचाने की जंग अब शुरू!” सभा में शामिल गोविंद खंडेलवाल और राधारमण अग्रवाल ने साफ कहा—कॉरिडोर बनाना है तो बीच का रास्ता निकालो, मंदिरों और गलियों को मत मिटाओ।
सरकार को ललकार: ठाकुर जी की कृपा से डटे रहेंगे
अंतरराष्ट्रीय सेवायत परिषद ने साफ कर दिया—वृंदावन की कुंज गलियां, रसोपासना, और बिहारी जी की सेवा पर कोई आंच नहीं आने देंगे। मधुमंगल शुक्ला ने तंज कसा, “सरकार को लगता है बुलडोजर से डर जाएंगे? अरे, हमारी ताकत ठाकुर जी हैं!” सभा में दीपक पाराशर और सुमित मिश्र जैसे युवा चेहरों ने भी जोश भरा, “वृंदावन का रंग-रस मिटने नहीं देंगे।”
Banke Bihari Corridor Protest अब वैश्विक मंच पर है। परिषद ने सरकार को चेताया—मंदिरों की परंपराओं में टांग अड़ाना बंद करो। ब्रजवासियों का कहना है, “हमारी गलियां, हमारा बिहारी जी। कोई छीन नहीं सकता।”
बुलडोजर थमो, वृंदावन समझो!
वृंदावन की यह बगावत कुंज गलियों, मंदिरों, और रसोपासना की रक्षा की जंग है। अंतरराष्ट्रीय सेवायत परिषद ने सरकार को ललकारा—विकास के नाम पर विनाश मत करो। बिहारीपुरा की सभा ने साफ कर दिया—कॉरिडोर बनाना है तो मंदिरों और गलियों को बचाकर रास्ता निकालो। ब्रजवासी पूछ रहे—सरकार, क्या बिहारी जी की विरासत मिटाकर मॉल बनाओगे?
Banke Bihari Corridor Protest की आग अब ठंडी नहीं पड़ेगी। ठाकुर जी की कृपा से ब्रजवासी डटे हैं, और यह जंग तब तक जारी रहेगी, जब तक कुंज गलियां और बिहारी जी की सेवा सुरक्षित नहीं। सरकार, सुन लो—वृंदावन का रस कोई बुलडोजर नहीं मिटा सकता!