 
                  Jagdeep Dhankhar का इस्तीफा तत्काल प्रभाव से लागू
Jagdeep Dhankhar’s resignation News
भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने और चिकित्सकीय सलाह का पालन करने के लिए ये निर्णय लिया. धनखड़ ने अपने इस्तीफे में कहा, “स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने और चिकित्सकीय सलाह का पालन करने के लिए, मैं भारत के उपराष्ट्रपति के पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देता हूं.” ये इस्तीफा भारतीय संविधान के अनुच्छेद 67(ए) के तहत तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है.
राष्ट्रपति का जताया आभार
जगदीप धनखड़ ने अपने इस्तीफे पत्र में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के प्रति आभार व्यक्त किया और उनके साथ अपने कार्यकाल के दौरान बने सहज और सहयोगी संबंधों की सराहना की. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सहयोग को भी “अमूल्य” बताया. धनखड़ ने कहा, “मैंने अपने कार्यकाल के दौरान बहुत कुछ सीखा और इस अवसर के लिए मैं आभारी हूं.”
11 अगस्त 2022 को ली थी शपथ
71 वर्षीय जगदीप धनखड़ ने 11 अगस्त 2022 को उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी. इससे पहले, वे 2019 से 2022 तक पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में कार्यरत थे. धनखड़ एक अनुभवी राजनेता और वकील रहे हैं, जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और जनता दल जैसी विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के साथ काम किया है. वे 1989 से 1991 तक लोकसभा सांसद और 1993 से 1998 तक राजस्थान विधानसभा के सदस्य भी रहे.

धनखड़ विवादों में भी रहे
हाल के महीनों में धनखड़ विवादों में भी रहे. विपक्षी दलों ने उन पर पक्षपात का आरोप लगाया था और दिसंबर 2024 में उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की कोशिश की थी. इसके अलावा, उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के कुछ फैसलों, विशेष रूप से संविधान के अनुच्छेद 142 और बिलों पर राज्यपालों व राष्ट्रपति के निर्णय की समयसीमा से संबंधित फैसले की आलोचना की थी.
धनखड़ के इस्तीफे से बढ़ी हलचल
धनखड़ के इस्तीफे की खबर ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है. हालांकि, उन्होंने अपने बयान में स्पष्ट किया कि ये निर्णय पूरी तरह से स्वास्थ्य कारणों से लिया गया है. मार्च 2025 में सीने में दर्द और बेचैनी की शिकायत के बाद उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था, जिसके बाद से उनके स्वास्थ्य पर नजर रखी जा रही थी.
राजस्थान के झुंझुनू में हुआ था जन्म
जगदीप धनखड़ का जन्म 18 मई 1951 को राजस्थान के झुंझुनू जिले के किठाना गांव में एक जाट परिवार में हुआ था. उन्होंने सैनिक स्कूल, चित्तौड़गढ़ से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर से बी.एससी और एलएलबी की डिग्री हासिल की. एक वकील के रूप में उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में भी प्रैक्टिस की थी.
अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा?
जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद अब ये चर्चा तेज हो गई है कि अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा. ये पद भारतीय संसद के उच्च सदन, राज्यसभा, के सभापति के रूप में भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाता है. फिलहाल, सरकार और राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
जगदीप धनखड़ के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना
जगदीप धनखड़ के योगदान को याद करते हुए कई नेताओं ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है. उनके इस्तीफे ने भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण अध्याय को समाप्त किया है, और अब सभी की नजरें इस बात पर हैं कि इस पद पर अगला दायित्व कौन संभालेगा.

 
         
         
        