 
                  पहलगाम हमले की जिम्मेदारी लेने वाला संगठन TRF बैन. अमेरिका का ऐलान. आतंक के खिलाफ लड़ाई में भारत की एक और जीत
Washington DC : भारत की पहल के बाद पड़ोसी देश पाकिस्तान के मुंह पर एक बार फिर से करारा तमाचा जड़ा गया है. अमेरिका ने Pakistan समर्थित आतंकी संगठन The Resistance Front यानि (TRF) को Foreign Terrorist Organization (FTO) और Specially Designated Global Terrorist (SDGT) की लिस्ट में डाल दिया है. आसान भाषा में समझें तो पाकिस्तानी आतंकी संगठन TRF को Superpower America ने बैन कर दिया है. अमेरिकी विदेश मंत्री Marco Rubio ने 17 जुलाई 2025 को बयान जारी कर इस बात की पुष्टि की है.
बयान में विदेश मंत्री ने क्या कहा?

Marco Rubio ने कहा, “TRF, Lashkar-e-Taiba (LeT) का ही एक प्रॉक्सी संगठन है, जिसने 22 अप्रैल 2025 को Pahalgam Attack में 26 नागरिकों की हत्या की जिम्मेदारी ली थी, ये 2008 के Mumbai Attacks के बाद भारत में नागरिकों पर सबसे घातक हमला था. TRF ने 2024 में भारतीय सुरक्षा बलों पर भी कई हमले किए थे. अमेरिका की ये कार्रवाई राष्ट्रीय सुरक्षा हितों की रक्षा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के प्रति ट्रम्प प्रशासन की प्रतिबद्धता को दर्शाती है”.
जयशंकर ने किया फैसले का स्वागत
भारत के विदेश मंत्री Dr. S Jaishankar अमेरिका के फैसले का स्वागत करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “भारत-अमेरिका आतंकवाद विरोधी सहयोग की मजबूत पुष्टि हुई है. विदेश मंत्री Marco Rubio और US State Department का आभार कि उन्होंने LeT के प्रॉक्सी TRF को FTO और SDGT घोषित किया. पहलगाम हमले में साफ तौर पर TRF की भूमिका थी. भात में हमेशा से Terrorism के लिए Zero Tolerance की नीति रही है”. इसके अलावा Indian Embassy ने भी बयान जारी करके अमेरिकी फैसले का स्वागत किया.
FTO और SDGT का मतलब
- FTO (Foreign Terrorist Organization) – US national security या foreign policy के लिए खतरा माने जाने वाले संगठनों को इस लिस्ट में शामिल किया जाता है. संगठन को वित्तीय सहायता, हथियार या अन्य सहायता देना गैरकानूनी माना जाता है और इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाती है.
- SDGT (Specially Designated Global Terrorist) – संगठन या व्यक्ति की अमेरिका में मौजूद सभी संपत्तियां जब्त कर ली जाती हैं. अमेरिकी नागरिकों और संस्थानों को उससे किसी भी तरह के लेनदेन की अनुमति नहीं होती. Global financial networks तक पहुंच सीमित हो जाती है जिससे फंडिंग और आतंकी गतिविधियां मुश्किल हो जाती हैं.
पहलगाम हमले में TRF की भूमिका

22 अप्रैल 2025 को Jammu and Kashmir के Pahalgam में हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की मौत हुई थी. TRF ने टेलीग्राम के जरिए हमले की जिम्मेदारी ली और दावा किया कि भारत सरकार कश्मीर में मुसलमानों को अल्पसंख्यक बना रही है. National Investigation Agency (NIA) ने TRF के नेता शेख सज्जाद गुल को हमले का मास्टरमाइंड बताया था. हालांकि 26 अप्रैल को TRF ने बयान वापस लेते हुए दावा किया कि उनका Digital Platform हैक हुआ था.
TRF का उदय और गतिविधियां
आतंकी संगठन TRF 2019 में Article 370 हटने के बाद अस्तित्व में आया था. ये LeT का प्रॉक्सी संगठन है जिसे पाकिस्तान, ISI और LeT Handlers जैसे Hafiz Saeed का समर्थन प्राप्त है. TRF अपने संगठन में ऐसे लोगों भर्ती करता है जो आम नागरिकों की तरह दिखते हैं लेकिन आतंकी गतिविधियों में शामिल होते हैं. ये संगठन Drugs और हथियार तस्करी में भी लिप्त है. TRF ने अस्तित्व में आने के बाद लगातार कश्मीरी पंडित, हिंदू, बाहरी मजदूर और स्थानीय नेताओं को निशाना बनाया है ताकि घाटी का माहौल खराब किया जाए और Kashmir में अशांति फैलाई जाए.
भारत ने दिया करारा जवाब

Pahalgam Attack के जवाब में भारत ने 7 मई को Operation Sindoor शुरू चलाया और Pakistan के साथ PoK में भी 9 आतंकी कैंपों को निशाना बनाया. Noor Khan Airbase सहित पकिस्तानी मिलिट्री को भी बड़ा नुकसान पहुंचा. जिससे घबरा कर Pakistan ने ceasefire violations के साथ जवाब दिया. लेकिन 10 मई को Ceasefire के लिए अनुरोध किया और अपनी जान बचाई. मई में भारत ने Washington DC समेत कुल 33 वैश्विक राजधानियों में डेलीगेशन भेजकर पाकिस्तान के आतंकी कनेक्शन को उजागर किया और उसी का नतीजा है कि आज अमरिका ने TRF को बैन करने का बड़ा फैसला लिया है.

 
         
         
        