
heatwave- उत्तर भारत में जारी रहेगा लू का प्रकोप
heatwave से तप रहा उत्तर प्रदेश, 19 जिलों में लू का रेड अलर्ट
यूपी में इस वक्त सूरज ऐसा आग उगल रहा है जैसे किसी चुनावी रैली में नेता भाषण! heatwave ने ऐसा कहर बरपाया है कि आगरा और झांसी जैसे शहर 45.9 डिग्री की तपिश पर झुलस रहे हैं। सोमवार को तो पारा ऐसा भागा जैसे बिजली का बिल — बिना रुके, बिना थमे!
आज भी हालात कुछ अलग नहीं हैं। पछुआ हवा ऐसी चल रही है कि जैसे चेहरे पर बाल्टी भर अंगारे उड़ते हों। लखनऊ, प्रयागराज, मिर्जापुर से लेकर बुंदेलखंड तक हर कोई AC की रिमोट को भगवान समझ बैठा है।
heatwave का थर्ड डिग्री टॉर्चर, अगले तीन दिन भुनने के लिए तैयार रहें
मौसम विभाग ने साफ-साफ चेताया है कि — 11 जून तक यूपी का हाल ‘ओवन मोड’ पर रहेगा। 19 जिलों में लू के हालात बने रहेंगे, खासतौर पर आगरा, झांसी, वाराणसी, प्रयागराज, सोनभद्र, मिर्जापुर और बुंदेलखंड के इलाकों में। तापमान 44 डिग्री को आराम से क्रॉस करेगा।
मौसम केंद्र के वैज्ञानिक भी कह चुके हैं कि —मौसम के “तेवर तल्ख ही रहेंगे।” यानी जो उम्मीद कर रहे थे कि बारिश आएगी और सब ठंडा-ठंडा हो जाएगा, वो फिलहाल मट्ठा पीकर बैठ जाएं।
11 जून से मौसम में यू टर्न, पर राहत होगी चुपचाप
लेकिन थोड़ी राहत की उम्मीद भी है। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर की नमी जब गले मिलेगी, तो 11 जून से मौसम थोड़ा भावुक हो सकता है। यानी बादल आएंगे, हल्की बूंदाबांदी होगी और कुछ-कुछ ‘रेन रोमांस’ वाला माहौल बनेगा। पूर्वांचल में सबसे पहले असर दिखेगा, फिर धीरे-धीरे पूरे यूपी में सुगबुगाहट शुरू होगी।
हालांकि, यह मत सोचिए कि भारी बारिश होगी। बस इतना समझ लीजिए कि पसीना कम बहेगा और आसमान थोड़ा मुस्कराएगा।
AC नहीं, नींबू पानी ही बनेगा जीवन रक्षक
इस heatwave में बिजली का भी भरपूर तमाशा चल रहा है। कटौती ऐसे हो रही है जैसे गरीब की थाली से सब्ज़ी गायब! ऐसे में आपके लिए कुछ देसी उपाय भी जरूरी हैं:
नींबू पानी या बेल का शरबत: शरीर को अंदर से ठंडक देगा।
भीगी चादर या तौलिया: गांव की आजमाई हुई ट्रिक, बोरिंग मगर कारगर।
धूप में जाने से बचें: काम जरूरी हो तो छाता, गमछा, टोपी कुछ भी साथ रखें।
दिन के 12 से 4 बजे तक बाहर न निकलें: वरना सूरज आपको फ्राई कर देगा!
Heatwave का असर, किसान से लेकर रिक्शेवाले तक बेहाल
इस भयानक गर्मी ने आम जनता की नाक में दम कर रखा है। खेतों में काम कर रहे किसान हों या सड़कों पर पसीना बहा रहे मजदूर — हर कोई इस गर्मी से लड़ रहा है। स्कूलों में छुट्टियां हैं, लेकिन बच्चों की हालत ऐसी हो गई है कि घर में बैठकर भी वो बोले — “मम्मी, स्कूल भेज दो!”
जनता पूछ रही है – कहां है बरसात वाली सरकार?
सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा भी देखने लायक है। कोई पूछ रहा है, “कहां हैं वो बादल जो हर पांच साल में वादे करते थे?” तो कोई कह रहा है, “सिर्फ बारिश का जिक्र करने से आसमान नहीं बरसता!”
अभी तीन दिन तपना पक्का, 11 जून से राहत की उम्मीद
तो साफ बात ये है कि heatwave अभी कुछ दिन और आपको झुलसाने वाला है। AC वाले भी सोचें कि बिजली कब आएगी, और आम आदमी तो बस ये सोच रहा है कि “पानी ठंडा है या उबल रहा?”
11 जून के बाद जब पूर्वा बहेगी और बादल आएंगे, तब जाकर यूपी में थोड़ी राहत मिलेगी। तब तक खुद को संभालिए, शरीर को ठंडा रखिए और इस जलते जून को कोसते रहिए — क्योंकि अभी तो गर्मी बाकी है मेरे दोस्त!
सावधानी आवश्यक है।