Turkey Earthquake: दिल्ली:पाकिस्तान का साथ देने वाले Turkey को उसके कर्मों की सजा मिलने का दौर शुरू हो गया है। भारत से पंगा लेने का मतलब उसे समझ में आने लगा है। अभी तो पाकिस्तान का साथ देने पर उसकी धरती केवल डोली है। आगे-आगे उसके साथ क्या होने वाला है,उसने इसका अंदाजा भी नहीं लगाया होगा।

जमींदोज होने वाला है तुर्की?
आपने वो कहावत तो सुनी होगी कि, भगवान मनुष्य के हर कर्म का हिसाब करता है। Turkey के साथ भी कुछ ऐसा ही होने वाला है। अगर भगवान ने चाहा तो वो दिन दूर नहीं जब Turkey के कर्मों का पूरा हिसाब-किताब भारत के लोग करेंगे। और ये हिसाब-किताब ऐसा होगा कि, फिर धरती पर Turkey का नाम लेने वाला कोई नहीं बचेगा। आखिर भारत ऐसा क्या करने जा रहा है,बताएंगे आपको। लेकिन उससे पहले Turkey में आए भूकंप के बारे में कुछ बता देते हैं। कुछ ऐसा जिसके बारे में आपने सोचा भी नहीं होगा।
तुर्की में क्यों आया भूकंप, समझिये
गुरुवार शाम को Turkey में तेज भूकंप आया। रिएक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता करीब 5.1 मापी गई। भूकंप का झटका इतना तेज था कि, लोग डर के मारे घरों से बाहर निकल गए। हालांकि किसी जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। लेकिन वहां के लोग समझ गए कि, ये सब क्यों और कैसे हो रहा है। कैसे उन्हें पाकिस्तान का साथ देने की सजा मिलने वाली है। कैसे धर्म के आधार पर आंख बंद करके आतंकियों का साथ देने वाले पाकिस्तान का साथ उन्हें भारी पड़ने वाला है।
भारत की मदद भूल गया तुर्की
आपको याद होगा कि, जब पिछली बार 6 फरवरी 2023 को Turkey में भयानक भूकंप आया था। रिएक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 7.8 मापी गई थी। उस वक्त Turkey में भारी तबाही हुई थी। तब मदद के लिए भारत ने हाथ बढ़ाया था, और ऑपरेशन दोस्त चलाकर Turkey की सहायता की थी। उसके नागरिकों को जीवनदान दिया था। लेकिन अहसान फरामोस Turkey ये सब भूल गया,और भारत की पीठ में खंजर घोंपकर उसका बदला दिया। लेकिन वो भूल गया कि, भारत को धोखा देने का अंजाम क्या हो सकता है।
भारत ने हिलाई तुर्की की धरती ?
ऐसा कहा जा रहा है कि, Turkey में जो भूकंप आया, उसके पीछे भारत है, और ये कोई प्राकृतिक आपदा नहीं बल्कि ये एक प्रायोजित आपदा थी। तो क्या असल में Turkey को सबक सिखाने के लिए भारत ने कुछ ऐसा प्रयोग किया था, जिससे तुर्की में भूकंप आ गया था। बताएंगे आपको, लेकिन उससे पहले बता दें कि,इसमें दो राय नहीं है कि, भारत के पास ऐसी शक्तियां हैं कि, वो किसी भी देश में कुछ भी करा सकता है। लेकिन भारत उस शक्ति का दुरुपयोग नहीं करता है। खासकर मानवीय हितों की सुरक्षा को ताक पर रखकर तो कतई नहीं।
भूकंप को भारत बना रहा हथियार ?
जहां तक Turkey में आए भूकंप की बात है तो बता दें कि, भारत का विरोध करने वाले देशों में एक के बाद एक भूकंप के झटके महसूस किये जा रहे हैं। जिसके बाद सिस्मिक वेपन थ्योरी की चर्चा अचानक तेज हो गई है। ऐसी चर्चा है कि, कई देश इस थ्योरी पर काम कर रहे हैं। जिससे वो भूकंप को हथियार के रूप में दूसरे देश पर इस्तेमाल कर सकें। अमेरिका ने 1993 में सिस्मिक वेपन थ्योरी पर काम शुरू किया था। जिसे हार्प यानि हाई फ्रीक्वेंसी एक्टिव ऑरोरल रिसर्च प्रोग्राम नाम दिया गया था।
अमेरिका पर लग चुके हैं ऐसे आरोप
कहा जा रहा है कि, सिस्मिक वेपन थ्योरी में कृत्रिम रूप से भूकंप को पैदा करने पर रिसर्च की जा रही है। और आरोप ये भी है कि, अमेरिका इसे कई बार इस्तेमाल भी कर चुका है। साल 2010 में हैती के राष्ट्रपति चावेज ने अमेरिका पर उनके यहां सिस्मिक वेपन का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था। आपको याद होगा कि, 2010 में ही हैती में भयानक भूकंप आया था। जिसमें हजारों लोगों की जान चली गई थी। ईरान और वेनेजुएला ने भी अमेरिका पर इसी तरह के आरोप लगाए थे। लेकिन इसका कोई पुख्ता प्रमाण नहीं मिला। इसके बाद अब कहा जा रहा है कि, भारत भी Turkey के खिलाफ इस वेपन का इस्तेमाल कर रहा है।
भारत युद्ध नहीं बुद्ध का समर्थक है
जैसा कि प्रधानमंत्री मोदी कह चुके हैं कि, भारत युद्ध नहीं बुद्ध का समर्थक है, लिहाजा ये बात साफ हो जाती है कि, भारत के पास अगर ऐसी कोई तकनीक होगी भी तो वो मानव मूल्य की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उसका इस्तेमाल नहीं करेगा। और जहां तक Turkey की बात है तो उसे उसके किये की सजा भारत ने उसे कूटनीति से धीरे-धीरे देनी शुरू कर दी है.और आने वाले वक्त में भारत उस पर ऐसा शिकंजा कसेगा कि, वो पाकिस्तान का नाम लेना भी भूल जाएगा।