सांकेतिक तस्वीर
TTP का हमला: Pakistan पर फिर टूटा आतंक का कहर, खैबर में 6 जवान मारे गए, 15 लापता
कभी आतंक को पालने-पोसने वाला पाकिस्तान (Pakistan) आज खुद उसी आग में जल रहा है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने एक बार फिर इस पाकिस्तान को दहला दिया है। ख़बर है कि मंगलवार सुबह खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के अकाखेल इलाके में हुए इस हमले ने पाकिस्तानी सेना को झकझोर कर रख दिया है। इस भीषण हमले में 6 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए, 5 गंभीर रूप से घायल हुए और 15 जवान लापता बताए जा रहे हैं।
🔹 मुनीर की सेना पर सुबह-सुबह मौत की बारिश
पाकिस्तानी सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, मंगलवार सुबह करीब 6 बजे भारी हथियारों से लैस TTP के आतंकियों ने अकाखेल स्थित एक सेना चौकी पर अचानक धावा बोल दिया।
आतंकियों ने इस दौरान RPG, ग्रेनेड और ऑटोमैटिक हथियारों का इस्तेमाल किया।

हमले की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि मौके पर ही 6 जवानों के चीथड़े उड़ गए और कई सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गए।
🔹 लापता जवानों से बढ़ी मुनीर की टेंशन
पाकिस्तान के फील्ड मार्शल आसीम मुनीर की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं।
खबर है कि हमले के बाद 15 जवान लापता हैं और माना जा रहा है कि TTP के आतंकियों ने उन्हें अगवा कर लिया है।

हालांकि, पाकिस्तानी सेना ने दावा किया है कि उन्होंने जवाबी कार्रवाई में कई आतंकियों को मार गिराया है, लेकिन इससे उनकी हार की शर्म नहीं छिप पाई।
घायल सैनिकों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है।
🔹 सेना ने शुरू किया बड़ा सर्च ऑपरेशन
हमले के बाद फ्रंटियर कोर की टीमें हेलीकॉप्टर और ड्रोन की मदद से लापता जवानों की तलाश में जुट गई हैं। लेकिन अब तक किसी भी सैनिक का पता नहीं चल पाया है। खैबर पख्तूनख्वा का अकाखेल इलाका लंबे समय से TTP का गढ़ माना जाता है, जहां से पाकिस्तान की सेना को बार-बार निशाना बनाया जाता रहा है।
🔹 बढ़ता TTP का आतंक
साल 2025 में अब तक TTP ने खैबर और आसपास के इलाकों में 40 से ज्यादा हमले किए हैं, जिनमें 200 से अधिक पाकिस्तानी जवान मारे जा चुके हैं।
इन हमलों में आतंकियों ने न सिर्फ चौकियों पर कब्जा किया है, बल्कि कई बार सेना के हथियार भी लूट लिए हैं। बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा दोनों प्रांत इस वक्त आतंक के सबसे बड़े केंद्र बन चुके हैं।
🔹 Pakistan की “उलटी गिनती” शुरू?
पाकिस्तान, जिसने कभी आतंक को अपनी “रणनीतिक गहराई” बताया था, अब उसी आतंक के बोझ तले दब चुका है।
फील्ड मार्शल आसीम मुनीर के लिए ये हमला सिर्फ एक सैन्य असफलता नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की फिर से हुई बेइज्जती है।
अगर लापता 15 जवानों की मौत या अपहरण की पुष्टि होती है, तो मुनीर के लिए अपने ही देश की जनता को जवाब देना बेहद मुश्किल हो जाएगा।
खौफ के साए में Pakistan
TTP के लगातार हमले अब पाकिस्तान के लिए मौत का खौफ बन चुके हैं।
कभी आतंकवाद को अपने पड़ोसी देशों में फैलाने वाला पाकिस्तान आज अपने ही जाल में फंस गया है। खैबर में हुआ ये ताजा हमला इस बात का सबूत है कि अब पाकिस्तान के लिए “आतंक के अजगर” को काबू में रखना लगभग नामुमकिन हो चुका है।
Bihar Election 2025: Tejashwi Yadav का सरकारी नौकरी देने वाला कानून क्या है? जानिए पूरी कहानी

https://shorturl.fm/U9rLC