 
                  Trump ने दिया 2 दिन का अल्टीमेटम
Trump News
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Trump) ने फ़िलिस्तीनी के संगठन हमास को गाज़ा के लिए पेश किए गए शांति‑प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए सिर्फ दो दिनों का अल्टीमेटम दिया है। ट्रंप का कहना है कि अगर हमास रविवार शाम 6 बजे (वॉशिंगटन डी.सी. के समयानुसार) तक समझौता नहीं मानता तो अमेरिका और उसके साझेदारों की ओर से ऐसी कार्रवाई होगी जो पहले नहीं देखी गई।
Trump की पोस्ट में बड़ा दावा
ट्रंप ने अपने सोशल पोस्ट पर स्पष्ट निर्देश दिए कि हमास को तत्काल इज़रायली बंधकों को रिहा करना होगा — जिनमें मृतकों के शव भी शामिल हैं — और युद्धविराम को अंतिम रूप देना होगा। उनके मुताबिक वर्तमान प्रस्ताव न केवल जंग रोकने की मांग करता है, बल्कि युद्ध के बाद गाज़ा के प्रशासन की रूपरेखा भी निर्धारित करता है; व्हाइट हाउस ने इसे क्षेत्रीय संघर्ष समाप्ति और भविष्य के प्रशासन के लिए रोडमैप बताया है।

Trump का 20‑सूत्रीय प्रस्ताव और दबाव
ट्रंप ने पिछले दो वर्षों से गाज़ा संघर्ष को बंद कराने के लिए इज़रायल और हमास दोनों पर दबाव बनाया है और यही 20‑बिंदुओं वाला प्रस्ताव भी पेश किया गया है। इस योजना के मुताबिक एक अस्थायी प्रशासनिक बोर्ड का गठन होगा जिसमें अंतरराष्ट्रीय हस्तियाँ भी शामिल होंगी; योजना यह भी कहती है कि किसी को गाज़ा जाने के लिए जबरन नहीं किया जाएगा और दोनों पक्ष शर्तें मानने पर झड़पें तुरंत बंद हो जाएंगी।

धीरे से समीक्षा कर रहा है हमास
रिपोर्टों और सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि हमास प्रस्ताव की समीक्षा कर रहा है। विश्लेषकों के अनुसार हमास पर सशर्त हथियार छोड़ने की मांग लंबे समय से बनी हुई नापसंदगी का मामला है, इसलिए समूह की प्रतिक्रिया निकट भविष्य में देखने लायक होगी।
सख्त चेतावनी और नागरिकों की सुरक्षा पर जोर
ट्रंप ने गाज़ा में आम नागरिकों से सुरक्षित स्थानों पर चले जाने की अपील भी की और चेतावनी दी कि जो लोग हमले के निशाने पर हैं, उन्हें खोजकर खत्म कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि समझौता बचे हुए हमास लड़ाकों की जान भी बचा सकता है और पूरे दस्तावेज़ का मकसद अंततः “मिडिल ईस्ट में शांति” स्थापित करना है।
प्रतिक्रिया और अनिश्चितता
ट्रंप के अल्टीमेटम के बाद क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता और चर्चा तेज है — क्या हमास प्रस्ताव स्वीकार करेगा, और अगर नहीं तो किन परिणामों का सामना करना पड़ेगा। ट्रंप ने 7 अक्तूबर 2023 के हमले को नरसंहार करार देते हुए हमास को कई वर्षों से क्षेत्र में मौजूद एक क्रूर खतरा बताया; इसी प्रतिशोध की कार्रवाई में उनकी दलील के अनुसार अब तक 25,000 से अधिक हमास लड़ाके मारे जा चुके हैं।
अभी के लिए सबकी नजरें उस समय‑सीमा पर टिकी हैं जिसे ट्रंप ने निर्धारित किया है — रविवार शाम 6 बजे (वॉशिंगटन समय) — और यह देखने की उत्सुकता है कि हमास क्या निर्णय लेता है और इसका मध्य‑पूर्व की राजनीतिक स्थिति पर क्या असर पड़ता है।

 
         
         
         
        
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