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Tractor Trolley Accident: एटा से आगरा जा रही थी बस, ट्रॉली से भिड़ते ही मच गया कोहराम
Tractor Trolley Accident– सड़क हादसे का खौफनाक मंजर फिरोजाबाद जिले के रजावली थाना क्षेत्र में उस समय सामने आया जब 48 सवारियों से भरी एक प्राइवेट बस ट्रैक्टर ट्रॉली से जा भिड़ी। हादसा इतना जबरदस्त था कि बस की छत उड़ गई और यात्री सीटों से उछलकर नीचे जा गिरे। इस दर्दनाक मंजर में एक शख्स की मौत हो गई, जबकि 6 सवारियों की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है।
बस एटा से आगरा की ओर जा रही थी। बताया जा रहा है कि, बस जैसे ही गांव नगला सिकंदर के पास पहुंची ही थी कि, सामने से आ रही अनियंत्रित ट्रॉली से आमने-सामने की टक्कर हो गई। टक्कर के साथ ही बस की खिड़कियां चटकने लगीं, चीखें गूंज उठीं और कुछ ही पलों में पूरा मंजर मातम में बदल गया।
Tractor Trolley Accident में टूटी उम्मीदें, बिखरे सपने, घायल सिसकते रहे सड़कों पर
हादसे की जानकारी मिलते ही राजावली पुलिस मौके पर पहुंची और खून से लथपथ यात्रियों को किसी तरह बस निकाला। घायलों को तत्काल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। जहां एक शख्स की मौत हो गई। घायलों में 6 की हालत नाजुक बताई जा रही है।
थानाध्यक्ष ब्रजकिशोर सिंह के मुताबिक, “घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने तत्काल रेस्क्यू शुरू किया। 7 लोग गंभीर रूप से घायल थे, जिन्हें तत्काल अस्पताल भेजा गया है। मृतक की शिनाख्त मणिकांत नाम के शख्स के रूप में की गई है।
बस के बचे यात्रियों ने बताया कि ड्राइवर को ट्रॉली समय पर दिखी ही नहीं, और जब तक ब्रेक लगाए जाते, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। ट्रॉली पर भी कोई रिफ्लेक्टर या चेतावनी नहीं लगी थी।
Tractor Trolley Accident:स्थानीय लापरवाही या सिस्टम की चूक?
ऐसे हादसे सवाल उठाते हैं कि – क्या सड़क पर चल रही ट्रॉली बिना लाइट और सिग्नल के यूं ही दौड़ती रहेंगी? क्या भारी वाहनों के लिए कोई रात्रि मानक नहीं हैं? क्यों अब भी सड़कें लापरवाही की शिकार हैं?
इस हादसे ने एक बार फिर जता दिया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में रात के समय भारी वाहनों की आवाजाही, बिना सुरक्षा उपायों के, जानलेवा हो सकती है। अगर समय पर चेतावनी संकेत होते या ट्रॉली पर लाइट होती, तो शायद ये जान बचाई जा सकती थी।
Tractor Trolley Accident:मौत के ये ट्रॉली-तांडव कब रुकेंगे?
48 यात्रियों की जिंदगी एक पल में लटक गई, सिर्फ इसलिए कि एक ट्रॉली गलत समय पर गलत जगह पहुंच गई। अब एक परिवार अपने प्रियजन को खो चुका है, और कई जिंदगियां अभी ICU में मौत से लड़ रही हैं। यह सड़क हादसा सिर्फ एक खबर नहीं, एक कराह है – जो सिस्टम, सुरक्षा और सड़क पर बेतरतीबी के खिलाफ चीख रही है।
उत्तर प्रदेश में 2025 के सड़क हादसों भयावह!
उत्तर प्रदेश में सड़क हादसे (Uttar Pradesh Road Accident 2025) एक गंभीर समस्या बने हुए हैं। उत्तर प्रदेश सड़क सुरक्षा और जागरूकता सेल के अनुसार:
2023 के आंकड़े: 44,534 हादसे, 23,652 मौतें, 31,098 घायल।
सड़क सुरक्षा के लिए सुझाव
ऐसे हादसे न हों, इसके लिए सुरक्षा उपाय जरूरी है

 
         
         
        