 
                  Kim Jong Un के गार्ड क्यों साफ करते हैं कुर्सी और ले जाते हैं झूठा गिलास?, सच आ गया सामने
Kim Jong Un News
उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन (Kim Jong Un) अपनी रहस्यमयी सुरक्षा व्यवस्था के लिए हमेशा चर्चा में रहते हैं। हाल ही में चीन की राजधानी बीजिंग में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से उनकी मुलाकात के बाद उनकी सुरक्षा से जुड़ी एक अनोखी घटना सामने आई। किम के सुरक्षाकर्मी मुलाकात के बाद उनकी कुर्सी, मेज और इस्तेमाल किया गया गिलास अपने साथ ले गए।
गार्ड्स की चौकसी
रूसी पत्रकार अलेक्जेंडर युनाशेव के मुताबिक, मुलाकात खत्म होते ही किम जोंग के गार्ड्स ने उस कुर्सी और मेज को अच्छे से साफ किया, जिस पर किम बैठे थे। यहां तक कि उनके इस्तेमाल किए हुए गिलास को भी साथ ले जाया गया ताकि कोई भी उनके DNA या फिंगरप्रिंट तक न पहुंच सके।

जासूसी से बचने की कोशिश?
जानकारों का मानना है कि यह कदम रूस या चीन जैसी विदेशी खुफिया एजेंसियों की जासूसी से बचने की कोशिश हो सकता है।
- किसी भी नेता के DNA और स्वास्थ्य की जानकारी उसके फिंगरप्रिंट, पसीने, बाल या मल-मूत्र से हासिल की जा सकती है।
- यह जानकारी लीक होने पर दुश्मन देश उनकी कमजोरियों का फायदा उठा सकते हैं।
- अगर किसी नेता की बीमारी या स्वास्थ्य से जुड़ी रिपोर्ट बाहर आ जाए, तो इससे उसकी राजनीतिक छवि और जनता का भरोसा प्रभावित हो सकता है।
मल-मूत्र और फिंगरप्रिंट क्यों मिटाए जाते हैं?
सुरक्षा एजेंसियां विदेश यात्राओं पर नेताओं की हर छोटी से छोटी चीज़ पर नजर रखती हैं।
- फिंगरप्रिंट से फोन, लैपटॉप या गुप्त दस्तावेज़ तक पहुंच बनाई जा सकती है।
- स्वास्थ्य संबंधी गोपनीय जानकारी निकलने से दुश्मन देशों को रणनीतिक बढ़त मिल सकती है।
- गलत रिपोर्ट फैलाकर नेताओं की कमजोर छवि बनाई जा सकती है।
इसी वजह से न केवल उत्तर कोरिया बल्कि दुनिया के कई देशों की सुरक्षा एजेंसियां अपने शीर्ष नेताओं की विदेश यात्राओं के दौरान उनके इस्तेमाल किए सामान को वापस ले जाती हैं और हर निशान मिटा देती हैं।
किम जोंग उन की सुरक्षा पद्धति यह साफ करती है कि किसी भी देश के नेता के लिए उनकी गोपनीयता और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी कितनी अहम होती है। यही कारण है कि उनके गार्ड हमेशा हर निशान मिटाने और इस्तेमाल किए गए सामान को साथ ले जाने में जुटे रहते हैं।

 
         
         
        