 
                  Temple Thief Arrested: मंदिरों का शातिर चोर आ गया शिकंजे में
एक शातिर चोर – जो मंदिरों को अपनी चोरी का निशाना बनाता था….आखिरकार वो पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया। मऊ जिले की मुहम्मदाबाद पुलिस ने 29 जुलाई 2025 को एक ऐसी कामयाबी हासिल की – जिसने न केवल स्थानीय लोगों को राहत दी – बल्कि मंदिरों में हुई चोरी की अब तक अनसुलझी गुत्थी को भी सुलझा दिया।
Temple Thief Arrested: काली मंदिर से दुर्गा मंदिर तक वारदात
संदीप यादव – एक ऐसा नाम – जो अब मंदिरों की पवित्रता को भंग करने के अपराध में चर्चा का विषय बन गया है। मऊ जिले के रानीपुर थाना क्षेत्र के शमशाबाद गांव का निवासी संदीप….पिछले सात-आठ महीनों से मंदिरों में चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहा था। उसका तरीका बेहद शातिराना था। रात के अंधेरे में वह मंदिरों के शीशे तोड़कर कीमती आभूषण और सामान चुरा लेता था। उसने कबूल किया कि उसने इदारतगंज के काली मंदिर और सैदपुर के प्राचीन दुर्गा मंदिर को अपना निशाना बनाया। सीसीटीवी फुटेज ने पुलिस को उसकी पहचान करने में मदद की, जिसके बाद उसकी गिरफ्तारी संभव हो सकी।
Temple Thief Arrested: भगवान के आभूषणों से भरे दो झोले बरामद
मऊ के पुलिस अधीक्षक इलामारन के नेतृत्व में चलाए जा रहे अपराध विरोधी अभियान के तहत मुहम्मदाबाद पुलिस को मुखबिर से मिली एक पक्की सूचना ने खेल बदल दिया। पुलिस ने करहां रोड के पास रेलवे क्रॉसिंग पर संदीप को धर दबोचा। उसके कब्जे से दो झोले मिले, जिनमें चोरी के आभूषण भरे थे। इनमें एक छत्रप, करधनी, पायल, लॉकेट, चेन, मांगटीका, नथिया और झुमके शामिल थे। कुछ सामान उसने पहले ही बेच दिया था – जिसके 1350 रुपये उसके पास से बरामद हुए।
Temple Thief Arrested: पुलिस ने तोड़ा तो उगले हैरान करते राज!
पूछताछ में संदीप ने अपने गुनाह कबूल किए। उसने बताया कि काली मंदिर में चोरी के दौरान शीशा तोड़ते वक्त उसका दाहिना हाथ कट गया था। उसने सैदपुर के दुर्गा मंदिर से सात-आठ महीने पहले मांगटीका, नथिया और झुमका चुराया था, और दो महीने पहले फिर से उसी मंदिर से एक और झुमका चुराया। चोरी का सामान बेचकर वह अपने खर्चे पूरे करता था। उसने मऊ और आसपास के जिलों के कई मंदिरों में चोरी की बात स्वीकारी, लेकिन रात में चोरी करने के कारण उसे सटीक जगहों का पता नहीं था।
Temple Thief Arrested: संदीप की गिरफ्तारी से जनता की सांस में सांस!
मुहम्मदाबाद पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि संदीप यादव ने किन-किन मंदिरों को निशाना बनाया। संदीप की गिरफ्तारी से स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है। लोगों ने पुलिस की तारीफ भी की है कि उनकी शिकायतों को पुलिस ने गंभीरता से लिया और मंदिरों के चोर को गिरफ्तार कर 7 महीने की परेशानियों का अंत कर दिया। संदीप फिलहाल सलाखों के पीछे है। उसकी करतूतों का फैसला भगवान खुद बाद में करेंगे – फिलहाल उसके किए का फैसला अदालत को करना है।

 
         
         
         
        