
Temple Theft
मोबाइल और पर्स की चिंता में खोए थे श्रद्धालु, अब Temple Theft करने वाली महिलाओं को मिला ‘ईश्वरीय न्याय’।
🎤 रिपोर्टर: अमित शर्मा
📍 लोकेशन: मथुरा
जब भगवान भी नाराज़ हो गए: Temple Theft पर टूटा ईश्वरीय कहर
Temple Theft:वृंदावन। भगवान सब सुनते हैं — देर से सही, पर पूरी गूंज के साथ सुनते हैं।
और इस बार, उन्होंने भक्तों की वो अदृश्य सी चुप्पी सुन ली, जो पर्स और मोबाइल गायब होने के बाद उनके भीतर रो रही थी।
जी हां! जो श्रद्धालु बांके बिहारी के दर्शन करने आए थे, वो वहां आंखें मूंदकर भगवान में लीन होने की बजाय अपनी जेबें टटोलते नजर आते थे।
और अगर मोबाइल या पर्स गायब हो गया, तो पूजा से पहले शुरू हो जाती थी — “हे भगवान! अब मैं क्या करूं!” वाली फरियाद और पुलिस पर गुस्से की बरसात।
‘श्रद्धा का चोला, चोरी का इरादा’ — Temple Theft का असली रूप
इन महिलाओं ने धोती-कुर्ते, सूती साड़ियों में खुद को ऐसा सजाया था कि हर कोई इन्हें भक्त समझ बैठे।
पर असल में, ये थीं Temple Theft की ट्रेंड ट्रेनर्स – जिनका ‘ध्यान’ भगवान में नहीं, आपकी जेब में था।
शुक्रवार को 7 महिलाओं को वृंदावन रेलवे स्टेशन के पास दबोचा गया, जो बांके बिहारी मंदिर से दर्शन के नाम पर पर्स उड़ा रही थीं।
शनिवार को 3 और ‘भक्तनुमा चोरनियां’ जुगल घाट परिक्रमा मार्ग से पुलिस के हाथ लगीं।
बरामदगी की लिस्ट और गुनाहों का हिसाब
इन ‘धार्मिक चोरों’ से मिले:
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3 मोबाइल फोन
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₹18,652 नकद
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चुराए गए कई पर्स
ये महिलाएं राजस्थान और मध्य प्रदेश की रहने वाली हैं — यानी ये कोई स्थानीय झपाटी नहीं, बल्कि अंतरराज्यीय Temple Theft नेटवर्क का हिस्सा थीं।
पाप का घड़ा भर चुका था…
कहते हैं “भगवान सबका हिसाब रखते हैं,”
और शायद इन्हीं महिलाओं के पापों का घड़ा ओवरफ्लो हो गया था — तभी तो भक्तों के दुखों का एक्सपायरी डेट आ गया।
अब ये महिलाएं पहुंच चुकी हैं भगवान के नहीं, कोर्ट के दरबार में।
जहां ना भीड़ होगी, ना भक्ति — बस CCTV फुटेज, FIR की प्रतियां, और सेल नंबर 4 की चुप्पी होगी।
अब भक्त कर सकेंगे निश्चिंत होकर दर्शन
भक्तों की एक ही शिकायत थी —
“भगवान जी, दर्शन करूं या जेब संभालूं?”
अब जवाब मिला है — “दर्शन कर लो बेटा, बाकी हमने संभाल लिया है!”
पुलिस टीम जिसने भक्तों को चैन की नींद दी:
पुलिस की जिस टीम ने भक्तों को इन महिला चोरों से मुक्ति दिलाई,उनका नाम लेना तो बनता है,बिना उनकी कोशिश के ये महिला चोर पकड़ी ही नहीं जाती-
प्रभारी निरीक्षक: प्रशांत कपिल
निरीक्षक: धर्मेंद्र कुमार
चौकी प्रभारी: शिवकुमार शर्मा
महिला उपनिरीक्षक: स्मिति पंवार
कांस्टेबल: विमल, विनय, बिजेंद्र, लवकुश, अर्चना
यही वो योद्धा हैं जिन्हें भगवान ने भक्तों की पुकार सुनने की प्रेरणा दी थी