रायबरेली में स्वामी प्रसाद पर हमले का मामला. आरोपियों ने खुद को करणी सेना का बताया, लेकिन करणी सेना ने झाड़ा पल्ला. मौर्य बोले ‘मेरी आवाज दबाने की कोशिश’
Raebareli : राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी (RSSP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी Swami Prasad Maurya पर बुधवार को रायबरेली के मिल एरिया थाना क्षेत्र के सारस चौराहे पर हुए हमले के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों, रोहित द्विवेदी और शिवम यादव को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों को सिटी मजिस्ट्रेट न्यायालय ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में रायबरेली जिला कारागार भेज दिया है.
कहां और कब हुआ हमला?

Swami Prasad Maurya लखनऊ से फतेहपुर जाते समय रायबरेली के सारस चौराहे पर रुके थे, जहां उनके समर्थक फूल-माला पहनाकर उनका स्वागत कर रहे थे. इसी दौरान, भीड़ में शामिल दो युवक, रोहित द्विवेदी और शिवम यादव ने माला पहनाने की आड़ में मौर्य के सिर पर थप्पड़ मारने की कोशिश की. यह घटना कैमरे में कैद हो गई और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. हमले के बाद मौर्य के समर्थकों ने दोनों युवकों को पकड़कर उनकी जमकर पिटाई की, जिससे दोनों घायल हो गए. पुलिस ने तत्काल हस्तक्षेप कर आरोपियों को हिरासत में लिया.
अब तक की कानूनी कार्रवाई
Swami Prasad Maurya के करीबी दिलीप मौर्य की तहरीर पर मिल एरिया थाने में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 351(2) (आपराधिक साजिश), धारा 333 (सार्वजनिक स्थान पर अभद्र व्यवहार) और धारा 351(6) (आपराधिक धमकी) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया. इसके अलावा, दोनों आरोपियों का चालान धारा 151 CrPC (शांतिभंग की आशंका) के तहत किया गया. सिटी मजिस्ट्रेट न्यायालय ने सुनवाई के बाद रोहित द्विवेदी और शिवम यादव को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में रायबरेली जिला कारागार भेज दिया.
आरोपियों का बयान
रोहित द्विवेदी ने पुलिस पूछताछ में दावा किया कि स्वामी प्रसाद मौर्य के सनातन धर्म, भगवान राम और ब्राह्मण समुदाय के खिलाफ बार-बार दिए गए विवादित बयानों से वह नाराज था, जिसके चलते उसने हमला किया. रोहित ने खुद को करणी सेना का सदस्य बताया, हालांकि करणी सेना के जिला अध्यक्ष मोनू भदौरिया ने इससे इनकार करते हुए कहा कि दोनों युवक उनके संगठन से नहीं जुड़े हैं और संगठन इस हिंसा की निंदा करता है.
स्वामी प्रसाद मौर्य की प्रतिक्रिया

मौर्य ने इस हमले को योगी सरकार के ‘गुंडाराज’ का उदाहरण बताते हुए करणी सेना पर आरोप लगाया… उन्होंने कहा, “ये लोग करणी सेना के नाम पर कीड़े-मकोड़े हैं, जो सरकार के संरक्षण में कानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ा रहे हैं. पुलिस की मौजूदगी में यह घटना जंगलराज को दर्शाती है”. मौर्य ने यह भी दावा किया कि यह हमला उनकी आवाज को दबाने की साजिश है, लेकिन वह डरने वाले नहीं हैं.
विवादों में स्वामी प्रसाद मौर्य
Swami Prasad Maurya अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं. हाल ही में 20 जुलाई 2025 को उन्होंने कांवड़ियों को ‘गुंडे’ और ‘माफिया’ कहकर विवाद खड़ा किया था, जिसके बाद लखनऊ में उनके आवास पर सुरक्षा बढ़ाई गई थी. इसके अलावा, 2023 में रामचरितमानस पर उनकी टिप्पणी और 2024 में फतेहपुर सीकरी में उन पर जूता फेंकने की घटना ने भी सुर्खियां बटोरी थीं.
