
Banda District Panchayat President, sunil patel बुरे फंसे नेताजी
Sunil Patel is in trouble : कहते हैं कि, पाप का घड़ा एक न एक दिन जरूर फूटता है..ये कहावत बांदा के जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील पटेल पर बिल्कुल सटीक बैठती हुई दिखाई पड़ती है। भ्रष्टाचार के दलदल में Sunil Patel इतनी बुरी तरह फंस गए हैं कि, उनका बाहर निकालना मुश्किल दिखाई पड़ रहा है। सूत्रों की माने तो Sunil Patel पर कार्रवाई लगभग तय है। बस जिलाधिकारी की फाइनल रिपोर्ट आने की देर है।

Banda:यूपी का बांदा जिला वैसे तो विकास का कोई बड़ा आयाम स्थापित नहीं कर पाया है।लेकिन भ्रष्टाचार को लेकर आजकल इस जिले की चर्चा हर तरफ है। भ्रष्टाचार का ये घड़ा फूटता भी नहीं, अगर विधायक जी और जिला पंचायत अध्यक्ष Sunil Patel के बीच बकझक नहीं हुई होती। दरअसल बीते दिनों जिला पंचायत कार्यालय में विधायक जी और जिला पंचायत अध्यक्ष Sunil Patel के बीच विवाद हो गया था। ये विवाद विकास कार्यों के लिए आवंटित होने वाले ठेके को लेकर हुआ था, ऐसा बताया जा रहा है। इस विवाद के बाद विधायक प्रकाश द्विवेदी ने District Panchayat President Sunil Patel के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
विधायक जी ने बढ़ा दी जिला पंचायत अध्यक्ष की टेंशन!

विधायक जी के मुहिम छेड़ने की देर थी कि, जिला पंचायत सदस्यों ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आयुक्त को लिखित शिकायत कर दी। स्थानीय प्रशासन से होते हुए ये मांग लखनऊ दरबार तक पहुंच गई। जिसके बाद मुख्य सचिव ने मामले की जांच के लिए बांदा आयुक्त को निर्देश जारी कर दिया। लखनऊ से आदेश आया तो, आयुक्त महोदय ने भी तत्काल जिलाधिकारी को मामले पर कार्रवाई करने के निर्देश दिये। जिसके बाद तीन सदस्यीय कमेटी बनाकर जांच शुरू कर दी गई।
बुरे फंस गए जिला पंचायत अध्यक्ष

तीन सदस्यों की टीम बनाकर जब शिकायत की जांच कराई गई, तो लगभग 6 करोड़ रुपये से ज्यादा के घोटाले की बात सामने आई। जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ कि, District Panchayat President Sunil Patel के जरिए एक ठेकेदार को निजी रुप से लाभ पहुंचाया गया। जिसके बाद District Panchayat President Sunil Patel समेत टेंडर में शामिल सभी अधिकारियों पर कार्रवाई की तलवार लटकने लगी है।इधर जिला प्रशासन ने ठेकेदार शक्ति सिंह से वसूली की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। जिसके बाद District Panchayat President Sunil Patel की हवा टाइट हो गई है।
जिलाधिकारी ने भेजा नोटिस,मांगा जवाब
इधर जांच में करोड़ों रुपये का घोटाला सामने आने के बाद जिलाधिकारी ने District Panchayat President Sunil Patel समेत सभी आरोपियों को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है।जिस पर सफाई देते हुए District Panchayat President Sunil Patel ने कहा है कि, उनके खिलाफ की गई शिकायत राजनीति से प्रेरित है,और उन्हें फंसाया जा रहा है। जितने भी जिला पंचायत सदस्यों के हस्ताक्षर के बाद जांच की जा रही है। दरअसल उन्होंने हस्ताक्षर किये ही नहीं हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष Sunil Patel ने जैसे ही ये बयान दिया, आरोप लगाने वाले जिला पंचायत सदस्य जिलाधिकारी के सामने पहुंच गए, और अपने हस्ताक्षर को सही बताते हुए जांच की मांग को फिर दोहराया।
डीएम की जांच पर अटकी कार्रवाई
अब सबकी निगाह जिलाधिकारी पर टिकी हुई है, क्योंकि जांच में दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ कार्रवाई उन्हें ही करनी है। बता दें कि, जब मुख्य सचिव ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिये थे,उसी वक्त तत्काल कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया था। दरअसल पहले पूरे मामले की मजिस्ट्रेट से जांच कराई जा चुकी है। जिसमें District Panchayat President Sunil Patel समेत कई लोग दोषी पाए गए हैं। अब पूरे मामले की जिलाधिकार जांच कर रहे हैं। ये जांच भी लगभग पूरी हो चुकी है..और किसी भी वक्त रिपोर्ट पेश हो सकती है। जिसके बाद दोषियों पर कार्रवाई होनी तय है।

अगर जिलाधिकारी की जांच में भी District Panchayat President Sunil Patel दोषी पाए जाते हैं तो उनकी कुर्सी के साथ—साथ उन लोगों पर भी गाज गिरेगी, जिन्होंने भ्रष्टाचार करने में District Panchayat President Sunil Patel दिया।यानि गेहूं के साथ घून का भी पिसना तय है
बांदा से दीपक कुमार की रिपोर्ट