Gautam Gambhir को गांगुली की दो टूक: टेस्ट 5 दिन में जीते जाते हैं, 3 दिन में नहीं..!
कोलकाता टेस्ट में भारत को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मिली करारी हार ने टीम मैनेजमेंट से लेकर पूर्व खिलाड़ियों तक, सभी के बीच बहस छेड़ दी है। मुश्किल पिच पर खेला गया ये मुकाबला महज 8 सेशन में खत्म हो गया और दोनों टीमों की कुल पारियों में केवल 594 रन बने। वाशिंगटन सुंदर ने 60 रन बनाकर भारत की ओर से सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ी की, जो पिच की गंभीरता को खुद साबित करती है। जहां कई विशेषज्ञ इस हार का बड़ा कारण कठिन पिच बता रहे हैं, वहीं भारतीय मुख्य कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) इससे सहमत नहीं हैं। गंभीर के अनुसार, पिच चुनौतीपूर्ण थी लेकिन “अनप्लेयेबल” नहीं। दोष पिच का नहीं, बल्कि बल्लेबाज़ों की तकनीक और मानसिक मजबूती की कमी का था।
Gautam Gambhir : पिच हमारी ही मांग पर तैयार की गई थी
मैच के बाद गंभीर ने साफ कहा कि टीम मैनेजमेंट ने ही ऐसी पिच की मांग की थी। उनका मानना है कि टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाज़ों को कठिन परिस्थितियों में खुद को साबित करना चाहिए।
गंभीर ने ये भी कहा कि:
- बल्लेबाज़ परिस्थिति को सही से समझ नहीं पाए
- मानसिक दृढ़ता की कमी दिखी
- टीम ने रन बनाने का जज्बा और संयम दोनों खोया
गंभीर के इस बयान ने क्रिकेट गलियारों में नई चर्चा को जन्म दे दिया।

अनिल कुंबले और सौरव गांगुली ने उठाए सवाल
गंभीर के पिच संबंधी बयान पर भारतीय क्रिकेट के दो दिग्गज—अनिल कुंबले और सौरव गांगुली—ने आश्चर्य जताया। दोनों का मानना है कि टीम इंडिया को ऐसी पिचों से बचना चाहिए जो मैच को पहले ही तीन दिनों में खत्म कर दें।
गांगुली का Gautam Gambhir को स्पष्ट संदेश
सौरव गांगुली ने स्पष्ट शब्दों में कहा:
“अच्छी विकेट पर खेलो… टेस्ट मैच 5 दिनों में जीते जाते हैं, 3 दिनों में नहीं। बल्लेबाज़ों को 350–400 रन बनाने होंगे, तभी बुमराह-सिराज खेल जीतेंगे। प्लेयर्स पर भरोसा करो।”
गांगुली के अनुसार
- भारत के पास बेहतरीन गेंदबाज़ हैं—बुमराह, सिराज, शमी, जडेजा, कुलदीप
- इन गेंदबाज़ों की असली ताकत तभी दिखेगी जब बल्लेबाज़ उन्हेंरन-बैंक उपलब्ध कराएंगे
- कठिन पिचें घरेलू टीम को फायदा देने के बजाय दबाव में धकेल देती हैं
गांगुली ने गंभीर की तारीफ भी की, ये कहते हुए कि वो “प्रतियोगी हैं” और कोच के रूप में उनका काम अच्छा है, लेकिन अगला कदम संतुलित पिचों पर खेलना ही होना चाहिए।
टीम इंडिया को नई दिशा की जरूरत!
कोलकाता टेस्ट ने ये साफ कर दिया है कि सिर्फ स्पिनिंग ट्रैक पर निर्भर रहकर भारत टेस्ट क्रिकेट नहीं जीत सकता। बल्लेबाज़ों पर भरोसा, अच्छे विकेटों पर खेलना और 5 दिन की रणनीति ही टीम इंडिया को आगे बढ़ा सकती है। गंभीर के सामने अब चुनौती है—टीम की क्षमता पर भरोसा दिखाना और संतुलित पिचों पर जीत दर्ज करना।

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