Son kills father : मोहब्बत की नगरी Agra से आज इंसानियत को शर्मसार करने वाली खबर सामने आई है…आगरा शहर जो किसी की मोहब्बत की निशानी है, आज वही आगरा एक बाप बेटे की नफरत का गवाह बन गया। खबर ऐसी है कि आपका भी रिश्ते नाते से भरोसा उठ जाएगा। आप भी ये सोचने को मजबूर हो जाएंगे कि जिस औलाद को आप बड़े लाड़ प्यार से पालपोस कर बड़ा करते हैं, कहीं वो आगे चलकर आपकी ही जान का दुश्मन बन गया तो क्या होगा?

खबर आगरा के Kamla Police Station क्षेत्र से सामने आई है जहां एक मनीष नाम के युवक ने अपने पिता की हत्या कर दी… और हत्या के बाद उसने शव को बोरे में भरकर स्कूटी से ले जाकर Yamuna में फेंक दिया…ये खबर जिसने भी सुनी उसके होश उड़ गए। बाप बेटे की कहानी का ऐसा भी खौफनाक अंजाम हो सकता है किसी ने सोचा न होगा। मामले की खबर जंगल में आग की तरह फैली को इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस तुरंत हरकत में आई और आरोपी बेटे को हिरासत में लिया।

Agra City के DCP City Syed Ali Abbas ने बताया कि वाटर वर्क्स लाल मस्जिद के पास मनीष नाम का एक युवक अपनी मां रानी के साथ रहता था…मनीष के पिता भरत पूरे 20 साल से परिवार से अलग रह रहे थे। माता-पिता के बीच लंबे समय से विवाद था, दोनों की बातचीत भी बंद थी। भरत कभी-कभार रानी के घर आता था तो जमकर गाली-गलौज करता था। लड़ाई झगड़ा करता था जिसका उनका बेटा मनीष विरोध करता था। बीते शुक्रवार परिवार के बीच वही सब क्लेश हुए… हमेशा की तरह भरत, मनीष और रानी के घर आया और झगड़ा शुरू हो गया। भरत के बेटे मनीष ने अपने पिता की हरकतों का विरोध किया तो बाप-बेटे में झगड़ा शुरू हो गया। बाप-बेटे खूब तकरार हुई जो मारपीट में बदल गई। हाथापाई में भरत सिंह जमीन पर गिर पड़ा और मनीष के अंदर भी सालों से इतना गुस्सा भरा पड़ा था कि वो जमीर पर गिरे पिता को उठाने की जगह उसकी छाती पर चढ़ गया और लात घूंसे मारने लगा। मनीष के लगातार बार से भरत सिंह की मौत हो गई।
बेटे के सिर पर खून सवार था…जमीन पर पिता की खून से लथपथ लाश पड़ी थी… जब तक बेटे को होश आया वो दुनिया का सबसे बड़ा गुनाह कर चुका था। अब बारी थी अपने गुनाह को छुपाने की। लिहाज़ा बेटे ने पिता के शव को बोरे में भरा और उसे ठिकाने लगाने चल दिया। पिता के शव को उसने बोरे में रखा और अपनी स्कूटी पर यमुना नदी की ओर चल दिया। उस वक्त मनीष को यही सबसे आसान रास्ता लगा… मनीष ने भरत के शन को यमुना में फेंका और वापस घर चला गया।

घटना के बारे में किसी को भनक न लगे इसलिए मनीष चुपचाप घर में रहने लगा, लेकिन ये तो आप भी जानते हैं कि इश्क और गुनाह छुपाए नहीं छुपता… किसी ने भरत की हत्या की खबर पुलिस तक पहुंचा ही दी। पुलिस एक्शन में आई और रानी के घर में छानबीन की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला, लेकिन पुलिस कहां मानने वाली थी। पुलिस ने शनिवार सुबह मनीष को घर से उठाया और सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना सारा गुनाह बोलते पोपट की तरह उगल दिया…।
आगरा सिटी के डीसीपी सैय्यद अली अब्बास ने बताया कि मनीष ने पुलिस के सामने अपने पिता की हत्या की बात कबूल की और शव को यमुना में फेंकने की बात स्वीकार कर ली। फिलहाल पुलिस को भरत का शव नहीं मिला है लेकिन गहनता के साथ शव की तलाश की जा रही है और मनीष के कबूलनामे के बाद उसके खिलाफ कानून के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
