
शिवांगी सिंह
सोशल मीडिया पर दावा है कि महिला फाइटर पायलट शिवांगी सिंह 7 मई के बाद से लापता हैं और पाकिस्तान के कब्जे में हैं। भारतीय वायुसेना ने इससे इनकार किया है, लेकिन सवाल अभी भी कायम हैं।
नई दिल्ली।
सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वायरल दावे ने सबका ध्यान खींचा है। कहा जा रहा है कि भारतीय वायुसेना की महिला फाइटर पायलट शिवांगी सिंह, जो राफेल उड़ाने वाली पहली महिला पायलटों में से एक हैं, पाकिस्तान के कब्जे में हैं। सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि वे 7 मई 2025 के बाद से शिवांगी “लापता” हैं।
हालांकि, भारतीय वायुसेना (IAF) ने इन सभी दावों को सिरे से खारिज किया है और साफ किया है कि शिवांगी सिंह पूरी तरह सुरक्षित हैं और पाकिस्तान की हिरासत में होने की खबरें पूरी तरह फर्जी और निराधार हैं। बावजूद इसके शिवांगी को लेकर सोशल मीडिया पर अफवाहों का दौर थम नहीं रहा है।
फिर सवाल उठता है:
अगर वे सुरक्षित हैं तो अब तक सार्वजनिक रूप से सामने क्यों नहीं आईं?
उनकी कोई नई तस्वीर, बयान या मीडिया अपीयरेंस क्यों नहीं है?
सरकार या वायुसेना की ओर से कोई विस्तृत प्रेस कांफ्रेंस क्यों नहीं की गई?
अफवाहों की शुरुआत कहां से हुई?
ऑपरेशन सिंदूर के बाद से कुछ सोशल मीडिया हैंडल्स पर यह बात ट्रेंड करने लगी कि एक “मिसिंग पायलट” पाकिस्तान में पकड़ी गई है। चूंकि उस दौरान भारतीय और पाकिस्तानी सीमा पर एक कथित एरियल एक्टिविटी की भी चर्चा थी, लोगों ने नाम जोड़ दिया फ्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह का। बिना किसी आधिकारिक पुष्टि के यह खबर वायरल हो गई। और अभी भी पाकिस्तान एक प्रोपेगेंडा के तहत इस खबर को हवा दे रहा है, जबकि इसका धरातल कहीं नजर नहीं आ रहा है।
वायुसेना जारी कर चुकी है बयान
भारतीय वायुसेना ने एक लघु बयान जारी कर इस खबर को खारिज किया, लेकिन डिटेल में कोई जानकारी साझा नहीं की गई। यही बात आम जनता और सोशल मीडिया यूजर्स को खटक रही है।
सरकार के चुप रहने से अफवाहों को मिल रहा बल
अभी तक इस मामले में ना रक्षा मंत्रालय और ना ही प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से कोई औपचारिक बयान सामने आया है। यही कारण है कि सोशल मीडिया पर लोग सवाल उठा रहे हैं कि – अगर सब कुछ सामान्य है तो सरकार पारदर्शिता क्यों नहीं दिखा रही? विपक्ष भी इसे लेकर सरकार से सवाल पूछ रहा है।
क्या शिवांगी सिंह सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं?
शिवांगी सिंह की सोशल मीडिया प्रोफाइल्स या सार्वजनिक अपीयरेंस 7 मई के बाद से सामने नहीं आई हैं। हालांकि, एक फाइटर पायलट होने के नाते उनका निजी जीवन काफी सीमित और नियंत्रित रहता है, लेकिन मौजूदा हालात में उनके सामने न आने को लोग “संदेह” की नजर से देख रहे हैं।
शिवांगी सिंह के पाकिस्तान में होने की खबरें फिलहाल बेबुनियाद बताई जा रही हैं, लेकिन सरकार और वायुसेना की ओर से पारदर्शिता और ठोस बयान की कमी ही इस अफवाह को हवा दे रही है। ऐसे में ज़रूरत है कि सरकार आगे आकर स्थिति को साफ़ करे, जिससे देश के नागरिकों की शंका और सोशल मीडिया अफवाहों पर लगाम लग सके। और पाकिस्तान को भी उसके झूठे प्रोपेगेंडा का जवाब मिल सके।