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School Pairing Policy ने मचाई खलबली | School Pairing Policy
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की School Pairing Policy ने विपक्ष की नींद उड़ा दी है। ये कोई काग़ज़ी योजना नहीं, बल्कि शिक्षा व्यवस्था में Surgical Strike है। जिस प्रदेश में सालों से मास्टर कम और मास्टरस्ट्रोक ज्यादा चलता था, वहाँ अब स्कूलों को जोड़ा जा रहा है ताकि संसाधनों का बेहतर उपयोग हो सके। लेकिन विपक्ष को ये काम हजम नहीं हो रहा। क्योंकि अगर बच्चे पढ़ गए, तो उनका झूठ और वोट बैंक दोनों फेल हो जाएंगे।
Court का तमाचा: नीति में दम, विरोध में भ्रम | Court on School Pairing Policy
जब विपक्ष ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, तो उन्हें लगा कि संविधान के नाम पर वे सरकार को घेर लेंगे। लेकिन कोर्ट ने साफ कह दिया — School Pairing Policy पूर्णतः तर्कसंगत, छात्रहित में और संसाधनों के विवेकपूर्ण उपयोग हेतु जरूरी है।
कोर्ट ने केवल सीतापुर के 14 स्कूलों को अस्थायी रूप से यथास्थिति में रखने का आदेश दिया, और बाकी 196 स्कूलों की पेयरिंग को पूरी तरह जायज ठहराया।
ये फैसला विपक्ष के झूठ पर संवैधानिक हथौड़ा साबित हुआ।
Akhilesh & Sanjay की अफवाह फैक्ट्री फेल | Akhilesh Yadav on School Pairing Policy
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इसे गरीबों के खिलाफ साजिश बताया। लेकिन जब उनके राज में स्कूलों में न तो मास्टर होते थे, न टॉयलेट, तब कोई साजिश क्यों नहीं दिखी?
बच्चों की कॉपियाँ राशन की थैलियों में, और ड्रेस अगले साल आती थी — तब शिक्षा चिंता का विषय नहीं था?आप नेता संजय सिंह तो दिल्ली मॉडल लेकर यूपी पर चढ़ बैठे, लेकिन भूल गए कि वहाँ भी स्कूलों की हालत विज्ञापन शानदार, लेकिन रिजल्ट ढीले जैसी रही।
अब जब योगी सरकार Ground-Level Education Reform ला रही है, तो इन्हें मिर्ची क्यों?
विपक्ष को डर क्यों? वोट बैंक vs School Pairing Policy | Yogi vs Opposition
असल में School Pairing Policy ने विपक्ष के वोट बैंक का गणित बिगाड़ दिया है। उन्हें पता है कि पढ़ा-लिखा नौजवान ठेका-पट्टी वाली राजनीति में नहीं, विकास में भरोसा करेगा।
इसलिए वे बच्चों की पढ़ाई नहीं, अपनी सत्ता की चिंता कर रहे हैं।ये शोर शिक्षा का नहीं, सत्ता के छिनने का है।
School Merger से ये होंगे बड़े लाभ | UP Government Education Policy
School Pairing Policy के फायदे:
🔧 संसाधनों का एकीकरण — शिक्षकों की तैनाती का बेहतर प्रबंधन
🏫 बेहतर भवन, स्मार्ट क्लास, और बेसिक सुविधाओं का विकास
🎓 गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई, बेहतर परिणाम
📉 Dropout में गिरावट, छात्रों में पढ़ाई के प्रति रुचि
💰 फंड का समुचित उपयोग — One School, Full Facilities की दिशा में कदम
बिना Pairing स्कूलों की हालत | Primary School Merger in UP
सरकारी आंकड़े बताते हैं:
60% स्कूलों में केवल 1 या 2 शिक्षक
40% में लड़कियों के लिए टॉयलेट नहीं
30% में साफ पानी तक नहीं
इन स्कूलों को सुधारना गुनाह है क्या?
शिक्षा की नई सुबह और विपक्ष की पुरानी चिल्लाहट | Education Reform Uttar Pradesh
योगी सरकार की School Pairing Policy वो कदम है जो बच्चों को बेहतर भविष्य देगा।
कोर्ट की मोहर ने यह साबित कर दिया कि विपक्ष का विरोध केवल अफवाहों की चक्की है, जिसमें सत्ता की भूख पीसी जा रही है।अब जनता भी समझ चुकी है —
“जो पढ़ाएगा, वही बचाएगा। जो डराएगा, वो गँवाएगा।”
Written by khabarilal.digital Desk
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