5 शहर, 5 रणनीतियां और एक लक्ष्य: UP के सैटेलाइट ऑफिस खोलेंगे निवेश के नए द्वार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi )के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार (UP Government)राज्य को देश का निवेश केंद्र बनाने की दिशा में लगातार कदम उठा रही है। इसी कड़ी में अब सरकार ने देश के पांच प्रमुख महानगरों — मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई और नई दिल्ली — में ‘इन्वेस्ट यूपी’ के सैटेलाइट इन्वेस्टमेंट प्रमोशन ऑफिस खोलने का फैसला किया है।

इन सैटेलाइट ऑफिसों का उद्देश्य है — देश के औद्योगिक हब्स से पूंजी निवेश को सीधे उत्तर प्रदेश तक लाना, निवेशकों से सीधा संवाद स्थापित करना और राज्य की निवेश नीतियों तथा औद्योगिक संभावनाओं को राष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित करना।
🔹UP में निवेश आकर्षित करने की नई रणनीति
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही इन्वेस्ट यूपी के पुनर्गठन प्रस्ताव को मंजूरी दे चुके हैं। अब इस योजना के तहत पांचों शहरों में आधुनिक सैटेलाइट ऑफिस स्थापित किए जाएंगे।
हर ऑफिस में कुल 8 सदस्यीय टीम कार्य करेगी, जिसमें —
- 1 जनरल मैनेजर
- 1 असिस्टेंट जनरल मैनेजर
- 2 उद्यमी मित्र
- 2 एग्जिक्यूटिव
- 2 ऑफिस असिस्टेंट शामिल होंगे।
इन सभी सैटेलाइट ऑफिसों के संचालन पर 12 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आने का अनुमान है।
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🔹 हर शहर की अलग भूमिका, अलग रणनीति
सरकार ने प्रत्येक सैटेलाइट ऑफिस के लिए उसकी भौगोलिक और औद्योगिक विशेषताओं के अनुरूप फोकस सेक्टर तय किए हैं —
- मुंबई ऑफिस – वित्तीय सेवाओं, इंफ्रास्ट्रक्चर, फिनटेक और ESG फंड पर फोकस करेगा।
- बेंगलुरु ऑफिस – जीसीसी (Global Capability Centers), एयरोस्पेस, सेमीकंडक्टर, ईवी (Electric Vehicles) और डीपटेक सेक्टर पर केंद्रित रहेगा।
- हैदराबाद ऑफिस – फार्मा, डेटा सेंटर, हेल्थटेक और एंटरप्राइज SaaS उद्योगों से निवेश आकर्षित करेगा।
- चेन्नई ऑफिस – ऑटोमोटिव, इलेक्ट्रॉनिक्स, टेक्सटाइल और हार्डवेयर मैन्युफैक्चरिंग उद्योगों पर ध्यान देगा।
- नई दिल्ली ऑफिस – इन्वेस्ट यूपी के समर्पित केंद्र और एशिया-यूरोपीय संघ सुविधा कार्यालय के रूप में काम करेगा।
इस तरह, हर शहर अपनी ताकत और औद्योगिक पहचान के अनुरूप उत्तर प्रदेश को निवेश के नए अवसरों से जोड़ने का सेतु बनेगा।
🔹 UP सरकार का निवेशकों से सीधा संवाद
योगी सरकार का मानना है कि इन सैटेलाइट ऑफिसों से निवेशकों और राज्य के बीच दूरी खत्म होगी।
अब निवेशक अपने शहर से ही उत्तर प्रदेश की औद्योगिक नीतियों, भूमि उपलब्धता, प्रोत्साहन योजनाओं और निवेश संभावनाओं की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा —
“उत्तर प्रदेश अब सिर्फ उपभोक्ता राज्य नहीं, बल्कि निवेशकों का पसंदीदा गंतव्य बन चुका है। सैटेलाइट ऑफिस हमारे विकास के नए द्वार खोलेंगे और निवेशकों के लिए यूपी को और सुलभ बनाएंगे।”
🔹 ईज ऑफ डूइंग बिज़नेस की छवि होगी और मजबूत
योगी सरकार के इस कदम से राज्य की ईज ऑफ डूइंग बिज़नेस (Ease of Doing Business) छवि और सशक्त होगी।
पिछले कुछ वर्षों में यूपी ने औद्योगिक नीतियों के सरलीकरण, सिंगल विंडो सिस्टम और तेजी से अनुमोदन प्रक्रियाओं के जरिये खुद को निवेशकों के लिए आकर्षक बनाया है।
इन नए सैटेलाइट ऑफिसों के माध्यम से उत्तर प्रदेश देश के शीर्ष औद्योगिक केंद्रों में अपनी स्थायी मौजूदगी दर्ज करेगा, जिससे राज्य की औद्योगिक ग्रोथ को राष्ट्रीय और वैश्विक पहचान मिलेगी।
UP बनेगा औद्योगिक हब
पांच शहर, पांच रणनीतियां और एक लक्ष्य — उत्तर प्रदेश को भारत का औद्योगिक हब बनाना।
इन्वेस्ट यूपी के सैटेलाइट ऑफिस न सिर्फ राज्य में निवेश बढ़ाएंगे, बल्कि नए रोजगार अवसरों और औद्योगिक संतुलन की दिशा में भी मील का पत्थर साबित होंगे।
ये कदम योगी सरकार के उस विजन को मजबूत करता है, जिसके तहत “नया यूपी – निवेश, नवाचार और विकास का केंद्र” बनकर उभर रहा है।
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