 
                  Sambhal Stray Animal Attack ने एक बार फिर साबित कर दिया कि यूपी के चंदौसी जैसे कस्बों में सड़कों पर चलना अब खतरे से खाली नहीं। वृद्ध महिला पर हुए इस Chandausi Stray Animal Attack ने नगर निकाय की पोल खोल दी है। CCTV फुटेज में साफ दिखा कि किस तरह आवारा पशु ने महिला को उठाकर पटक दिया और कैसे आसपास के लोगों ने बड़ी मुश्किल से उसे बचाया।
Sambhal Stray Animal Attack: चंदौसी की सड़कों पर खतरा कौन?
संभल के चंदौसी कस्बे में  Stray Animal Attack नाम की आफत अब किसी मजाक की बात नहीं रही। यहां सड़क पर चलना मतलब अपने सिर पर मौत को न्योता देना है। जो सड़क लोगों के लिए बनी थी, वो अब आवारा पशुओं की चौपाल बन चुकी है — और नतीजा?
रास्ता पार कर रही एक वृद्ध महिला को आवारा पशु ने ऐसे उठाकर पटका कि लोग दंग रह गए। CCTV फुटेज में कैद इस हमले ने पूरे इलाके को हिला दिया है।

🐃 Chandausi Stray Animal Attack: वृद्धा को पटकने वाला ‘गौ-गुंडा’
i Stray Animal Attack का ये मामला मजाक नहीं — सड़क पर खड़े इन ‘गौ-गुंडों’ से बच पाना अब आसान नहीं रहा। महिला जैसे ही रास्ते से निकली, अचानक आवारा पशु ने सींगों में फंसाया और सड़क पर पटक दिया।
माना जाता है कि गाय और बैल गाँव की शान होते हैं, लेकिन जब यही बेसहारा होकर सड़कों पर घूमते हैं तो शहरवालों की जान पर बन आती है।
CCTV ने खोला पोल, नगर निकाय ने बंद की आंख

इस Stray Animal Attack Video ने एक बार फिर दिखा दिया कि नगर निकाय के जिम्मेदार अधिकारी अपनी फाइलों में कितनी ‘चारा-घूस’ मिला चुके हैं। सड़कें आवारा पशुओं का डंपिंग ग्राउंड बनी हैं। वृद्ध महिला अस्पताल में भर्ती है, उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। 
पड़ोस के लोगों ने बड़ी मुश्किल से जान बचाई।महिला का नाम सीता देवी बताया जा रहा है,जो चंदौसी की रहने वाली है।सवाल ये है कि क्या इसी दिन के लिए टैक्स दिया जाता है? नगर निकाय के पास पशु पकड़ने के नाम पर मोटा बजट है, पर वो जाता कहां है?
Stray Cattle Attack UP: इलाज से बड़ी बीमारी सिस्टम
Stray Cattle Attack UP अब यूपी के हर जिले में आम बीमारी बन चुकी है। हर कस्बे, हर गली में आवारा जानवरों के झुंड दिखाई देते हैं। सरकार कहती है ‘गौशाला चलाइए’, मगर ज़मीन पर न गौशाला मिलती है, न कोई जिम्मेदार अधिकारी।
जो जानवर सड़क पर घूमेगा, वो किसी को भी पटक देगा — इसमें गलती किसकी? उस जानवर की या उस निकम्मे सिस्टम की जो बैठकर सिर्फ मीटिंगों में गोबर थापता रहता है?

Sambhal Stray Animal Attack: सवालों के घेरे में नगर निकाय
सबसे बड़ा सवाल —  Stray Animal Attack जैसी घटनाओं के बाद क्या नगर निकाय जागेगा?
कागजों पर आवारा पशुओं के लिए दर्जनभर योजनाएं चलती हैं — बाड़े हैं, आश्रय हैं, फंड है — पर सड़क पर फिर भी झुंड क्यों?
क्या नगर पालिका का काम सिर्फ फाइलों में ‘पशु पकड़े गए’ दिखाना है? जो पैसा इन बेजुबानों के लिए आता है, वो कहाँ जाता है? और जो पैसा बचा रहे हैं, वो कब तक बचाएंगे?
Chandausi Stray Animal Attack: वृद्धा की हालत गंभीर, जिम्मेदार कौन?

चंदौसी की इस घटना ने साफ कर दिया है — इंसान की जान से सस्ता कुछ नहीं। वृद्ध महिला की हालत नाजुक है, डॉक्टरों ने गंभीर कहा है। परिवार डरा हुआ है, मोहल्ले के लोग डरे हुए हैं।
पर नगर निकाय का कोई कर्मचारी डरता नहीं — उन्हें बस टेंडर, कमीशन और चुनावी झंडा संभालना आता है।
Stray Animals Sambhal News: कब तक चुप रहोगे?

ये Stray Animals Sambhal News आपके, हमारे, सबके दरवाज़े पर दस्तक दे रही है। आज वृद्धा को पटक दिया, कल स्कूल जा रहा बच्चा कुचला जाएगा — फिर जिम्मेदार कौन होगा?
सरकार, नगर निकाय, चुने हुए जनप्रतिनिधि — सबके मुंह पर ताला क्यों है? और हम भी चुप क्यों हैं?
Written by khabarilal.digital Desk
🎤 संवाददाता: रामपाल सिंह
📍 लोकेशन: संभल, यूपी
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