 
                  Sambhal News: हादसा पीड़ितों से मिला सपा नेताओं का प्रतिनिधिमंडल
Sambhal News Update
Sambhal News: समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर बदायूं से सपा सांसद आदित्य यादव के नेतृत्व में एक डेलीगेशन संभल के हरगोविंदपुर गांव पहुंचा। ये डेलीगेशन एक दर्दनाक बोलेरो दुर्घटना में मृतकों के परिजनों से मिलने और उन्हें सांत्वना देने के लिए गया था। इस दौरान सांसद आदित्य यादव ने पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और उनके साथ हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार से पीड़ितों की त्वरित और प्रभावी मदद करने की अपील की, ताकि प्रभावित परिवारों को इस दुखद घड़ी में राहत मिल सके।

कांवड़ यात्रा पर स्पष्ट संदेश
डेलीगेशन में सांसद जावेद अली, संभल, असमोली और गुन्नौर के सपा विधायक भी शामिल थे। इस मुलाकात के दौरान आदित्य यादव ने कांवड़ यात्रा के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा एक बड़ा धार्मिक पर्व है, जो भक्ति और श्रद्धा का प्रतीक है। उन्होंने कांवड़ यात्रा के माध्यम से सामाजिक सौहार्द और भाईचारा मजबूत करने की अपील की। सांसद ने जोर देकर कहा कि इस पवित्र यात्रा का उपयोग समाज में एकता और प्रेम को बढ़ावा देने के लिए होना चाहिए, न कि किसी तरह के विवाद या असामाजिक गतिविधियों के लिए।

राजीव राय के बयान पर सफाई
हाल ही में सपा सांसद राजीव राय के उस बयान पर विवाद हुआ, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर कांवड़ यात्रियों को बेरोजगार बताया था। इस बयान का बचाव करते हुए आदित्य यादव ने स्पष्ट किया कि सांसद राजीव राय ने कांवड़ यात्रियों को बेरोजगार नहीं कहा था। उन्होंने कहा, “सपा कांवड़ यात्रा का सम्मान करती है, लेकिन कांवड़ यात्रा के नाम पर असामाजिक गतिविधियां करने वालों का पार्टी हमेशा विरोध करती है।” आदित्य यादव ने इस बयान के गलत अर्थ निकालने की कोशिशों को खारिज करते हुए सपा की भक्ति और सामाजिक सद्भाव के प्रति प्रतिबद्धता को दोहराया।

‘PDA’ का उत्थान है लक्ष्य
आदित्य यादव ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के ‘PDA’ (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) नारे को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प दोहराया। उन्होंने कहा कि सपा इस नारे के माध्यम से समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए निरंतर प्रयासरत है। इसके साथ ही, उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर दोहरे चरित्र की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी की नीतियां और कार्यशैली समाज को बांटने वाली हैं, जबकि सपा हमेशा समावेशी और एकजुट समाज की पक्षधर रही है।

सपा की संवेदनशीलता
ये मुलाकात और आदित्य यादव के बयान न केवल पीड़ितों के प्रति सपा की संवेदनशीलता को दर्शाते हैं, बल्कि कांवड़ यात्रा जैसे धार्मिक आयोजनों को सामाजिक एकता का माध्यम बनाने की उनकी सोच को भी उजागर करते हैं। सपा का ये कदम सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर उनकी प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है।

 
         
         
        