Sambhal News: संभल के प्राचीन शिव मंदिर से हटाई गई साईं बाबा की प्रतिमा
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Sambhal News: संभल जिले के एक प्राचीन शिव मंदिर से साईं बाबा की प्रतिमा को हटा दिया गया है। यह प्रतिमा पिछले एक दशक से भी अधिक समय से मंदिर में स्थापित थी, जिसे अब मंदिर समिति द्वारा सर्वसम्मति से हटाकर गंगा नदी में प्रवाहित कर दिया गया है।

साईं प्रतिमा का इतिहास
स्थानीय निवासियों के अनुसार, वर्ष 2011 में किसी श्रद्धालु द्वारा साईं बाबा की प्रतिमा मंदिर को भेंट की गई थी, जिसे मंदिर परिसर में स्थापित कर दिया गया था। हालांकि, अधिकांश श्रद्धालु शिव मंदिर में केवल सनातन देवी-देवताओं की पूजा करने आते थे और साईं बाबा की पूजा सीमित संख्या में ही लोग करते थे।

प्रतिमा हटाने का कारण
मंदिर समिति एवं स्थानीय श्रद्धालुओं के बीच आपसी सहमति से यह निर्णय लिया गया कि चूंकि साईं बाबा का वर्णन हिंदू धर्मग्रंथों में नहीं है, और उनकी उत्पत्ति एक अलग धार्मिक पृष्ठभूमि से मानी जाती है, इसलिए प्राचीन सनातन मंदिर में उनकी पूजा उचित नहीं मानी जा सकती। इसके साथ ही, मंदिर में स्थान की भी कमी बताई गई, जिससे यह निर्णय और भी स्पष्ट हो गया।

शास्त्रों में साईं बाबा का कोई उल्लेख नहीं

मंदिर के महंत पंडित अवनीश शास्त्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि,
“हमारे शास्त्रों में साईं बाबा का कोई उल्लेख नहीं है। उनका असली नाम चन्द मियाँ था और वे मुस्लिम पंथ से संबंधित थे। सनातन धर्म में ऐसे किसी व्यक्ति की पूजा नहीं की जा सकती जिसका धर्म और सिद्धांत अलग हों। पहले लोग अनभिज्ञ थे, लेकिन अब जागरूकता बढ़ रही है और लोग धर्म के मूल स्वरूप की ओर लौट रहे हैं।”
गणेश चतुर्थी तक लगेगी गणपति प्रतिमा
मंदिर समिति ने यह भी निर्णय लिया है कि गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर मंदिर में गणपति बप्पा की प्रतिमा स्थापित की जाएगी, जो गणेश विसर्जन तक मंदिर में विराजमान रहेंगी। इस अवसर पर स्थानीय भक्तों में भी खासा उत्साह देखा जा रहा है।

