कांवड़ यात्रा पर सपा विधायक इकबाल महमूद का विवादित बयान… कहा ‘शिव भक्त कम, गुंडे ज्यादा’.
संवाददाता – रामपाल सिंह, संभल
Sambhal : सावन माह में चल रही Kanwar Yatra के दौरान उत्तर प्रदेश के संभल से समाजवादी पार्टी के सदर विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री इकबाल महमूद ने एक विवादित बयान देकर सियासी हलचल मचा दी है… उन्होंने कांवड़ यात्रा में शामिल कुछ लोगों को ‘शिव भक्त’ कम और ‘गुंडे-बावलिया’ ज्यादा बताया है. महमूद ने कहा कि जो लोग सड़कों पर गुंडागर्दी और बदतमीजी कर रहे हैं, वे सच्चे धार्मिक भक्त नहीं, बल्कि अराजक तत्व हैं. उन्होंने यह भी दावा किया कि ऐसे लोगों के कर्मों का फल उन्हें परलोक में नरक के रूप में मिलेगा.
शिव भक्ति या गुंडागर्दी?

संभल के सदर विधायक इकबाल महमूद ने कांवड़ यात्रा के दौरान कुछ लोगों द्वारा किए जा रहे उपद्रव पर तीखी टिप्पणी की है. उन्होंने कहा, “कांवड़ यात्रा में शिव भक्त कम और गुंडे-बावलिया ज्यादा हैं. जो लोग खुलेआम सड़कों पर गुंडागर्दी और बदतमीजी कर रहे हैं, वे सच्ची आस्था वाले भक्त नहीं हैं”. महमूद ने मेरठ में कांवड़ियों द्वारा एक स्कूल बस में तोड़फोड़ की घटना का हवाला देते हुए कहा कि इस तरह की हरकतें धार्मिक आस्था को बदनाम करती हैं. उन्होंने आगे कहा, “ऐसे लोग हिंदुस्तान की तहजीब और हिंदू-मुस्लिम एकता को नुकसान पहुंचा रहे हैं. ये लोग स्वर्ग में नहीं, नरक में जाएंगे”. महमूद ने उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की कि उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और उन्हें जेल में डाला जाए.
हिंदू-मुस्लिम एकता पर जोर
इकबाल महमूद ने अपने बयान में हिंदू-मुस्लिम एकता पर विशेष जोर दिया. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान का सेकुलर चरित्र आज भी बरकरार है और सच्चे हिंदू समझते हैं कि धार्मिक आस्था को गुंडागर्दी से जोड़ना गलत है. उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग जानबूझकर ऐसी हरकतें कर रहे हैं, जिससे सामाजिक सौहार्द को ठेस पहुंच रही है. महमूद ने कहा, “ऐसे तत्वों को समाज में कोई जगह नहीं होनी चाहिए”.
शिव भक्तों के लिए अलग रास्ता- सपा

इकबाल महमूद ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का हवाला देते हुए कहा कि अगर उनकी पार्टी की सरकार बनी, तो कांवड़ यात्रा के लिए शिव भक्तों को एक अलग और सुरक्षित रास्ता उपलब्ध कराया जाएगा. इससे न केवल यात्रा सुगम होगी, बल्कि किसी भी तरह की अराजकता को रोका जा सकेगा. उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि सच्चे शिव भक्त अपनी आस्था का पालन करें, लेकिन उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा”.
बयान पर बोले योगी आदित्यनाथ

इकबाल महमूद के बयान पर सियासी घमासान मच गया है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ियों का समर्थन करते हुए कहा कि “कुछ लोग जानबूझकर कांवड़ियों को बदनाम कर रहे हैं. कांवड़ियों को गुंडे और आतंकवादी कहना भारत की सांस्कृतिक विरासत का अपमान है”.
बयान पर सियासी विवाद

इकबाल महमूद के बयान ने उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा कर दिया है. भाजपा ने इसे समाजवादी पार्टी की ‘तुष्टिकरण नीति’ का हिस्सा बताया है. यूपी के मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा, “सपा के लोग समाज को बांटना चाहते हैं. शिव भक्तों के लिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल करना गलत है.” वहीं सपा नेताओं ने महमूद के बयान का बचाव करते हुए कहा कि उनका इशारा केवल उन उपद्रवियों की ओर था, जो धार्मिक आस्था की आड़ में अराजकता फैला रहे हैं. सपा प्रवक्ता ने कहा, “हमारी पार्टी हिंदू-मुस्लिम एकता की पक्षधर है और हम किसी भी समुदाय के खिलाफ नहीं हैं.”
कांवड़ियों पर लगाए प्रतिबंध
उत्तर प्रदेश सरकार ने Kanwar Yatra के दौरान होने वाली अराजकता को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं. प्रशासन ने कांवड़ियों को लाठी, त्रिशूल, हॉकी स्टिक और अन्य हथियार जैसे सामान ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसके अलावा, बिना साइलेंसर वाली मोटरसाइकिलों के उपयोग पर भी रोक लगाई गई है ताकि शोर और अशांति को कम किया जा सके.
