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Sambhal Mandi Fight कोई मामूली झगड़ा नहीं, ये सब्जी बेचने की मंडी में लाठी-डंडों की नीलामी है। चंदौसी कोतवाली क्षेत्र की इस सब्जी मंडी में फड़ की जगह को लेकर दो पक्ष ऐसे भिड़े कि गाली-गलौज से शुरू होकर अस्पताल में भर्ती तक पहुंच गए। Sambhal Mandi Fight में तीन से चार लोग बुरी तरह घायल हुए, वीडियो सोशल मीडिया पर ऐसे वायरल है जैसे मंडी में छूट का ऑफर लगा हो।
Sambhal Mandi Fight: सब्जी मंडी में फड़ की जगह पर खूनी संघर्ष, लाठी-डंडे चले, वीडियो वायरल
🗡️ Sambhal Mandi Fight: सब्जी बेचने से पहले सिर फोड़ना जरूरी!
संभल की सब्जी मंडी में सब्जियां कम, लाठी-डंडे ज्यादा बिक रहे हैं। Sambhal Mandi में दो पक्षों ने फड़ की जगह को लेकर ऐसी ‘कुर्सी लड़ाई’ लड़ी कि सब्जी बेचने से पहले सिर फोड़ दिया। चंदौसी कोतवाली क्षेत्र में मंडी के अंदर लहसुन-प्याज तो तौलने के लिए तराजू चाहिए, लेकिन यहां तो लाठी तौलने के लिए कंधा चाहिए!

सब्जी मंडी में खून — Sambhal Mandi Fight के वायरल वीडियो ने खोली हकीकत
खूनी संघर्ष में तीन से चार लोग बुरी तरह घायल हो गए — यानी सब्जी के बदले अस्पताल का बिल फ्री! Sambhal Mandi Fight का वीडियो सोशल मीडिया पर छप्पड़ फाड़ वायरल है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि कैसे सब्जी बेचने के बहाने कुछ लोग ‘फड़’ को तख्तापलट बना देते हैं — पहले गाली, फिर डंडा, फिर हॉस्पिटल।
मंडी के ठेकेदार से लेकर नगर निगम तक, सबने कान में रूई ठूंस रखी है — “मारो भाई! जब तक कैमरा चलेगा, तब तक तो TRP आएगी!”
चंदौसी कोतवाली का खेल — Sambhal Mandi Fight में पुलिस की चुप्पी

मामला चंदौसी कोतवाली में दर्ज है, लेकिन मंडी में लाठी डंडे का ठेका किसके पास है, ये पुलिस को भी नहीं पता। Sambhal Mandi Fight में गाली-गलौज के साथ लाठी डंडे की सेवा मुफ्त में दी जाती है। मंडी में खून गिरा, पर अफसर बोले — ‘मंडी है भाई, हरामखोरी में खून तो गिरता ही है!’
जिसके सिर में डंडा पड़ा, वो अस्पताल पहुंचा — और जिस पर FIR होनी थी, वो मंडी में फिर दुकान सजा बैठा!
फड़ से फाड़ तक — Sambhal Mandi Fight का सबक
लोग कहते हैं — रोज़ी-रोटी के लिए लड़ना ठीक है, पर यहां तो फड़ के लिए गला काटने पर उतारू! Sambhal Mandi Fight ने साबित कर दिया कि जहां सिस्टम ढीला होगा, वहां सब्जी से पहले लाठी बिकेगी।

कल कोई फिर आएगा, फिर दुकान लगाएगा — फिर गाली देगी, फिर डंडा बजेगा — और पुलिस फिर बोलेगी, “जांच चल रही है!”
Sambhal Mandi Fight से कौन सी सब्जी महंगी होगी?
सब्जी मंडी में आलू-प्याज महंगा होगा या लाठी? घायलों को देखकर तो लगता है — अब मंडी में हेलमेट पहनकर जाना पड़ेगा! नगर निगम से लेकर नगर विकास मंत्री तक, सब कहते हैं — ‘व्यवस्था दुरुस्त कर देंगे।’
कहां? कब? कैसे? जवाब नदारद। Sambhal Mandi Fight में सिस्टम फिर ज़मीन पर लुढ़का पड़ा है — बस कैमरे में सब्जी से ज्यादा लाठी बिक रही है!
अब जनता बोले — Sambhal Mandi Fight में ठेका चाहिए या ठिकाना?
ग्रामीण कह रहे हैं — मंडी में सब्जी बेचना है या मारपीट? फड़ चाहिए या श्मशान? Sambhal Mandi Fight ने नंगा कर दिया कि कैसे हमारी मंडियां सिर्फ सब्जी नहीं, खून भी तौल रही हैं।
अगर कोई अफसर जागा नहीं — तो कल को मंडी में सब्जी के साथ कफन भी मिलेगा।

जो मंडी में दुकान लगाते हैं — उन्हें हेलमेट दो। जो लाठी घुमाते हैं — उन्हें सलाखों के पीछे बैठाओ। और जो अफसर सिर्फ मुहर मारते हैं — उनकी कुर्सी जब्त करो!
वरना अगली बार सब्जी के साथ ‘जमानत खर्च’ भी देना पड़ेगा।

 
         
         
         
        