🕉️Kanwar Yatra: सावन में Pataleshwar Temple Sambhal पर बम-बम भोले, अफसरों ने कंधे पर उठाई सुरक्षा”
सावन की पहली फुहार गिरी नहीं कि भोलेनाथ के दरबार में बोल बम, हर हर महादेव, जय शिव शंकर के जयकारे उठने लगे। संभल से काशी तक, पातालेश्वर से केदारनाथ तक — हर शिवालय में गंगाजल लेकर कांवरिए कतार में हैं। Kanwar Yatra का ये वही महीना है जब कोई राजा नहीं, कोई रंक नहीं — सब भोलेनाथ के दरबार में एक बराबर हैं।
सावन माह की दस्तक के साथ ही उत्तर प्रदेश में भोलेनाथ के भक्तों का जोश चरम पर है, लेकिन संभल के पातालेश्वर शिव मंदिर में प्रशासन की ‘सुरक्षा’ की चकाचौंध देखकर लगता है मानो योगी आदित्यनाथ ने खुद भोले बाबा को सुरक्षा घेरे में ले लिया हो! मंगलवार शाम को ASP राजेश कुमार श्रीवास्तव, SDM आशुतोष तिवारी, और CO आलोक सिद्धू ने सादातबाड़ी के इस प्राचीन मंदिर का जायजा लिया, लेकिन सवाल यह है कि क्या यह ट्रिपल लेयर सुरक्षा और सीसीटीवी का तामझाम भक्तों को ‘बम-बम भोले’ का आनंद देगा, या फिर सावन की बारिश में यह सब बह जाएगा?
Kanwar Yatra UP 2024: आस्था पर अफसरशाही का प्लास्टिक कवच!
ASP राजेश कुमार श्रीवास्तव ने छाती ठोककर कहा कि पातालेश्वर शिव मंदिर में कांवड़ यात्रा के दौरान ‘सुरक्षा’ का ऐसा किला बनाया जाएगा कि कोई चींटी भी बिना टिकट घुस नहीं पाएगी! ट्रिपल लेयर सुरक्षा, सादा वर्दी में पुलिस, और सीसीटीवी की पैनी नजर—यह सब सुनकर लगता है कि मंदिर नहीं, कोई बॉर्डर चौकी तैयार हो रही है। लेकिन जब सावन के सोमवार को हजारों शिव भक्त जलाभिषेक के लिए उमड़ेंगे, तब क्या यह ‘सुरक्षा’ का जाल टिक पाएगा? संभल के 87 शिव मंदिरों में रूट डायवर्शन और महिला पुलिस की तैनाती का प्लान तो जोरदार है, लेकिन क्या यह भक्तों की भीड़ को संभाल पाएगा, या फिर धक्का-मुक्की का प्रसाद बंटेगा?
Kanwar Yatra: भक्ति बचेगी या अफसरशाही का ढोल बजेगा?
SDM आशुतोष तिवारी ने ग्राम पंचायत को ऐसा फरमान सुनाया कि मानो मंदिर प्रांगण को सावन में चांद की तरह चमकाना है। साफ-सफाई, शौचालय की चकाचक व्यवस्था, और मेला प्रांगण में वॉरियर तैनात करने के निर्देश दिए गए। लेकिन सवाल यह है कि क्या यह ‘सुरक्षा’ और साफ-सफाई का दावा कागजों से निकलकर हकीकत का रूप लेगा? मंदिर में बैरिकेडिंग से महिला और पुरुष भक्तों के लिए अलग प्रवेश का इंतजाम तो शानदार है, लेकिन जब भीड़ का सैलाब उमड़ेगा, तब क्या यह व्यवस्था टिक पाएगी, या फिर भक्तों को कीचड़ में ‘हर-हर महादेव’ करना पड़ेगा?
Kanwar Yatra:सीसीटीवी की ‘तीसरी आंख’ और बैरिकेडिंग का जाल: ‘सुरक्षा’ कितनी पक्की?
पातालेश्वर शिव मंदिर में सीसीटीवी कैमरों की तैनाती को लेकर प्रशासन ने बड़े-बड़े वादे किए हैं। ASP राजेश कुमार श्रीवास्तव का दावा है कि हर कोने पर ‘सुरक्षा’ की तीसरी आंख नजर रखेगी, ताकि कोई अव्यवस्था न फैल सके। बैरिकेडिंग का जाल भी ऐसा बिछेगा कि भक्त लाइन में रहकर ही जलाभिषेक करेंगे। लेकिन सावन के सोमवार को जब ‘बम-बम भोले’ के जयकारों के साथ भक्तों की भीड़ उमड़ेगी, तब क्या यह सीसीटीवी और बैरिकेडिंग का जाल टिक पाएगा? या फिर प्रशासन की यह ‘सुरक्षा’ की चादर भीड़ के दबाव में फट जाएगी? योगी आदित्यनाथ के निर्देशों पर जिले के 10 प्रमुख मंदिरों में भी यही व्यवस्था लागू होगी, लेकिन हकीकत का इम्तिहान बाकी है।
योगी का ‘सुरक्षा’ मास्टरप्लान: कांवड़ यात्रा में भक्ति या बवाल?
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी जिलों के DM और SP को कांवड़ यात्रा की तैयारियों के लिए कड़े निर्देश दिए, और संभल में इसका असर साफ दिख रहा है। ट्रिपल लेयर सुरक्षा, रूट डायवर्शन, और सादा वर्दी में पुलिस की तैनाती—यह सब योगी के मास्टरप्लान का हिस्सा है। लेकिन सवाल यह है कि क्या यह सारी कवायद भक्तों की ‘सुरक्षा’ और सुविधा के लिए है, या फिर सियासी चमक के लिए? जब भक्त मंदिर में जलाभिषेक के लिए लाइन में खड़े होंगे, तब क्या प्रशासन की यह तैयारी उनकी आस्था का सम्मान कर पाएगी, या फिर लापरवाही का तांडव देखने को मिलेगा?
भक्तों की आस्था vs प्रशासन की ‘सुरक्षा’: सावन में कौन जीतेगा?
सावन के सोमवार को जब पातालेश्वर शिव मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ेगा, तब प्रशासन की यह ‘सुरक्षा’ की बाजीगरी कितनी काम आएगी, यह देखना बाकी है। CO आलोक सिद्धू, ASP राजेश कुमार श्रीवास्तव, और SDM आशुतोष तिवारी ने तो कमर कस ली है, लेकिन भोलेनाथ के भक्तों की आस्था के सामने प्रशासन की तैयारी कितनी टिकेगी? मंदिर प्रांगण में साफ-सफाई, शौचालय, और पार्किंग की व्यवस्था का दावा तो बड़ा है, लेकिन अगर यह सब कागजों तक सीमित रहा, तो भक्तों का गुस्सा भोलेनाथ की तरह तांडव न कर दे! सावन में संभल की यह जंग आस्था और ‘सुरक्षा’ के बीच का रोमांचक मुकाबला होने जा रहा है।