सहारनपुर में नगर आयुक्त और व्यापारियों में टकराव. मारपीट मामले में जानकारी लेने पहुंचे थे व्यापारी. संख्या देख भड़के अधिकारी, दी गिरफ्तार कराने की धमकी
संवाददाता – पारस चौधरी, सहारनपुर
Saharanpur : नगर निगम हाय हाय, नगर निगम मुर्दाबाद. Saharanpur नगर निगम के बाहर इस तरह के नारे लग रहे हैं. वजह है जिले में पिछले महीने एक व्यापारी के साथ हुई मारपीट की घटना, जिसने काफी तूल पकड़ा था. उसी घटना के मामले में कार्रवाई की जानकारी लेने के लिए कुछ व्यापारी अपर नगर आयुक्त मृत्युंजय के पास पहुंचे थे. लेकिन जानकारी तो क्या मिलती वहां माहौल गर्म हो गया और व्यापारियों के साथ अधिकारी के तीखी नोकझोंक हो गई और बात पुलिस बुलाने तक पहुंच गई.
भीड़ देख भड़के नगर आयुक्त

दरअसल जिले के व्यापारी नगर निगम कार्यालय में मारपीट मामले में हुई कार्रवाई की जानकारी लेने पहुंचे थे और ये जानना चाहते थे कि इस मामले में अब तक कितनी प्रगति हुई है. लेकिन बतया जा रहा है कि व्यापारियों की भीड़ देखकर अपर नगर आयुक्त मृत्युंजय नाराज हो गए और भड़क उड़े. उन्होंने व्यापारियों पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए उन्हें गिरफ्तार करवाने की धमकी तक दे डाली.
व्यापारियों की शहर बंद की चेतावनी

नगर आयुक्त की धमकी ने आग में घी डालने का काम किया जिससे गुस्साए व्यापारियों का गिस्सा और भड़क उठा, वे सभी नगर निगम कार्यालय के बाहर ही धरने पर बैठ गए और शहर बंद करने की चेतावनी दे डाली. व्यापार मंडल के अध्यक्ष विवेक मनोचा ने कहा, “अब आर-पार की लड़ाई होगी… नगर निगम के अधिकारी अपना रवैया नहीं सुधारेंगे, तो व्यापारी सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेंगे”. व्यापारियों ने मांग की है कि अपर नगर आयुक्त सार्वजनिक रूप से माफी मांगें वरना धरना तब तक जारी रहेगा जब तक संतोषजनक आश्वासन नहीं मिलता.
वहीं इस मामले में जब अपर नगर आयुक्त मृत्युंजय का पक्ष जानने की कोशिश की गई तो उन्होने कैमरे पर कुछ भी बोलने से साफ इनकार कर दिया.

क्या है पूरा मामला?
27 जून को जिले के कोर्ट रोड पर नगर निगम की प्रवर्तन टीम की ओर से प्रतिबंधित पॉलिथीन के खिलाफ अभियान के दौरान एक व्यापारी के साथ मारपीट और अभद्रता का आरोप लगा था. वायरल वीडियो के बाद व्यापारियों ने विरोध किया था जिसके बाद नगर आयुक्त ने तीन सदस्यीय जांच समिति बनाई थी. शनिवार को व्यापारियों को अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया गया था. विवेक मनोचा के मुताबिक व्यापारियों ने साक्ष्यों के साथ अपना पक्ष रखा, लेकिन निष्पक्ष जांच और कार्रवाई न होने की वजह से अब उन्होने विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है.
