 
                  Saharanpur News: ₹1000 से बढ़कर ₹46,000 हुआ बिल, बिजली घर पर हुआ हंगामा
Saharanpur News Update
Saharanpur News: नकुड़ क्षेत्र में स्मार्ट मीटर लगाए जाने के बाद से कथित तौर पर बिजली बिलों में अचानक हुई भारी वृद्धि ने स्थानीय लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। इससे नाराज होकर मंजूर परवीन, एहसान, अनीशा, मोबिना, दिलशाद, गुलिस्ता सहित कई महिलाओं ने नकुड़ के बिजलीघर पर पहुंचकर जोरदार हंगामा किया। इन महिलाओं ने स्मार्ट मीटर को “जी का जंजाल” करार देते हुए प्रशासन और बिजली विभाग के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया।
बिजली के बिल पर कोहराम
महिलाओं का कहना है कि पहले उनके बिजली बिल ₹1000 के आसपास आते थे, लेकिन स्मार्ट मीटर लगने के बाद ये बिल अचानक ₹3000, ₹15,000 और कुछ मामलों में तो ₹46,000 तक पहुंच गए हैं। इतनी भारी-भरकम राशि के बिल देखकर लोग हैरान हैं और इसे स्मार्ट मीटर की खराबी या गलत रीडिंग का परिणाम मान रहे हैं। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने आरोप लगाया कि स्मार्ट मीटर की वजह से उनकी आर्थिक स्थिति पर अनावश्यक बोझ पड़ रहा है, और बिजली विभाग इस समस्या का त्वरित समाधान नहीं कर रहा। उनका कहना है कि यह स्थिति आम जनता, खासकर गरीब और मध्यम वर्ग के लिए असहनीय हो गई है।

SDO ने हालात संभाले
हंगामे की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे सब डिविजनल ऑफिसर (एसडीओ) ने प्रदर्शनकारी महिलाओं को शांत करने की कोशिश की। एसडीओ ने बताया कि सभी शिकायतें दर्ज कर ली गई हैं और जल्द ही संबंधित क्षेत्रों में जाकर स्मार्ट मीटरों की जांच की जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस समस्या का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा। बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि नकुड़ क्षेत्र में स्मार्ट मीटर से संबंधित इस तरह की शिकायत पहली बार सामने आई है, और वे इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं।

विश्वसनीयता पर सवाल
स्मार्ट मीटर को बिजली की खपत को पारदर्शी और सटीक बनाने के लिए लगाया गया था, लेकिन इस तरह की शिकायतें इसकी विश्वसनीयता पर सवाल उठा रही हैं। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि बिजली विभाग तत्काल प्रभाव से स्मार्ट मीटरों की तकनीकी जांच करे और गलत बिलों को सुधारे, ताकि आम जनता को राहत मिल सके। इस घटना ने न केवल बिजली विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं, बल्कि ये भी दर्शाता है कि तकनीकी नवाचारों को लागू करने से पहले उनकी सटीकता और प्रभावशीलता की गहन जांच जरूरी है।

बिजली विभाग से न्याय की उम्मीद
स्थानीय निवासियों को उम्मीद है कि बिजली विभाग उनकी शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करेगा और स्मार्ट मीटर से उत्पन्न इस समस्या का स्थायी समाधान निकालेगा।

 
         
         
        