जिस मंदिर में निकला था 150 साल पुराना शिवलिंग, वहां अब सोने के कलश से होगा जलाभिषेक. शिवभक्तों में दोगुना उत्साह. मंदिर समिति नें की व्यापक तैयारियां.
संवाददाता – पारस चौधरी, सहारनपुर
Saharanpur : यूपी के सहारनपुर के सिद्धपीठ बागशिवाला गोटेश्वर महादेव मंदिर में सावन शिवरात्रि यानि 23 जुलाई के दिन सोने के कलश से भगवान शिव का जलाभिषेक किया जाएगा. कांवड़ यात्रा अपने चरम पर है और 22 जुलाई मंगलवार को भारी संख्या में डाक कांवड़ मंदिर की ओर बढ़ रही हैं. मंदिर समिति ने इस विशेष अवसर के लिए व्यापक तैयारियां की हैं ताकि श्रद्धालु गंगाजल और सोने के कलश से भोलेनाथ का जलाभिषेक कर सकें.
मंदिर समिति की तैयारियां

मंदिर समिति ने बताया कि गोटेश्वर महादेव मंदिर जो मंडी समिति रोड, बागशिवाला पर स्थित है, 35 वर्षों तक बंद रहा और 11 दिसंबर 2020 को हिंदू संगठनों की मांग पर इसे दोबारा खोला गया. मंदिर के सौंदर्यीकरण और पूजा-अर्चना की शुरुआत के बाद समिति ने सोने का कलश बनवाया, ताकि सावन शिवरात्रि पर भक्त इसका उपयोग कर जलाभिषेक कर सकें. समिति के अनुसार जो भी भक्त सच्चे मन से आएगा वह इस सोने के कलश से भोलेनाथ को जल चढ़ा सकता है.
मंदिर का इतिहास

गोटेश्वर महादेव मंदिर में 2024 में एक कुंए की खुदाई के दौरान शिवलिंग, मां पार्वती, श्री गणेश, श्री कार्तिकेय और श्री हनुमान जी की मूर्तियां मिली थीं जो करीब 150 साल पुरानी मानी जाती हैं. इनमें से शिवलिंग को छोड़कर बाकी सभी मूर्तियां खंडित थीं. इसके बाद मंदिर में नई मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की गई और तब से यह भक्तों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. मंदिर समिति को उम्मीद है कि सावन शिवरात्रि पर भारी संख्या में श्रद्धालु गोटेश्वर महादेव मंदिर पहुंचेंगे… समिति ने मंदिर परिसर में साफ-सफाई, सजावट और प्रसाद वितरण की व्यवस्था की है.
प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था

Saharanpur के SSP आशीष तिवारी के निर्देश पर कांवड़ यात्रा और जलाभिषेक के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं. मंदिर और कांवड़ मार्गों पर CCTV कैमरे, ड्रोन निगरानी और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है. थाना गंगोह में एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जो 24/7 निगरानी कर रहा है. कांवड़ यात्रा के दौरान यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए रूट डायवर्जन लागू है. भारी वाहनों पर 21 जुलाई से और सभी वाहनों पर 29 जुलाई तक रोक रहेगी. प्रशासन ने कांवड़ियों के लिए पेयजल, स्वास्थ्य केंद्र, शौचालय और विश्राम स्थल की व्यवस्था की है. महिला कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए महिला पुलिसकर्मी तैनात की गई हैं.
