 
                  Haryana BJP अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली और रॉकी मित्तल रेप केस… कसौली कोर्ट में सुनवाई, पीड़िता ने दी थी पुलिस क्लोजर रिपोर्ट को चुनौती.
Solan : हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष Mohan Lal Badoli और सिंगर Rocky Mittal के खिलाफ कथित गैंगरेप मामले में शनिवार, 6 सितंबर को कसौली कोर्ट में अहम सुनवाई होगी… पुलिस की क्लोजर रिपोर्ट के खिलाफ आज पीड़िता अपना ऑब्जेक्शन दाखिल करेगी. कसौली पुलिस भी इस केस की FIR और जांच रिपोर्ट कोर्ट में पेश करेगी. कोर्ट इस आधार पर फैसला करेगा कि पुलिस की क्लोजर रिपोर्ट को स्वीकार किया जाए या मामले को फिर से खोला जाए. इस केस पर हरियाणा, खासकर सोनीपत जिले के राजनीतिक हलकों में खासी नजरें टिकी हैं.
पुलिस की क्लोजर रिपोर्ट पर विवाद

पिछली सुनवाई में सोलन सेशन कोर्ट ने पीड़िता की रिवीजन पिटीशन को स्वीकार करते हुए कसौली कोर्ट को पीड़िता का बयान दर्ज करने और आपत्तियां सुनने का निर्देश दिया था… पीड़िता ने कसौली कोर्ट में पेश होकर पुलिस की क्लोजर रिपोर्ट को गलत बताया था. उसका कहना है कि पुलिस ने मामले की ठीक से जांच नहीं की. दूसरी ओर कसौली पुलिस ने दावा किया कि Badoli और Mittal के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं मिले जिसके चलते उन्होंने 3 फरवरी 2025 को क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की थी. इस रिपोर्ट को कसौली कोर्ट ने 12 मार्च 2025 को स्वीकार कर लिया था.
समन न मिलने पर बंद हुआ था केस

कसौली कोर्ट ने पीड़िता को पक्ष रखने के लिए 6 और 12 मार्च 2025 को समन भेजा था लेकिन दोनों पतों पर समन डिलीवर नहीं हुआ. इसके चलते कोर्ट ने केस बंद कर दिया था. पीड़िता ने इस फैसले को Solan Sessions Court में चुनौती दी, जिसके बाद सेशन जज ने 15 जुलाई 2025 को पाया कि पीड़िता को समन ठीक से नहीं भेजा गया और उसे अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया गया. कोर्ट ने कसौली कोर्ट को 30 जुलाई तक पीड़िता का बयान और आपत्तियां दर्ज करने का आदेश दिया था.
क्या है पूरा मामला?

पीड़िता ने 13 दिसंबर 2024 को सोलन जिले के कसौली पुलिस थाने में मोहन लाल बड़ौली और रॉकी मित्तल के खिलाफ IPC की धारा 376D (गैंगरेप) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत FIR दर्ज कराई थी. शिकायत में पीड़िता ने कहा कि 3 जुलाई 2023 को वह अपनी सहेली और बॉस अमित बिंदल के साथ कसौली घूमने आई थी. हिमाचल टूरिज्म कॉर्पोरेशन के होटल रोज कॉमन में Badoli और Mittal ने उसे जबरन शराब पिलाई और उसकी सहेली के सामने गैंगरेप किया. पीड़िता ने ये भी आरोप लगाया कि दोनों ने उसकी नग्न तस्वीरें और वीडियो बनाए और बाद में उसे जान से मारने की धमकी दी. साथ ही पंचकूला में बुलाकर उसे झूठे केस में फंसाने की भी कोशिश की.
पुलिस जांच में क्या निकला?
कसौली पुलिस ने दो महीने से ज्यादा समय तक मामले की जांच की लेकिन कोई ठोस सबूत नहीं मिला. पहले पीड़िता ने भी मेडिकल जांच से इनकार कर दिया था और कई महीनों की देरी से FIR दर्ज होने के कारण सीसीटीवी फुटेज, शराब के गिलास, बेडशीट जैसे सबूत जुटाना संभव नहीं हुआ. होटल कर्मचारियों के बयानों से भी कोई पुष्टि नहीं हुई. इन आधारों पर पुलिस ने क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की थी.
बड़ौली और मित्तल का पक्ष

Badoli और Mittal ने आरोपों को “बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित” बताया है… बड़ौली ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले उनकी छवि खराब करने की साजिश रची गई थी. उनकी पत्नी गीता कौशिक ने मामले की CBI जांच की मांग की है. मित्तल ने दावा किया कि वह और बड़ौली एक “हनी ट्रैप” का शिकार हुए हैं. उन्होंने पीड़िता और उसके सहयोगियों पर पंचकुला में 6 फरवरी 2025 को 50 लाख रुपये की उगाही के लिए धमकी देने का आरोप लगाते हुए एक काउंटर FIR दर्ज कराई, जिसमें दो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था.
आज की सुनवाई में क्या होगा?
शनिवार को कसौली कोर्ट में पीड़िता के ऑब्जेक्शन और पुलिस की क्लोजर रिपोर्ट की समीक्षा होगी… कोर्ट यह तय करेगा कि मामले को फिर से खोला जाए या क्लोजर रिपोर्ट को अंतिम रूप दिया जाए. इस सुनवाई का परिणाम न केवल Badoli और Mittal की छवि, बल्कि हरियाणा की राजनीति पर भी असर डाल सकता है, क्योंकि यह केस पहले से ही काफी सुर्खियों में है. और केस को लेकर हरियाणा कांग्रेस पहले से हरियाणा बीजेपी पर हमलावर है.

 
         
         
        