 
                                                      
                                                RobertsGanj Temple Attack
प्राचीन मंदिर, टूटी मूर्ति और प्रशासन की पुरानी लाचारी। RobertsGanj Temple Attack
RobertsGanj Temple Attack Update
राबर्ट्सगंज का अम्बेडकर नगर मोहल्ला — जहां हर सुबह की शुरुआत शंखनाद और “जय श्रीराम” से होती थी, वहां मंगलवार की सुबह “मूर्ति खंडित” देखकर लोग जड़ हो गए।
50 साल पुराने शिव-हनुमान मंदिर की हनुमान प्रतिमा को असामाजिक तत्वों ने निशाना बना दिया।
शहर की साख तोड़ने वालों ने अब मूर्ति तोड़नी शुरू कर दी है — न श्रद्धा रही, न डर। और रही-सही कसर प्रशासन की वही पुरानी स्क्रिप्ट से पूरी कर दी गई:
“मुआयना किया जा रहा है, जांच जारी है, नई मूर्ति लगेगी…”
पुलिस आई, देखी, आश्वासन दे गई। RobertsGanj Temple Attack
मौके पर पहुंचे कोतवाल गोपाल जी गुप्ता और कस्बा चौकी इंचार्ज शिवकुमार सिंह ने जनता को समझाया, समझाया और फिर वही समझाया।
सीसीटीवी फुटेज से पहचान की कोशिश की जा रही है — यानी जब तक वीडियो क्लियर नहीं होगा, गुनहगार धुंध में छुपे रहेंगे।
मामले की गंभीरता को देखकर एडिशनल एसपी अनिल कुमार भी पहुंचे। और अंत में पुलिसिया घोषणा —
“मामला दर्ज कर लिया गया है, आरोपियों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं।”
जनता पूछ रही है — “कब तक प्रयास करते रहेंगे साहब? अब तो भगवान की भी सुरक्षा नहीं बची!”
हिंदू संगठनों का गुस्सा, भाजपा कार्यकर्ताओं की हुंकार। RobertsGanj Temple Attack

घटना की जानकारी मिलते ही हिंदू संगठन, भाजपा कार्यकर्ता और स्थानीय लोग मंदिर परिसर में जमा हो गए।
पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर तिवारी ने नशेड़ियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा –
“यह मंदिर आधी सदी पुराना है। लेकिन आसपास नशे का अड्डा बनता जा रहा है।”
प्रश्न यही है – “क्या भगवान की मूर्तियों को तोड़ना अब समाज के लिए सामान्य हो गया है?”
या फिर “ये किसी योजना के तहत धार्मिक भावनाओं को भड़काने की कोशिश है?”
धार्मिक स्थल नहीं, नशे का ठिकाना बनता मोहल्ला!RobertsGanj Temple Attack
अम्बेडकर नगर में स्थित यह मंदिर जहां भक्त श्रद्धा लेकर आते थे, अब वहां नशे की बदबू और डर का माहौल पसरा है।
स्थानीय लोग बता रहे हैं कि रात होते ही वहां असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगने लगता है।
सवाल यह नहीं कि मूर्ति कैसे टूटी — सवाल यह है कि “क्यों टूटी?”, और प्रशासन इतने समय से आँखें मूंदे क्यों बैठा है?
मूर्ति टूटी, लेकिन व्यवस्था कब सुधरेगी? RobertsGanj Temple Attack
राबर्ट्सगंज की यह घटना कोई इत्तेफाक नहीं — यह धार्मिक आस्थाओं पर चोट है।
यह सिर्फ पत्थर की मूर्ति का क्षतिग्रस्त होना नहीं, समाज की चेतना का हिलना है।
पुलिस आश्वासन दे रही है, नई मूर्ति लगेगी।
लेकिन सवाल यही है –
“जब भगवान को सुरक्षा नहीं, तो आम आदमी क्या करे?”
Written by khabarilal.digital Desk
🎤 संवाददाता: प्रदीप
📍 लोकेशन: सोनभद्र, यूपी
#HanumanMurtiVandalism, #RobertsGanjTempleNews, #AmbedkarNagarTempleAttack, #TempleVandalismIndia, #HinduSentiment, #ReligiousCrimeUP, #MurtiTodNews, #खबरीलालडिजिटल, #नजीबाबाद_मंदिर_घटना, #UPTempleNews

 
         
         
         
         
         
        