Religious Conversion- दरकशा बानो और आतंकी एंगल
प्रयागराज में Religious Conversion के नाम पर बड़ी साजिश का पर्दाफाश हुआ है। दरकशा बानो नाम की महिला ने नाबालिग को केरल में मतांतरित कर विदेश भेजने की तैयारी कर रखी थी। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अब इस केस को आतंकी मॉड्यूल से जोड़कर जांच कर रही हैं।
फूलपुर से Religious Conversion तक
प्रयागराज के फूलपुर थाना क्षेत्र के तिलहट गांव में ऐसा बवाल मचा है कि गांव से दिल्ली तक खुफिया एजेंसियां चक्कर काट रही हैं। दरकशा बानो नाम की एक महिला ने नाबालिग लड़की को पहले केरल घुमाया, वहां उसका Religious Conversion करवाया और अब विदेश भेजने की तैयारी थी। लेकिन यूपी पुलिस की सख्ती ने पूरा खेल बिगाड़ दिया!
Religious Conversion: दरकशा बानो और आतंकी एंगल
पुलिस ने दरकशा बानो को गिरफ्तार कर लिया है। अब उसके मोबाइल की कॉल डिटेल्स से लेकर व्हाट्सऐप चैट तक खंगाले जा रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि ये कोई लोकल धर्मांतरण गैंग नहीं बल्कि आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा हो सकता है। इसलिए दरकशा के सोशल मीडिया प्रोफाइल पर भी नजरें गड़ी हैं।
नाबालिग का टूटा सपना, परिवार बेहाल

जिस नाबालिग लड़की को केरल ले जाकर मतांतरित किया गया, उसकी हालत गांव में सबसे कमजोर परिवारों जैसी है। पिता नहीं, मां कभी मिड-डे मील बनाती थी, अब मनरेगा में काम कर रही है। कभी-कभी चूड़ी बेचकर घर चलाती हैं। लड़की स्कूल में नौवीं तक पढ़ी थी। गरीबी ने पहले पढ़ाई छीनी, अब Religious Conversion ने बची-खुची जिंदगी को भी हिला दिया।
Religious Conversion: पुलिस की पड़ताल और गांव में खलबली
पुलिस SP से लेकर ATS तक एक्टिव है। दरकशा के भाई-बहन से लेकर रिश्तेदारों तक की कुंडली खोली जा रही है। गांव वालों में डर है कि कहीं कोई आतंकी मॉड्यूल उनके बीच तो नहीं पनप रहा था! सुरक्षा एजेंसियां भी इस Religious Conversion केस को लेकर अलर्ट मोड में हैं।
Religious Conversion:अब क्या?
गांव में अब हर किसी की जुबान पर एक ही सवाल – दरकशा बानो ने अकेले किया या कोई नेटवर्क भी है? जवाब तलाशने में पुलिस लगी है, लेकिन इसने गांव के माहौल को जिहादी कनेक्शन की सिहरन से भर दिया है।
गांव में दहशत, शहर में चर्चा
गांव तिलहट में अब बच्चों के खेल के साथ Religious Conversion की ये कहानी भी गलियों में घूम रही है। लोग खेतों में काम कम और दरकशा बानो के कनेक्शन पर गप्प ज्यादा कर रहे हैं। कोई कहता है ये अकेले नहीं हो सकता, कोई कहता है कहीं ISI से लिंक तो नहीं! खुफिया विभाग गांव-गांव घूमकर पूछ रहा है — कौन किससे मिला? किसने फोन किया? किसके खाते में पैसे आए?
Religious Conversion: आतंकी मॉड्यूल या लोकल जुगाड़?
अब सवाल बड़ा है — क्या ये सच में कोई बड़ा आतंकी मॉड्यूल था या गरीबी के नाम पर दरकशा बानो का लोकल जुगाड़? ATS के ऑफिस में फाइलों की मोटाई बढ़ रही है, SP ऑफिस में फोन की घंटी थमने का नाम नहीं ले रही। गांव वालों को उम्मीद है कि पुलिस किसी न किसी दिन सच सामने लाकर बताएगी — ये सिर्फ Religious Conversion था या किसी और मुल्क का खेल!
