हरियाणा की नायब सैनी सरकार पर बरसे कांग्रेस नेेता रणदीप सुरजेवाला… अपराध से लेकर बेरोज़गारी तक के मुद्दे पर सरकार को बताया Fail
Randeep Surjewala : Haryana सरकार के तीसरे कार्य़काल का पहला वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में जहां CM Nayab Saini की ओर से कईं घोषणाएं की गई। वहीं, विपक्ष की ओर से सरकार के एक साल के कार्यकाल को लेकर निशाना साधने का काम किया गया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इसे घणा कसूता निकला एक साल बताते हुए कहा कि
माफिया व गुंडों का खेल बेमिसाल,
किसान की फसल का हुआ बुरा हाल,
दलितों के अधिकार कुचले, युवा हैं बेहाल,
चारों और भ्रष्टाचार व सत्ता के दलाल,
चुटकले वाली सरकार है कुशासन की मिसाल !
‘‘ना’’ – ‘‘य’’ – ‘‘ब’’ = ‘‘नायब का एक साल’’
ना-नाकाबिलियत
य-यातना
ब-बर्बादी वाली सरकार
घणा कसूता निकला एक साल – नायब सरकार के दस कमाल!

- ‘हरि का हरियाणा’ बना बना ‘अपराध का गैंगलैंड’!
o पिछले एक साल के भाजपा राज में हरियाणा हत्या, फिरौती, डकैती, रंगदारी, धमकी, लूटपाट, माफिया, गैंगस्टर्स, और बदमाशों का अड्डा बन गया, जिसने ‘हरि की धरती’ हरियाणा की आत्मा को लहूलुहान कर रखा है।
यमुनानगर से सिरसा,
पंचकुला से नूंह तक,
कैथल से रेवाड़ी,
फतेहाबाद से महेंद्रगढ़ तक अपराधी बेखौफ, कानून गुंडों की दासी बना, संविधान बंधक व अपराध बेलगाम।
o राजनीतिक अराजकता और खौफ के दौर में कानून व्यवस्था का ‘हरियाणा में अपहरण’ हो गया है। सरकार व संगठित अपराध के गठजोड़ का यह हाल है कि अपराधियों ने शराब के ठेकों तक की बोली नहीं होने दी और नायब सैनी सरकार आँखों पर पट्टी बांधे रही।
o दिनदहाड़े फायरिंग और धमकियों के वीडियो सोशल मीडिया पर आए दिन वायरल हो रहे हैं।
भाजपा सरकार प्रदेश को रक्तरंजित कर अपराधियों के हाथ का खिलौना बन गयी है।
- ‘माइनिंग माफिया’ तथा ‘पहाड़ चोरी’ का गढ़ बना हरियाणा
o प्रदेश की सत्ता में हरियाणा की संपदा – खनिज – रेत – जल – जंगल – जमीन की हत्या कर खुली लूटपाट की है।
o खनन माफियाओं की लूट का आलम ये है कि- नूंह जिले में खनन माफियाओं ने ₹2,200 करोड़ रुपए की कीमत का पूरा पहाड़ ही बम से उड़ा दिया।
o मां यमुना की धारा बदलकर उनके शरीर को छलनी किया। सोनीपत में खनन कंपनी ने यमुना की धारा मोड़ दी जिससे पूरे ईकोसिस्टम पर खतरा हो गया और बाढ़ ने तबाही मचा दी।
- एक साल वाले ‘नायब का कसूर’, दूध-दही वाले हरियाणा में ‘नशा बना नासूर’!
o नायब सरकार में ‘ड्रग्स माफिया’ का बोलबाला है। भाजपा राज में हरियाणा बना ‘उड़ता हरियाणा’! हर रोज 143 हरियाणवी युवक नशे की गिरफ्त में आ रहे है। पिछले पांच साल में 1,84,000 लोग नशा मुक्ति केंद्र पहुंचे।
आंकड़े डराने वाले हैं
2020-21 में 11,395 लोग,
2021-22 में 24,968 लोग,
2022-23 में 45,065 लोग,
2023-24 में 50,429 लोग,
2024-25 में 52,207 लोग नशे की चपेट में आए।
- झूठे जुमलों की पड़ी मार, युवा लाचार – युवा बेरोजगार, ये है पेपर माफिया सरकार !
o आज हरियाणा का युवा अपने टूटे हुए सपनों की राह पर खड़ा है क्योंकि भाजपा सरकार ने हरियाणा को बेरोजगारी का ‘हब’ और नकल माफिया का सबसे बड़ा ‘अड्डा’ बन गया है।
o भाजपा राज में शिक्षा और परीक्षा दोनो नकल माफियाओं के हवाले है।
पहले परीक्षा की घोषणा…
फिर नकल माफिया…
फिर पेपर लीक…
फिर कमेटी बिठाना…
फिर परीक्षा रद्द कर देना।
हरियाणा की भाजपा सरकार का असल नारा है… 11 साल…. पेपर लीक, घोटाले बेमिसाल।
o नायब राज में HPSC – “हेराफेरी सर्विस कमीशन’’ और HSSC – “हेराफेरी सेंटिंग सर्विस कमीशन’’ बन गया है।
दसवीं और बारहवीं के हरियाणा बोर्ड के पेपर, बीए के पेपर, एचसीएस, सीईटी, एसआई भर्ती, डेंटल सर्जन, पुलिस कांस्टेबल भर्ती, ग्राम सचिव भर्ती, क्लर्क भर्ती, क्लर्क भर्ती (बिजली विभाग) एक्साइज इंस्पेक्टर, एग्रीकल्चर इंस्पेक्टर, कंडक्टर भर्ती, आईटीआई इंस्ट्रक्टर भर्ती, आबकारी इंस्पेक्टर, नायब तहसीलदार, पीटीआई, एचटेट, केंद्रीय विद्यालय संगठन प्राइमरी टीचर, असिस्टेंट प्रोफेसर कॉलेज, बी. फार्मेसी, छम्म्ज् जैसे अनगिनत पेपर लीक और भर्ती घोटाले हुए हैं।
o आज देश में हरियाणा की पहचान ‘पेपर लीक फैक्टरी’ के नाम से बन गई है। ये है नायब सरकार का ‘घणा कमाल’।
- बाढ़ की विपदा में ‘नायब रहे गायब’ !
न तैयारी, न बाढ़ प्रबंधन, न बाढ़ रोकथाम – यही है नायब सैनी सरकार का असली चेहरा।
पहले तो मुख्यमंत्री कहते रहे कि बाढ़ ही नहीं आई, उसके बाद ₹7,000 प्रति एकड़ के मुआवजा ऐलान किया, जिसकी एक फूटी कौड़ी नहीं मिली।
फसलें बर्बाद हो गई,
ट्यूबवेल नष्ट हो गए,
हजारों मवेशी बह गए,
हजारों मकान ढह गए,
लेकिन केंद्र हो या राज्य की भाजपा सरकार…
दोनों ने एक आना मुआवज़ा न देकर असली ‘हरियाणा विरोधी’ चेहरा दिखा दिया।
- खेती-किसानी का बंटाधार, MSP और खाद के लिए हाहाकार, ऐसी रही ‘घणी कमाल’ वाली नायब सरकार !

o धान की फसल का MSP है ₹2,389 प्रति क्विंटल, और पिट रहा है 1800/1900 प्रति क्विंटल में। बाजरे का 2,775 प्रति क्विंटल, और पिट रहा है 1,800 प्रति क्विंटल में, क्योंकि सरकारी खरीद है ही नहीं। नरमा कपास का MSP है 8,100 प्रति क्विंटल, और बिक रही है 6,500-7,200 प्रति क्विंटल में क्योंकि सरकारी खरीद है ही नहीं।
o न DAP है और न यूरिया। लंबी कतारें हैं, किसान की दुर्गति है और खाद की कालाबाजारी है।
- वसूली वाली नायब सरकार हुई मालामाल, यही है घणा कमाल !
o 03 अगस्त, 2025 से अनाप-शनाप कलेक्टर रेट बढ़ा हरियाणा की जनता से सालाना अतिरिक्त 5,000 करोड़ वसूली।
- बिजली की ‘घणी लूट’ वाली नायब सरकार का घणा कमाल!
o बिजली दर बढ़ोत्तरी से हरियाणवियों की जेब पर 5,000 करोड़ सालाना की डकैती। पहले तो 16 जनवरी, 2025 से फ्यूल सरचार्ज के नाम पर बिजली उपभोक्ताओं से 47 पैसा प्रति यूनिट की बढ़ोत्तरी कर डाली और फिर 01 अप्रैल, 2025 से अनाप-शनाप बिजली दरें बढ़ा गरीब से गरीब पर हजारों करोड़ का बोझ डाल दिया। यहाँ तक कि, एक पंखा व दो लाईट वाले घर हों, आटा चक्की हो, लकड़ी का आरा हो, बर्फ कारखाना हो,पोल्ट्री फार्म हो, पॉली हाउस हो, खेतों के ट्यूबवेल हों या भगवान का घर – मंदिर, सबसे वसूली कर डाली।
- युवाओं की उम्मीदों का ‘घणा पलायन’ – यही है ‘घणा कमाल’!
जिधर नज़र उठाईये, हरियाणा के युवा विदेश पलायन कर रहे हैं। वजह – बेरोजगारी, जिम्मेदार-भाजपा सरकार।
- भाईचारा तोड़ने का है सबको मलाल – यही है भाजपा का ‘घणा कमाल’!
हरियाणा में षडयंत्रकारी तरीके से सामाजिक भाईचारा तोड़ने वाली शकुनि की चौपड़ बिछाई जा रही है। सिस्टम को चलाने वाले सरकार के हुक्मरानों से अब आला से आला अफसर हो या जनता, सबका विश्वास उठ गया है। न्याय का धृतराष्ट्र अंधा है, शकुनि की चौपड़ बिछी है और दुर्योधन की चालें हावी हैं। पहले की तरह, एक बार फिर कोशिश की जा रही है कि हरियाणा का भाईचारा नफरत का शिकार हो जाए। पर हरि के हरियाणा को सत्ताधारियों के चीरहरण के खिलाफ खड़े हो इस षडयंत्र को हराना होगा।
ये ‘घणा कमाल’ नहीं, ‘घणे सवाल’ हैं, जो हरियाणा का बच्चा-बच्चा भाजपा सरकार से पूछ रहा है।
