
Punjab reel under intense heatwave, temperature soars above 40°C
Punjab Heatwave: पंजाब में 46 डिग्री की गर्मी से हाहाकार, अगले 2 दिन भी पड़ेंगे भारी, रहना बचके!
Punjab Heatwave: पंजाब में प्रचंड गर्मी ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है. आसमान से ऐसी आग बरस रही है कि लोगों को घरों में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है. लू के थपेड़े चल रहे हैं. लोग घरों से बाहर निकलने से बच रहे हैं. प्रदेश के कई शहरों में तापमान 40 से ऊपर है.
लुधियाना में तो तापमान ने रिकॉर्ड तोड़ दिया है. सोमवार (9 जनवरी 2025) को लुधियाना का अधिकतम तापमान 46.1 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया. ये सामान्य से 7 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था. मौसम विभाग के मुताबिक साल 2017 के बाद ये पहली बार हुआ है कि जब दिन का तापमान इतना ऊपर पहुंचा है.
Punjab Heatwave: बठिंडा भी लू की चपेट में रहा. यहां अधिकतम तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. अमृतसर में तापमान 44.9 डिग्री, गुरदासपुर में 44.5 डिग्री, फिरोजपुर में 44 डिग्री, चंडीगढ़ में 43.8 डिग्री, फाजिल्का में 43.2 डिग्री, पटियाला में 42.9 डिग्री, जालंधर में 42.6 डिग्री और मोगा में 42.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग का कहना है कि झुलसाने वाली गर्मी से अभी राहत मिलने में वक्त लगेगा. अगले 2 दिन भी पंजाब में लू चलने का आरेंज अलर्ट जारी किया गया है.

गर्मी में बिजली कट से डबल मुसीबत
Punjab Heatwave: पंजाब के सभी जिलों में गर्मी और लू से बुरा हाल है. इसके बावजूद सोमवार को जालंधर समेत 6 शहरों में 6 घंटे तक बिजली कट लगे. जिससे लोगों का और बुरा हाल हो गया. बिजली विभाग के मुताबिक जालंधर में सोमवार को बिजली कट की सबसे ज्यादा 1,668 शिकायतें दर्ज की गईं। मुक्तसर में दो फीडर डाउन हो गए जिससे 6 घंटे तक बिजली सप्लाई प्रभावित रही। संगरूर, कादियां, गोराया और बुढलाडा में करीब 13 फीडर डाउन होने की वजह से 4 से 6 घंटे तक बिजली सप्लाई ठप रही.

ग्लोबल वार्मिंग होती रही तो क्या होगा?
Punjab Heatwave: मौसम के जानकारों का मानना है कि दुनिया भर में ग्लोबल वार्मिंग तेजी से बढ़ रही है. लाख कोशिशों के बावजूद ग्लोबल वार्मिंग रोकने के उपाय बेअसर साबित हो रहे हैं. ग्लोबल वार्मिंग की वजह से मौसम का चक्र बिगड़ रहा है और भारत समेत पूरी दुनिया में इसका असर साफ दिख रहा है. गर्मियों के दौरान भारत में चलने वाली गर्म हवाएं या लू की लपटों की ना सिर्फ तीव्रता बढ़ी है. बल्कि लू वाले दिनों की संख्या में भी इजाफा हुआ है. चिंता वाली बात ये है कि लू वाले ये दिन जानलेवा साबित हुए हैं.
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