 
                  Operation Sindoor पर गरमाई बहस… प्रियंका बोलीं- ‘लोग सरकार भरोसे कश्मीर गए थे’ अखिलेश बोले- सरकार बताए, पाकिस्तान के पीछे कौन? शाह बोले – आतंकियों की धार्मिक पहचान देखकर दुखी विपक्ष
New Delhi : लोकसभा में मंगलवार को Operation Sindoor और Pahalgam Attack को लेकर तीखी बहस हुई… विपक्ष ने केंद्र सरकार पर सुरक्षा चूक को लेकर सवाल उठाए जबकि गृह मंत्री अमित शाह ने Operation Mahadev और Operation Sindoor की सफलता का ब्योरा देकर जवाब दिया. कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार की जवाबदेही पर सवाल उठाए जबकि शाह ने विपक्ष पर आतंकियों की धार्मिक पहचान पर दुख जताने का आरोप लगाया.
प्रियंका गांधी का सरकार पर हमला

कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने Pahalgam Attack में सुरक्षा खामियों पर सवाल उठाते हुए कहा, “लोग सरकार के भरोसे कश्मीर गए थे, लेकिन सरकार ने उन्हें भगवान भरोसे छोड़ दिया”. उन्होंने कहा कि बायसरन घाटी में जब 26 पर्यटकों को आतंकियों ने चुन-चुनकर मारा तब वहां एक भी सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं था. प्रियंका ने सरकार के दावे पर तंज कसते हुए कहा, “सरकार कहती थी कि कश्मीर आतंकवाद मुक्त हो गया है, फिर आतंकी वहां क्या कर रहे थे? PM Modi ऑपरेशन सिंदूर का श्रेय लेने तो आते हैं, लेकिन जवाबदेही क्यों नहीं लेते?”.
अखिलेश यादव नें किए सवाल

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार से पूछा, “पाकिस्तान के पीछे कौन सा देश है? हमें चीन से उतना ही खतरा है, जितना आतंकवाद से है”. उन्होंने ऑपरेशन महादेव की टाइमिंग पर सवाल उठाते हुए कहा, “आखिर क्यों ये एनकाउंटर ठीक उसी दिन हुआ, जब संसद में बहस शुरू हुई?”. अखिलेश ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की राफेल विमानों की पूजा का जिक्र करते हुए तंज कसा, “जिन एयरक्राफ्ट को नींबू-मिर्च लगाकर पूजा गया, वे कितने उड़े थे?”. उन्होंने Pahalgam Attack को खुफिया विफलता का प्रतीक बताया और पूछा, “इसके लिए कौन जिम्मेदार है?”.
डिंपल यादव की सरकार से मांग

सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा, “जब हजारों पर्यटक जम्मू-कश्मीर घूमने जा रहे थे, तब सुरक्षा व्यवस्था क्यों नहीं थी? पहलगाम हमले के लिए सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है. जवाबदेही तय होनी चाहिए”. उन्होंने बायसरन घाटी में सुरक्षा की कमी पर सवाल उठाए और सरकार से जवाब मांगा।
अमित शाह का विपक्ष को जवाब
विपक्षी की तमाम आलोचनाओं और जवाब देनें के लिए गृह मंत्री अमित शाह आगे आए और उन्होनें लोकसभा में Operation Mahadev और Operation Sindoor की विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 28 जुलाई को श्रीनगर के डाचीगाम जंगल में भारतीय सेना, CRPF और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त रूप से ऑपरेशन महादेव चलाया जिसमें Pahalgam Attack के तीन आतंकियों—सुलेमान शाह उर्फ हाशिम मूसा, फैजल अफगान और जिब्रान को मार गिराया गया. शाह ने कहा कि सुलेमान लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का A Category का कमांडर था जो गगनगीर हमले में भी शामिल था. आतंकियों के पास से बरामद हथियारों का बलिस्टिक विश्लेषण चंडीगढ़ FSL में किया गया जिससे पुष्टि हुई कि ये वही हथियार थे जिनका इस्तेमाल पहलगाम हमले में हुआ था.
विपक्ष आतंकियों की धार्मिक पहचान देखकर दुखी-शाह

शाह ने बताया कि 1,055 लोगों से 3,000 घंटे की पूछताछ और स्थानीय लोगों के इनपुट से आतंकियों की पहचान हुई है. दो सहयोगी, बशीर और परवेज, जो आतंकियों को खाना और आश्रय दे रहे थे, उन्हे 22 जून को गिरफ्तार किया गया था. शाह ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “मुझे उम्मीद थी कि आतंकियों के मारे जाने पर विपक्ष खुश होगा, लेकिन ऐसा लगता है कि वे आतंकियों की धार्मिक पहचान देखकर दुखी हैं”. अंत में शाह नें तंज कसते हुए पूछा – “अखिलेश जी, क्या आपकी पाकिस्तान से बात होती है?”
विपक्ष के सरकार से कुछ और सवाल
- कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने पूछा, “पहलगाम हमले की जिम्मेदारी कौन लेगा? गृह मंत्री या जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल? सरकार पर्यटकों की सुरक्षा में नाकाम रही”.
- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पूछा, “क्या सरकार को हमले की पूर्व जानकारी थी, क्योंकि प्रधानमंत्री ने हमले से तीन दिन पहले अपनी कश्मीर यात्रा रद्द कर दी थी?”.
- AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच पर सवाल उठाया, “जब हम पानी और व्यापार नहीं दे रहे तो आतंकवाद के बाद भी क्रिकेट क्यों खेल रहे हैं?”.

 
         
         
        