
Prashant Kishore
Bihar Politics:10-10 मुख्यमंत्री बनाने वाले Prashant Kishore की खुल गई पोल!
Bihar Politics: बिहार में 2025 यानि इसी साल चुनाव होना है। इसे लेकर सभी दल तैयारियों में जुटे हुए हैं। इस बीच जनसुराज पार्टी के संस्थापक Prashant Kishore ने एक ऐसा बयान दिया है, जिसने Bihar Politics में भूचाल ला दिया है।लेकिन Prashant Kishore के इस बयान की बिहार के एक बड़े नेता ने पोल खोल दी है। प्रशांत किशोर की असल सच्चाई जनता के सामने ला दी है। जिसके बाद बिहार के सियासी गलियारों में प्रशांत किशोर के बड़बोले पर जमकर व्यंग बाण चलाए जा रहे हैं। आखिर क्या कहा प्रशांत किशोर ने और किस नेता ने उनका काउंटर किया। चलिये विस्तार से बताते हैं।

पटना: मैं हूं खलनायक, संजय दत्त की फिल्म खलनायक का ये डायलॉग एक वक्त बहुत चर्चित हुआ था। आज कुछ वैसा ही बोला है, प्रशांत किशोर(Prashant Kishore)ने। लेकिन प्रशांत किशोर(Prashant Kishore) ने खुद को खलनायक न बताकर सीएम मेकर बता दिया है। साफ कह दिया है कि,उन्होंने कई सीएम बनाए हैं। दिन-रात मेहनत करके 10 मुख्यमंत्रियों को कुर्सी तक पहुंचाया है।लेकिन उनका सपना खुद मुख्यमंत्री बनने का नहीं है। बल्कि वो बिहार को बदलना चाहते हैं। यहां रोजगार पैदा करना चाहते हैं। जिससे बिहार के लोगों को नौकरी के लिए दूसरे राज्यों में न जाना पड़े।बल्कि दूसरे राज्य के लोग रोजगार की तलाश में बिहार आए।
Prashant Kishore ने फोड़ दिया बयान ‘बम’!
अपनी तारीफ में कसीदे पढ़ते हुए Prashant Kishore ने कहा कि, ‘लोग कहते हैं कि,पिछले 10 साल में मैं जिस पार्टी के साथ रहा। उस पार्टी का ही मुख्यमंत्री बना। लेकिन अब मैं ये काम नहीं करता। 3 साल पहले मैने सब कुछ छोड़ दिया है।’जनता को लुभाते हुए Prashant Kishore ने फिर कहा कि, ‘अब आप ये कहियेगा कि, इतना धन-दौलत कमा लिये हैं, तो फिर बिहार की गलियों में क्यों भटक रहे हैं। कोई बिजनेस काहे नहीं कर लेते।

तो बता दें कि, हमने इसलिए इस काम को छोड़ दिया,क्योंकि हमने देखा कि, नेता और दल को जीताने से हमारा और आपका जीवन नहीं बदलता है। नेता जीतने के बाद हेलीकॉप्टर पर पहुंच जाता है, और हम आप वहीं के वहीं रह जाते हैं’। हमने 1 या 2 नेताओं को नहीं, 10-10 लोगों को मुख्यमंत्री बनाकर देख लिया है। नेता के जीतने से हमारे और आपके बच्चे का जीवन नहीं बदलता है’।
Prashant Kishore के बयान से सियासत में उबाल
प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) के ऐसा बयान देने की देर थी। मानो बिहार की सियासत में भूचाल आ गया हो। सारे सियासी दलों ने एक साथ Prashant Kishore के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। और जमकर प्रशांत किशोर पर निशाना साधा।बीजेपी ने कहा कि, ‘बिहार की जनता जानती है कि, प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) कब क्या कहेंग। अगर उनके अंदर इतनी ही क्षमता है, तो खुद मुख्यमंत्री क्यों नहीं बन जाते हैं। क्यों अभी तक अपनी पार्टी से किसी को सदन नहीं पहुंचा पाए’।

वही जेडीयू ने प्रशांत किशोर के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि,Prashant Kishore को अपनी सियासी औकात मालूम है।प्रशांत किशोर इस बात को भली भांती जानते हैं कि, वो मुखिया का चुनाव भी बिहार में नहीं जीत सकते हैं। प्रशांत किशोर का एक मात्र उद्देश्य टिकट बेचना और पैसा कमाना है। प्रशांत किशोर को कंफ्यूज्ड बताते हुए जेडीयू ने कहा कि, शायद उन्हें नहीं मालूम है कि, बिहार में दूसरे राज्यों से लोग तरबूज की खेती करने आते हैं। दूसरे राज्यों के हजारों लोग यहां सरकारी नौकरी करते हैं। लिहाजा Prashant Kishore को अपना ज्ञान बढ़ाने की जरूरत है।
RJD और CONGRESS ने भी किया करारा वार
प्रशांत किशोर के बयान पर आरजेडी और कांग्रेस ने भी जमकर अपनी भड़ास निकाली। आरजेडी के प्रवक्ता ने कहा कि, Prashant Kishore बीजेपी की बी टीम बनकर बिहार में काम कर रहे हैं, और दूसरों को ज्ञान बांट रहे हैं। बिहार की जनता ये सब भली भांति समझती है। बिहार की जनता इस बार प्रशांत किशोर को सबक सिखाएगी,उन्हें ऐसी हालत में पहुंचा देगी कि,उनकी पार्टी के लोगों की जमानत भी नहीं बचेगी।

वहीं कांग्रेस प्रवक्ता शिशिर कौंडिल्य ने कहा कि, प्रशांत किशोर एक राजनीतिक व्यापारी हैं, उनका काम केवल राजनीति को बेचना है। और जहां तक मुख्यमंत्री की बात है तो वो जनता बनाती है।प्रशांत किशोर जैसे लोग नहीं। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि, Prashant Kishore को याद होना चाहिए कि, जब वो 2015 में नीतीश कुमार के साथ थे,तो जेडीयू की सीटें घटी थी, और वो 115 से घटकर 72 सीटों पर आ गई थी। इससे ये साबित होता है कि, प्रशांत किशोर सीएम मेकर नहीं फिसड्डी प्रचारक हैं।अगर उनके अंदर इतनी ही कूबत होती तो, जेडीयू 2015 में 100 में सौ सीटे जीतती। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
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