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Pradhan Attack: रात के अंधेरे में बरसी लाठियां, प्रधान को मारा लहूलुहान
गाजीपुर जनपद के बहरियाबाद थाना क्षेत्र से आई यह खबर किसी हॉरर फिल्म से कम नहीं। गांव परिवार के प्रधान बलवंत कुमार पर अज्ञात दबंगों ने ऐसा कहर बरपाया कि खून की धारें गांव की ज़मीन पर बह चलीं। प्रधान पर हमला (Pradhan Attack) गांव के सीने पर पड़ा ताजा ज़ख्म है।
पहले से घात लगाए बैठे थे हमलावर
सूत्रों के मुताबिक, प्रधान बलवंत कुमार किसी जरूरी काम से जैसे ही रात में घर से निकले, पहले से झाड़ियों में घात लगाए दबंगों ने लाठी, डंडों और धारदार हथियारों से हमला बोल दिया। ये हमला अचानक नहीं था, बल्कि गांव की राजनीति और ज़मीन के पुराने विवाद की सड़ी-गली फसल थी। प्रधान पर हमले (Pradhan Attack) ने गांव की चुप्पी को चीर डाला।
Pradhan Attack: प्रधान की हालत नाजुक, वाराणसी ट्रामा सेंटर रेफर
चीख-पुकार सुनकर जब तक गांववाले पहुंचे, प्रधान खून से लथपथ ज़मीन पर पड़े मिले। आनन-फानन में उन्हें जिला अस्पताल लाया गया लेकिन हालत बिगड़ती देख डॉक्टरों ने उन्हें वाराणसी ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। गांववालों के चेहरे पर सिर्फ एक सवाल – “क्या प्रधान होना अब जानलेवा है?”
पंचायत की राजनीति या ज़मीन की दुश्मनी?
स्थानीय सूत्र बताते हैं कि हमला करने वाले कोई बाहरी नहीं बल्कि गांव के ही रसूखदार लोग हैं। प्रधान बलवंत कुमार का उनसे ज़मीन विवाद और पंचायत चुनाव की रंजिश चली आ रही थी। अब प्रधान पर ये हमला (Pradhan Attack) उसी राजनीतिक दुश्मनी का खूनी अंजाम है।
Pradhan Attack: गांव में पसरा खौफ, पुलिस ने कसी कमर
हमले के बाद गांव में डर का माहौल है। कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं। पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है और नामजद हमलावरों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। एसपी ने भी साफ कहा है – “हमलावर बचेंगे नहीं, जल्द गिरफ्तार होंगे।” प्रधान पर हमला (Pradhan Attack )अब प्रशासन की साख का इम्तिहान बन चुका है।
सवाल वही, जवाब कौन देगा?
गांव के बुज़ुर्ग ताने मार रहे हैं – “पहले प्रधान बनो तो रौब बनता था, अब लाश बन जाओ तो खबर बनती है।” क्या पंचायत की गद्दी अब मौत का न्योता बन चुकी है? यह वारदात (Pradhan Attack )अकेले बलवंत कुमार पर हमला नहीं, लोकतंत्र के सबसे निचले पायदान पर पड़ा तमाचा है।
Pradhan Attack: पंचायत की सत्ता, अब जान की कीमत पर?
यह कोई पहली बार नहीं है जब किसी ग्राम प्रधान को निशाना बनाया गया हो। यूपी के कई जिलों से ऐसी खबरें लगातार आती रही हैं, जहां पंचायत की कुर्सी अब रंजिश, धमकी और हत्या का कारण बन चुकी है। सवाल ये नहीं कि बलवंत कुमार पर हमला क्यों हुआ, सवाल ये है कि अगला नंबर किसका है? Pradhan Attack अब किसी एक गांव की त्रासदी नहीं, पूरे प्रदेश की पंचायत व्यवस्था की खौफनाक तस्वीर है।
Written by khabarilal.digital Desk
🎤 संवाददाता: प्रदीप दुबे
📍 लोकेशन: मऊ, यूपी
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