दिल्ली की Luv-Kush Ramleela से हटाई गई Poonam Pandey… हिंदू संगठन और BJP-VHP के विरोध के बाद फैसला. आयोजक बोले – ‘सबको बदलने का मौका देना चाहिए’.
New Delhi : 24 सितंबर से पहले तक मशहूर एक्ट्रेस और मॉडल Poonam Pandey काफी खुश हो रही थीं… क्योंकि उन्हे दिल्ली के लाल किले पर आयोजित होने वाली मशहूर लव-कुश रामलीला में Mandodari का रोल मिला था. लेकिन उनकी खुशियों को जैसे उनकी अपनी ही नजर लग गई है. क्योंकि अभिनेत्री Poonam Pandey को अब रामलीला से हटा दिया गया है और लोग कह रहे हैं इन्हे मंदोदरी का नहीं बल्कि शूर्पणखा का रोल मिलना चाहिए.
साधु-संतों के विरोध के बाद बाहर

Famous Model Poonam Pandey रामलीला में रावण की पत्नी Mandodari का किरदार निभाने वाली थीं लेकिन साधु-संतों, विश्व हिंदू परिषद (VHP) और भाजपा के विरोध के बाद आयोजकों ने ये फैसला लिया है. Luv Kush Ramleela Commetti के अध्यक्ष अर्जुन कुमार ने 23 सितंबर 2025 को प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा की, कि हिंदू समाज की भावनाओं का सम्मान करते हुए Mandodari का रोल किसी दूसरे कलाकार को दिया जाएगा. Poonam Pandey को इसकी जानकारी दे दी गई है.
रोल को लेकर उत्साहित थीं पूनम

Arjun Kumar ने बताया कि, “पूनम अपने रोल को लेकर काफी उत्साहित थीं… उन्होंने भगवान का आशीर्वाद पाने के लिए नवरात्रि व्रत भी रखा था लेकिन हमें उन्हें हटाना पड़ा. यह दुख की बात है. भगवान राम एकता और शांति का संदेश देते हैं. लेकिन अगर रामलीला में किसी कलाकार को लेकर समाज बंट जाए, तो भगवान राम का उद्देश्य विफल हो जाएगा. हम रामलीला के नाम पर बंटवारा नहीं चाहते. फिर भी हर किसी को बदलने का मौका मिलना चाहिए”.
भाजपा और VHP का स्वागत

BJP का बयान – दिल्ली भाजपा मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर ने कहा, “पूनम को मंदोदरी की भूमिका से हटाकर समिति ने धार्मिक समुदाय और आम लोगों की भावनाओं का सम्मान किया… उनकी विवादित छवि से रामलीला की पवित्रता प्रभावित हो रही थी”.BJP ने 20 सितंबर को समिति को पत्र लिखकर Poonam को हटाने की मांग की थी.
VHP का बयान – दिल्ली इकाई के सचिव सुरेंद्र गुप्ता ने पत्र में कहा, “हम किसी कलाकार के खिलाफ नहीं, लेकिन सार्वजनिक आयोजनों की सांस्कृतिक पवित्रता बनाए रखना जरूरी है. पूनम की विवादित छवि और सोशल मीडिया पर अश्लील सामग्री से भक्तों की भावनाएं आहत हो रही थीं”. VHP ने 19 सितंबर को समिति को पत्र लिखा था.
साधु-संतों ने किया विरोध

अखिल भारतीय संत समिति – राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने कहा, “रामलीला समितियां शालीनता रखें… कलाकारों की पृष्ठभूमि और आचरण का ध्यान रखें ताकि रामलीला की प्रतिष्ठा बनी रहे”.
पातालपुरी मठ – पीठाधीश्वर जगतगुरु बालक देवाचार्य ने कहा, “मंदोदरी पंचकन्याओं में से एक है जो मर्यादा और पवित्रता की प्रतीक थीं. किसी को भी यह किरदार देना अनुचित”.
कंप्यूटर बाबा – “पूनम को मंदोदरी नहीं, शूर्पणखा का रोल देना चाहिए… रामलीला सनातन धर्म पर आधारित है, इसका सम्मान जरूरी है”.
कैसे भड़का पूरा विवाद?

19 सितंबर को समिति ने Poonam Pandey को मंदोदरी का रोल दिया… पूनम ने इंस्टाग्राम पर उत्साह जताया और लिखा “नवरात्रि में व्रत रखूंगी… मिलते हैं रामलीला में. जय श्री राम”. रामलीला के लिए Poonam 26 सितंबर को दिल्ली पहुंचकर 29-30 सितंबर को मंच पर हिस्सा लेने वाली थीं. लेकिन उनकी विवादित छवि के चलते VHP, BJP और साधु-संतों ने आपत्ति जताई और मजबूरी में आकर Ramleela समिति को उन्हे बाहर करना पड़ा.

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