
Police Rape With Advocate. मैं जो चाहूं करूंगा. SHO की Lady Advocate को धमकी. बोली – रात 3 बजे तक बिठाए रखा.
Gurugram – Cyber City Gurugram से एक इंसानियत को शर्मसार करने वाली खबर सामने आई है जहां एक रक्षक को ही भक्षक बताया जा रहा है. गुरुग्राम के एक SHO पर तीस हजारी कोर्ट की एक लेडी एडवोकेट ने कई तरह के गंभीर आरोप लगाए हैं. Lady Advocate ने SHO के खिलाफ राजधानी दिल्ली में रेप, उत्पीड़न और अमानवीय व्यवहार की शिकायत दर्ज कराई है. महिला ने कहा कि आरोपी SHO ने उसे पूछताछ के बहाने रात 3 बजे तक थाने में बिठाए रखा. उसने महिला को धमकाया और कहा कि तुम दिल्ली में नहीं, गुड़गांव में खड़ी हो. तुम्हें हमारी ताकत का अंदाज़ा नहीं है… मैं जो चाहूं करूंगा. इसके बाद Lady Advocate की शिकायत पर दिल्ली के सब्जी मंडी थाने में पुलिस ने Zero FIR दर्ज कर ली है. वहीं गुरुग्राम सेक्टर-50 के SHO ने तमाम आरोपों को झूठा करार दिया है. उनका कहना है कि Lady Advocate उन पर झूठे और बेबुनियाद आरोप लगा रही है. उस महिला के खिलाफ गुरुग्राम में एक लेडी कॉन्स्टेबल से मारपीट का केस दर्ज है. जिससे बचने के लिए उसने इस तरह की झूठी कहानी गढ़ी है. ये मामला वाकई काफी गंभीर है क्योंकि इसमें किसी छोटे मोटे अधिकारी पर नहीं बल्कि Haryana Police में कार्यरत SHO लेवल के बड़े अफसर पर संगीन आरोप लगाए गए हैं. लिहाज़ा मामले की गंभीरता को देखते हुए गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर ने जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन किया है जिसकी अगुआई Gurugram Police की ACP (Crime Against Women) सुरेंद्र कौर करेंगी.
Lady Advocate के SHO पर आरोप

- 21 मई को महिला एडवोकेट सेक्टर 51 के महिला थाने में अपने क्लाइंट के साथ गई थी जो अपनी पत्नी के दर्ज कराए मामले में शामिल होने आया था. जांच के बाद जब वे दोनों दिल्ली लौट रहे थे तो एडवोकेट के क्लाइंट की पत्नी ने उनकी कार रोकी और गाली-गलौज की. क्लाइंट की पत्नी ने उनकी कार के शीशे पर पत्थर भी मारा.
- Lady Advocate और उसके क्लाइंट ने 112 नंबर पर पुलिस को कॉल किया. और फिर वे लोग सेक्टर-50 थाने में शिकायत दर्ज करवाने पहुंचे. जब लेडी एडवोकेट का क्लाइंट शिकायत लिख रहा था तो एक महिला कॉन्स्टेबल ने उसे रोकने की कोशिश की. लेकिन जब बतौर एडवोकेट महिला ने उस लेडी कॉन्स्टेबल पर आपत्ति जताई तो वो उसे SHO के कमरे में ले गई.
- लेडी एडवोकेट ने SHO के कमरे में जाकर उन्हे पूरे मामले के बारे में बताया. लेकिन उसकी सुनवाई करने के बजाय SHO ने एडवोकेट को ही धमकाना शुरू कर दिया. Lady Advocate के मुताबिक SHO ने उसे कहा “तुम अभी गुड़गांव में हो, दिल्ली में नहीं. यहां रोजाना 365 वकील आते हैं… मैं तुम्हें वकालत सिखाऊंगा. तुम्हें हमारी ताकत पता नहीं है. मैं जो चाहूंगा करूंगा”.
- इसके बाद SHO ने महिला कॉन्स्टेबल को कमरे से बाहर जाने को कहा और रात 3 बजे तक थाने में बिठा कर रखा. उस दौरान SHO ने, Lady Advocate से न केवल अभद्रता की, बल्कि उसका गंभीर यौन उत्पीड़न भी किया. एडवोकेट के मुताबिक SHO ने अपने पद का गलत इस्तमाल करते हुए उसके साथ शारीरिक और मानसिक रूप से अत्याचार किया.
गुरुग्राम पुलिस के Lady Advocate पर आरोप

- सेक्टर-50 थाने की एक लेडी हेड कॉन्स्टेबल ने अपनी शिकायत दर्ज करते हुए बताया कि 21 मई को सेक्टर 51 के महिला थाने में पति-पत्नी को झगड़े का मामला सामने आया था. जहां फिर से दोनों के बीच झगड़ा हो गया. जिसके बाद मामले की जांच अधिकारी महिला कॉन्स्टेबल दोनों को सेक्टर-50 थाने ले आई. थाने में लेडी कॉन्स्टेबल दोनों से बात ही कर रही थी कि इतने में लेडी एडवोकेट वहां पर आ गई. दोनों पक्षों में वो पति की तरफ से थी. उसने आते ही थाने के अंदर पत्नी को थप्पड़ जड़ दिया.
- ये देखकर लेडी कॉन्स्टेबल ने एडवोकेट को टोका तो Lady Advocate और भड़क गई और उसने थाने में ही लेडी कॉन्स्टेबल को भी थप्पड़ जड़ दिया, उसका गला पकड़ा और धक्का मारा. सारा शोर सुनकर थाने में मौजूद महिला ASI भी मौके पर पहुंचीं. लेकिन लेडी एडवोकेट ने उसके साथ भी बदतमीजी की.
- गुरुग्राम पुलिस की उस लेडी कॉन्स्टेबल के मुताबिक पुलिस थाने में झगड़े की आवाज सुनकर SHO भी मौके पर पहुंचे तो महिला एडवोकेट ने उनपर भी वकील होने का रौब झाड़ा. उसने पुलिस थाना बंद कराने और SHO को उनकी नौकरी खा जाने की धमकी दी. उसने यहां तक कहा कि तुम्हारे जैसे कई पुलिसवालों को वो पहले भी कोर्ट में सबक सिखा चुकी है.
दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा – गुरुग्राम पुलिस प्रवक्ता

अब इस पूरे मामले पर गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता Sandeep Kumar का बयान भी सामने आया है जिन्होने कहा है कि Lady Advocate पर 21 मई को मारपीट और सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया था. इस मामले में Lady Advocate के साथ कुछ और लोगों की संलिप्तता पाई गई थी. मौके पर मौजूद कुछ लोगों को गवाह बनाया गया है. Gurugram Police के मुताबिक मारपीट के मामले में जांच शुरू की गई है. महिला वकील का medical test करवाकर उसे जांच में शामिल किया गया है. पुलिस का कहना है कि ये महिला एडवोकेट पहले भी Tis Hazari Court में एक 62 साल के वकील के खिलाफ छेड़छाड़ का केस दर्ज करवा चुकी है. महिला की इस हरकत से उसके व्यवहार और विश्वसनीयता पर सवाल खड़े होते हैं. संदीप कुमार के मुताबिक जीरो FIR में लगाए गए सभी आरोपों की भी जांच की जाएगी… मगर ऐसा लग रहा है कि सेक्टर-50 थाने में पहले से दर्ज FIR से बचाव के लिए Zero FIR दर्ज करवाई है. दोनों मामलों की निष्पक्ष जांच के लिए SIT गठित की गई है और जल्द ही दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. जो भी निर्दोष होगा उसे सज़ा मिलेगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.