सौजन्य. संसद TV
PM Modi: दुनिया के किसी भी नेता ने भारत को ऑपरेशन रोकने के लिए नहीं कहा
PM Modi On Operation Sindoor
लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले को लेकर गहन चर्चा हुई, इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने अपने संबोधन में विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए स्पष्ट किया कि भारत ने अपनी सैन्य शक्ति और रणनीति के दम पर आतंकवाद के खिलाफ कड़ा कदम उठाया है. उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस दावे को सिरे से खारिज किया, जिसमें ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम में मध्यस्थता का दावा किया था. पीएम मोदी ने कहा, “दुनिया के किसी भी नेता ने भारत को ऑपरेशन रोकने के लिए नहीं कहा.”

ऑपरेशन सिंदूर का पराक्रम
ऑपरेशन सिंदूर, जो 7-8 मई 2025 को शुरू हुआ, पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले का जवाब था, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक मारे गए थे. भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए. पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय सेना को पूरी स्वतंत्रता दी गई थी कि वे कब, कहां और कैसे कार्रवाई करें. उन्होंने जोर देकर कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवादियों और उनके आकाओं को करारा सबक सिखाया, जिससे उनकी नींद उड़ गई है.
विपक्ष पर निशाना और कांग्रेस की आलोचना
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस और विपक्षी दलों पर पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि विपक्ष ने इस मुद्दे पर पाकिस्तान का प्रचार किया और भारतीय सेना के मनोबल को कमजोर करने की कोशिश की. कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने सरकार पर सुरक्षा एजेंसियों की नाकामी का आरोप लगाया और पूछा कि पहलगाम हमले के समय कोई सुरक्षाकर्मी मौके पर क्यों नहीं था. जवाब में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि बाहरी ताकतों के साथ गठजोड़ करने वाले विपक्षी सांसदों को शर्मिंदगी उठानी पड़ेगी.

युद्धविराम पर सवाल और जवाब
विपक्ष ने युद्धविराम के पीछे की परिस्थितियों पर सवाल उठाए. नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने दावा किया कि ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने के 30 मिनट के भीतर ही युद्धविराम हो गया, जो सरकार की इच्छाशक्ति की कमी को दर्शाता है. इसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारी नुकसान के बाद युद्धविराम की गुहार लगाई थी. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर को किसी बाहरी दबाव में नहीं रोका गया, बल्कि इसके उद्देश्य पूरे होने के बाद इसे रोका गया.
PM Modi का संकल्प, आतंकियों की खैर नहीं
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत की माताओं, बहनों और बेटियों के सम्मान की रक्षा का प्रतीक है. उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि अगर वो आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सकता, तो भारत उसकी मदद करने को तैयार है. साथ ही, उन्होंने ये भी कहा कि भारत किसी भी तरह की “परमाणु ब्लैकमेल” को बर्दाश्त नहीं करेगा.
भारत की सैन्य ताकत का प्रदर्शन
ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल भारत की सैन्य ताकत का प्रदर्शन किया, बल्कि वैश्विक मंच पर आतंकवाद के खिलाफ भारत के दृढ़ संकल्प को भी रेखांकित किया. संसद में हुई इस चर्चा ने एक बार फिर साबित किया कि भारत अपनी सुरक्षा और सम्मान के साथ कोई समझौता नहीं करेगा.
