दिल्ली से कुर्सी खिसकते ही AAP ने शुरू किया नया तमाशा- श्रुति चौधरी
New Delhi : हरियाणा-पंजाब के बीच जल विवाद गहराता जा रहा है और अब लगता है इस मामले में जल्द ही Supreme Court की भी एंट्री हो सकती है. दरअसल ख़बर मिल रही है कि पंजाब सरकार की तरफ से हरियाणा जाने वाला Bhakra Dam का पानी रोकने को लेकर हरियाणा सरकार अब सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाने वाली है. 2 May को दिल्ली में Bhakra Beas Management Board यानि BBMB के अधिकारियों की Punjab और Haryana के मुख्य सचिवों से मीटिंग हुई है लेकिन उसमें भी पानी देने को लेकर कोई सहमति नहीं बन पाई है. मीटिंग में पंजाब अपना वही पुराना 4 हजार क्यूसेक पानी देने वाला राग अलापता रहा जबकि हरियाणा की मांग 8500 क्यूसेक पानी की है.
मीटिंग के बाद हरियाणा सरकार में मंत्री Shruti Choudhary का बयान सामने आया है जिन्होने कहा है कि अपने पानी के हक के लिए हमें Supreme Court जाना पड़ेगा. हम पंजाब की मनमानियों को लकर SC में याचिका दायर करेंगे और कोशिश करेंगे कि जल्द से जल्द कोर्ट इस मामले पर फैसला करे. श्रुति चौधरी के बयान से पहले दिल्ली में ही केंद्रीय गृह मंत्रालय की Punjab, Haryana, Himachal और Rajasthan के अधिकारियों से मीटिंग हुई थी. जिसमें Union Home Secretary Govind Mohan ने पंजाब और हरियाणा को इस मामले में जिद छोड़ने की सलाह दी और हरियाणा को पानी की जरूरत को लेकर BBMB के पास तर्क पेश करने को कहा.
वहीं पंजाब की Aam Aadmi Party सरकार ने भी शुक्रवार को चंडीगढ़ स्थित Punjab Bhawan में 2 घंटे तक all party meeting की. मीटिंग के लिए सभी पार्टी के अध्यक्षों को न्योता दिया गया था लेकिन वहां सिर्फ Punjab BJP के अध्यक्ष Sunil Jakhar ही पहुंचे. Congress और SAD ने वहां अपने प्रतिनिधि ही भेजे… मीटिंग के बाद एक Joint PC भी की गई. ऑल पार्टी मीटिंग के बाद पंजाब CM Bhagwant Mann ने कहा कि “सभी दलों ने सरकार का साथ देने की हां कर दी है. ये सब राजनीति से ऊपर उठकर पंजाब के फैसले के साथ हैं. मीटिंड में PM Modi से मिलने का सुझाव आया है जिसपर सोमवार को विधानसभा के स्पेशल सेशन में चर्चा होगी”.
वहीं पंजाब बीजेपी के अध्यक्ष सुनील जाखड़ का कहना था कि “हमारे पास एक भी बूंद पानी नहीं है. पहले ही हम मानवता के आधार पर Haryana को 4 हजार क्यूसिक पानी दे रहे हैं, जिस पर किसी भी पार्टी ने सवाल नहीं उठाया. मगर पंजाबी धक्का बर्दाश्त नहीं करते. मैं और मेरी पार्टी पंजाब के साथ हैं. पड़ोसी मुल्क Pakistan तो हमें पहले ही बांटने की कोशिश कर रहा है, ऐसे में इस मामले को जल्द निपटाया जाना चाहिए”. जाखड़ ने कहा कि दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों को इस मामले में उचित फैसला लेना चाहिए.
वहीं हरियाणा की जल संसाधन एवं सिंचाई मंत्री Shruti Choudhary ने इस मामले में एक नया एंगल सामने रखते हुए पंजाब सरकार पर ये आरोप लगाया कि “दिल्ली में जब AAP की सरकार थी, तब तक पंजाब सरकार ने पानी रोकने की जुर्रत नहीं की. अब जब दिल्ली से सरकार खिसक गई तो आम आदमी पार्टी ऐसा तमाशा कर रही है”.
आपको बता दें करीब 15 दिन पहले पंजाब सरकार ने भाखड़ा नहर से हरियाणा को मिलने वाले साढ़े 8 हजार क्यूसिक पानी को घटाकर 4 हजार क्यूसिक कर दिया. ऐसे करने के पीछे Punjab CM Mann ने कहा था “हरियाणा अपने कोटे का पानी मार्च में ही खत्म कर चुका है. हम 4 हजार क्यूसिक पानी भी मानवता के आधार पर दे रहे हैं”. वहीं Haryana CM Nayab Singh Saini ने मान सरकार के फैसले को अनुचित बताते हुए उन्हे इस पर फिर से विचार करने की सलाह दी थी, जिसे पंजाब सरकार ने सिरे से खारिज कर दिया.
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