
Pakistan Terrorism Support
भारत की Global Diplomacy से पाकिस्तान की हालत पतली’। आतंक की फैक्ट्री ध्वस्त। Pakistan Terrorism Support पर मचा अंतरराष्ट्रीय बवाल!
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की एक के बाद एक कार्रवाई ने पाकिस्तान की नींद उड़ा दी है। आलम यह है कि मियां शहबाज़ और जनरल मुनीर को अब सपनों में भी हिंदुस्तान की सेना और फाइटर जेट्स दिखाई देते हैं। दरअसल, ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने पाकिस्तान की ऐसी कमर तोड़ी है कि वह कराह उठा है। भारत अब पाकिस्तान को सिर्फ़ बुलेट से नहीं, बल्कि डिप्लोमेसी के ज़रिए भी निशाने पर ले रहा है। वह दुनिया को साफ़-साफ़ बता रहा है कि किस तरह पाकिस्तान आतंकवाद को पालकर (Pakistan Terrorism Support) पूरे विश्व के लिए ख़तरा बन चुका है। भारत की इस ताबड़तोड़ कार्रवाई से पाकिस्तान की पूरी हवा टाइट हो गई है। सवाल यह है कि भारत कैसे दुनिया भर में पाकिस्तान की बैंड बजा रहा है — आइए आपको विस्तार से बताते हैं।

दिल्ली:ऑपरेशन सिंदूर ने 7 मई 2025 को पहलगाम हमले का ऐसा जवाब दिया कि पाकिस्तान की आतंकी फैक्ट्री की नींव हिल गई! भारत ने न सिर्फ लश्कर, जैश और हिजबुल के नौ ठिकानों को धूल चटाई, बल्कि Global Diplomacy की ताकत से पाकिस्तान को दुनिया के सामने नंगा कर दिया। सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जापान और सिंगापुर जैसे देशों में जाकर पाकिस्तान की आतंकी करतूतों का कच्चा चिट्ठा खोल रहा है। दुनिया को ये बात रहा है कि, Pakistan Terrorism Support कोई झूठी कहानी नहीं, बल्कि खून से लथपथ हकीकत है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 30 मिनट में पाकिस्तान को ऑपरेशन की खबर देकर दिखा दिया कि भारत न सिर्फ जंग में, बल्कि कूटनीति में भी बाजी मारता है। यह Global Diplomacy का वो तमाचा है, जो पाकिस्तान को वैश्विक मंच पर बे-आबरू कर रहा है। अब देखना ये है कि क्या पाकिस्तान की हिम्मत बची है या सिर्फ रोना-धोना बाकी है! भारत की इस कोशिश का मकसद आतंक की जड़ों पर आखिरी चोट करने की है।
💥 क्या पाकिस्तान पर लगेगा ‘आतंक का ठप्पा’? भारत के सबूतों से कांप रहे हैं वैश्विक मंच!
भारत ने अब पाकिस्तान को बेनकाब करने का ऐसा डेटा बम फोड़ा है, जिससे United Nations से लेकर FATF तक में खलबली मच गई है। अब सवाल ये नहीं कि Pakistan Terrorism Support है या नहीं, बल्कि ये है कि इसे आधिकारिक आतंक समर्थक घोषित कब किया जाएगा। भारत ने जो खुफिया दस्तावेज पेश किए हैं, उनमें लश्कर, जैश और ISI की सीधी भागीदारी दिख रही है। अगर दुनिया आंख मूंदे बैठी रही, तो भारत साफ कर चुका है—या तो पाकिस्तान को घेरो या फिर उसकी राह पर चलने वालों को भी सबक सिखाओ।
पाकिस्तान को आतंकी तमगा: Global Diplomacy में भारत का दबदबा
💥 IMF और वर्ल्ड बैंक की मदद अब दूर की कौड़ी? Pakistan Terrorism Support पर भारत का अगला वार
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था ICU में पड़ी है और भारत अब उसे वेंटिलेटर भी हटाने पर तुला है। IMF और World Bank से मिलने वाली मदद को भारत ने Pakistan Terrorism Support से सीधा जोड़ दिया है । दुनिया से भारत ने साफ कह दिया—जो देश आतंक की खेती करे, उसे रोटी पानी मत दो। यदि भारत की इस मुहिम को वैश्विक समर्थन मिला (जो अब दिख रहा है), तो पाकिस्तान की कर्ज पर टिके हुए अर्थतंत्र को भरभरा कर गिरने में देर नहीं लगेगी। भारत अब सिर्फ सीमा पर नहीं, वित्तीय मैदान में भी मोर्चा खोल चुका है। हालांकि अमेरिका का दोमुंहा रवैया और चीन की दोस्ती पाकिस्तान को बचा सकती है, लेकिन भारत की Global Diplomacy ने दबाव इतना बढ़ा दिया है कि पाकिस्तान की हालत खस्ता हो चली है। अब सवाल ये है कि क्या विश्व बैंक पाकिस्तान को और लोन देगा या उसकी आर्थिक कमर तोड़ देगा?
💥 अब चीन-तुर्की-अजरबैजान भी सोच में! Pakistan Terrorism Support से जुड़ाव की कीमत भारी पड़ेगी
पाकिस्तान के चमचे—चीन, तुर्की और अजरबैजान—को भारत की Global Diplomacy ने ऐसा झटका दिया कि उनकी बोलती बंद हो गई। चीन, जो पाकिस्तान को 80% हथियार देता है, और तुर्की, जो ड्रोन और प्रचार में उसका साथी है, अब भारत के कूटनीतिक हमले के सामने पसीना बहा रहे हैं। भारत ने 14 देशों—अमेरिका, इजरायल, सिंगापुर, फ्रांस—का समर्थन जुटाकर दिखा दिया कि आतंकवाद के खिलाफ दुनिया भारत के साथ है। तुर्की का टीआरटी वर्ल्ड और चीन का ग्लोबल टाइम्स भले ही भारत के खिलाफ जहर उगलें, लेकिन भारत की Global Diplomacy ने इनके प्रचार को धो डाला। ईरान जैसे देश, जो भारत के साथ दोस्ती निभाते हैं, उन्होंने भी पाकिस्तान को ठेंगा दिखाया। अब ये तीनों देश सोच में पड़ गए हैं कि पाकिस्तान का साथ देकर क्या उनकी अपनी साख दांव पर लगेगी?

दरअसल भारत अब सिर्फ पाकिस्तान को ही नहीं, उसके साथ खड़े रहने वालों को भी चेतावनी दे रहा है। चीन, तुर्की और अजरबैजान को भारत ने बड़ा संदेश भेजा है—अब अगर तुम उसके साथ हो, तो मतलब तुम भी आतंक के हिस्सेदार हो। चीन के लिए ये डिप्लोमैटिक प्रेशर उसकी कमर तोड़ सकता है क्योंकि उसकी वैश्विक छवि और व्यापारिक हित दांव पर हैं। तुर्की और अजरबैजान को भी दो टूक कहा गया है—या तो शांति का साथ दो, या आतंक के साथ मरो। भारत का यह नया अवतार अब किसी को भी बख्शने के मूड में नहीं है।
💥 कौन-कौन खड़ा होगा भारत के साथ? Pakistan Terrorism Support पर बन रहा है नया विश्व गठबंधन
अमेरिका, फ्रांस, इज़राइल, जापान और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश पहले ही भारत के पक्ष में खुलकर आ गए हैं। ASEAN देशों में भी हलचल है, और वियतनाम, थाईलैंड, इंडोनेशिया जैसे देश अब खुलकर कहने लगे हैं—भारत सही कह रहा है। भारत की रणनीति यह है कि एक ऐसा “Anti-Terror Bloc” बने, जो किसी भी Pakistan Terrorism Support को उसी की भाषा में जवाब दे सके। UN, G20, BRICS जैसे मंच अब भारत की आतंक विरोधी डिप्लोमेसी के केंद्र बनते जा रहे हैं। दुनिया अब भारत के साथ खड़ी हो रही है—खुलकर, मजबूती से और बिना किसी मुरव्वत के।

Global Diplomacy से भारत का दबदबा, Pakistan Terrorism Support की निकली हवा
It must be in all the states