
Pakistan is modernizing nuclear weapons with the help of china
“DIA रिपोर्ट 2025: भारत के दो बड़े दुश्मन चीन और Pakistan मिलकर उसके खिलाफ बड़ी साजिश रच रहे हैं। ऐसी साजिश जिससे भारत को सावधान रहने की जरूरत है। चीन और Pakistan की ये साजिश तबाही लाने वाली है। दरअसल भारत के ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान बौखला गया है। और चीन के साथ मिलकर अपनी सैन्य ताकत को तेजी से बढ़ा रहा है। खासकर अपने परमाणु कार्यक्रम के आधुनिकीकरण पर पाकिस्तान का विशेष ध्यान है। Pakistan के इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाने में चीन खासी मदद कर रहा है।

नई दिल्ली: Pakistan-भारत के मुकाबले खड़ा होने के लिए अपनी सैन्य ताकत में इजाफा कर रहा है। पाकिस्तान के इस नापाक मंसूबे को पूरा करने में तुर्की और चीन खासा मदद कर रहे हैं। यहां तक तो ठीक है, लेकिन DIA 2025 की जो रिपोर्ट सामने आई है, उसमें चौकाने वाले खुलासे हुए हैं। दरअसल दुनिया की सुरक्षा पर नजर रखने वाली अमेरिका की डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी यानि DIA ने 2025 की अपनी ताजा Global Threat Assessment Report जारी की है। अमेरिका की इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि, पाकिस्तान अपने परमाणु शस्त्रागार का तेजी से आधुनिकीकरण कर रहा है, और इसमें उसे अपने करीबी चीन जैसे विदेशी साझेदारों से निरंतर मदद मिल रही है।

भारत के खिलाफ Pakistan को तैयार कर रहा चीन
दुनिया जानती है कि, चीन-Pakistan को भारत के खिलाफ खड़ा करने के लिए मजबूत कर रहा है। पाकिस्तान की सैन्य ताकत बढ़ा रहा है। उसे हर वो संभव मदद दे रहा है, जिससे Pakistan-भारत से मुकाबला कर सके। भारत भी चीन की इस चाल को भली-भांति समझ रहा है। लिहाजा हिंदुस्तान भी अपनी सैन्य ताकत को तेजी से बढ़ा रहा है। इसी कड़ी में भारत अपना एयर डिफेंस सिस्टम और बेहतर करने पर काम कर रहा है। खासकर वायुसेना इसके लिए एक बड़ा ब्लू प्रिंट तैयार कर रही है। वायुसेना के इस ब्लू प्रिंट में एयर डिफेंस सिस्टम को आधुनिक बनाने पर जोर दिया गया है। भारत की इस तकनीक को अमेरिका और इजरायल के एयर डिफेंस सिस्टम से भी बेहतर बताया जा रहा है।
Pakistan की मंशा हो रही उजागर
जहां तक पाकिस्तान के परमाणु हथियारों के आधुनिकीकरण का सवाल है, तो इसके पीछे छिपे पाकिस्तान और चीन के नापाक इरादों को भारत समझ रहा है। और उसी हिसाब से अपनी सैन्य ताकत को बढ़ा रहा है। जहां तक DIA 2025 की रिपोर्ट का सवाल है, तो उसके कुछ खास बिंदुओं से आपको अवगत करा देते हैं।
DIA रिपोर्ट के खास बिंदु क्या?📌
1-पाकिस्तान उन्नत परमाणु हथियारों और वितरण प्रणालियों पर खासा ध्यान दे रहा है। जिसमें मिसाइल और पनडुब्बी आधारित प्रणाली मेन हैं।
2-पाकिस्तान अपने सामरिक और रणनीतिक परमाणु बलों को आधुनिक बना रहा है।
3-रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान की सैन्य योजना भारत से लगी सीमाओं पर तनाव बनाए रखने और अपनी स्थिति मजबूत करने पर केंद्रित है। पाकिस्तान के इस नापाक इरादे में चीन उसकी पूरी मदद कर रहा है।
4- चीन पाकिस्तान को सीमा पर अपनी ताकत बढ़ाने के लिए जरूरी उपकरण, रडार और मिसाइल भी मुहैया करा रहा है।
5- रिपोर्ट में सबसे खास बिंदु ये है कि, पाकिस्तान सीमित क्षेत्र के इस्तेमाल के लिए बैटलफील्ड परमाणु हथियार भी विकसित कर रहा है। ऐसे हथियार सीमा पर होने वाले संघर्षों के लिए घातक साबित हो सकते हैं।
📌 सबसे खास बात
DIA की इस रिपोर्ट से आप समझ सकते हैं कि, चीन किस तरह पाकिस्तान को भारत के खिलाफ एक घातक हथियार के रूप में तैयार कर रहा है। इधर पाकिस्तान के हथियारों को आधुनिक बनाने में चीन के अलावा कई और देश जैसे तुर्की, हांगकांग, सिंगापुर से भी परोक्ष रूप से मदद मिल रही है।
पाकिस्तान-चीन का सैन्य गठजोड़ क्यों है चिंताजनक?
जैसा कि हम जानते हैं, हिंदुस्तान का चीन से सीमा को लेकर विवाद है। इधर पाकिस्तान भी कश्मीर को लेकर भारत में आतंकी गतिविधियां कराता रहता है। ऐसे में अगर ये दोनों देश साथ मिल जाते हैं, और इनका राजनीतिक और सैन्य गठबंधन मजबूत होता है, तो ये भारत के लिहाज से ठीक नहीं होगा। जानकारों का कहना है कि, पाकिस्तान की यह परमाणु नीति केवल “डिटरेंस” तक सीमित नहीं रह गई है, बल्कि अब वह रणनीतिक आक्रामकता की दिशा में बढ़ रही है।
भारत को क्या करने की है जरूरत?
DIA की इस रिपोर्ट ये भी कहा गया है कि, Pakistan-भारत को अपने लिए बड़ा खतरा मानता है,लिहाजा वो भारत के खिलाफ अपने को मजबूत कर रहा है। यही नहीं ईरान और अफगानिस्तान से भी पाकिस्तान अपने संबंधों को सुधार रहा है। जिससे कि, जरूरत पड़ने पर उसके साथ ये देश भी खड़ा हो सकें। ऐसे में सवाल उठता है कि, भारत के पास क्या विकल्प है। वो कैसे पाकिस्तान के इन नापाक इरादों का जवाब दे सकता है। तो बता दें कि, भारत के पास पहले से ही सुदृढ़ परमाणु नीति और तीन स्तरीय परमाणु प्रतिरोध क्षमता है। इसके साथ ही भारत अपना रक्षा बजट कई गुना बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। स्वदेशी हथियारों के साथ मिसाइल तकनीक को भी उन्नत करने पर जोर दे रहा है, लेकिन भारत को पाकिस्तान की इस नीति को देखते हुए अपनी गुप्तचर एजेंसियों, साइबर रक्षा प्रणाली, और सुरक्षा साझेदारियों को और अधिक मजबूती देनी होगी।