 
                  Pakistan Cyber Attack Haryana – हरियाणा की Operational Sites पर किए थे कई साइबर हमले. मुश्किल से हुआ बचाव, लगे थे 10 घंटे के बिजली कट.
Chandigarh : Pahalgam Attack के बाद 26 मासूम लोगों की मौत का बदला लेने के लिए भारत ने Operation Sindoor किया और नापाक पाकिस्तान के आतंकी अड्डों पर हमला करके उसे सारी दुनिया के आगे बेनकाब कर दिया. लेकिन Pakistan कहां चुप बैठने वाला था. हमेशा से पीठ पीछे वार करने वाले पाकिस्तान ने फिर से कुछ कायराना हरकतों को अंजाम दिया और भारत के कई राज्यों में Cyber Attack की कोशिश की. उसी दौरान पाकिस्तान ने हरियाणा बिजली निगम की Operational Sites पर भी लगातार कई साइबर हमले किए. जिसके बाद हरियाणा में 10-10 घंटे तक के बिजली के कट लगाने पड़े. Pakistani Cyber Attack की वजह से 3 से 4 दिन तक हरियाणा में बिजली निगम का सर्वर बाधित रहा. हालांकि बिजली निगम ने पूरा नेटवर्क फेल होने से बचा लिया था लेकिन अधिकारियों को अचानक आई इस आफत का हल ढूंढने में कई दिन लगे. साथ ही ये जानकारी किसी भी तरह से लीक ना हो इसके लिए बिजली निगम के अधिकारियों को सख्त हिदायत दी गई थी.
Pakistan Cyber Attack का कैसे हुआ खुलासा?

Operation Sindoor के बाद हुए उस साइबर अटैक का खुलासा अब चंडीगढ में हुआ है. उत्तरी भारत के ऊर्जा मंत्रियों के सम्मेलन में Haryana Electricity Corporation के अफसरों ने केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर को इसकी पूरी जानकारी दी. हरियाणा ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अपूर्व कुमार ने Minister Manohar Lal को बताया गया कि Pakistani Hackers ने 14 मई को हरियाणा की दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम और उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम की Operational Website को निशाना बनाया था. उन्होने साइट्स पर लगातार हमले किए थे जिससे हरियाणा में 10-10 घंटे तक के बिजली के कट लगे और बिजली निगम का सर्वर बाधित हो गया. सारी बात सुनने के बाद Manohar Lal ने साइबर हमले रोकने के लिए ठोस रणनीति बनाने के संकेत दिए.
कैसे हुआ साइबर हमलों से बचाव?

बिजली निगम से जुड़े लोगों की मानें तो Pakistani Hackers पूरे सिस्टम को फेल करने की कोशिश की थी. DHBVN के एक आईटी अधिकारी ने बताया कि हैकर्स ने कंज्यूमर से जुड़े फीचर्स और इंटरनल सैलरी फीचर के साथ छेड़छाड़ की थी. इसकी वजह से करीब एक सप्ताह के लिए पब्लिक सर्विस बाधित हुई थी और काफी परेशानी आई थी. इसके बाद साइबर हमलों को रोकने के लिए एक additional protective cover के रूप में वेब एप्लिकेशन फॉयरवाल यानि WAF इंस्टॉल किया गया. ये एक safety equipment है जो साइबर खतरों से बचाता है. ये वेब एप्लिकेशन से आने-जाने वाले डेटा पैकेट की निगरानी, फिल्टरिंग और अवरोध पैदा करता है जिससे उन्हें साइबर खतरों से बचाया जा सके. इसके अलावा बिजली निगम के एक्सपर्ट ने बताया कि बिजली सप्लाई सिस्टम को मैन्युअल बनाया हुआ है ताकि हैकर्स इससे छेड़छाड़ न कर सकें. हां वो लोग वेबसाइट को हैक करके थोड़ी परेशानी जरूर बढ़ा सकते हैं मगर सरकार इससे निपटने के लिए काम कर रही है.
सम्मेलन में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई
चंडीगढ में हुए उत्तरी भारत के ऊर्जा मंत्रियों के सम्मेलन में Union Energy Minister Manohar Lal ने कहा कि ऐसे साइबर हमलों को रोकने के लिए ठोस साइबर सुरक्षा नीति बनाने की जरूरत है. हम इस पर काम कर रहे हैं. बैठक में मौजूद अतिरिक्त मुख्य सचिव ने मनोहर लाल को जानकारी दी कि सारे Web applications की security audit का काम शुरू किया जा चुका है. सेवाओं में किसी भी रुकावट ना आए इसके लिए Effective Disaster Recovery Centers बनाए जा रहे हैं. इसके अलावा बैठक में Intra-state transmission network, Progress of projects under construction, Functioning of distribution companies, Financial position और Cyber security जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हुई.

 
         
         
        