 
                  PM Modi-Trump की एक Phone Call ने Pakistan की नींद उड़ाई ! ज
PM Modi-Trump Phone Call News
PM Modi-Trump की Phone call की इस वक्त पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है, तो दूसरी तरफ Pakistan में इस ख़बर को सुनने के बाद आतंकियों के होश उड़ गए हैं, दरअसल PM Modi और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बीच फोन कॉल पर कुछ ऐसी बातचीत हुई, जिसने पूरी दुनिया को पाकिस्तान के मसले पर भारत के संभावित कदम की सटीक और स्पष्ट जानकारी दे दी है.
PM Modi-Trump के बीच क्या बात हुई ?
PM Modi-Trump की बातचीत में पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है और इस मुद्दे पर किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता को भारत कभी स्वीकार नहीं करेगा। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने पत्रकारों को बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में पूछा था. पीएम मोदी ने ट्रंप को बताया कि भारत की कार्रवाई संतुलित और लक्षित थी, जिसका उद्देश्य केवल पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद आतंकी ठिकानों को नष्ट करना था। PM Modi ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान के साथ भविष्य में कोई भी बातचीत सिर्फ आतंकवाद और PoK पर केंद्रित होगी, PM Modi ने राष्ट्र के नाम संबोधन में भी इसी बात का ज़िक्र किया था

मध्यस्थता और व्यापार समझौते की अफवाहों का खंडन
ट्रंप ने पहले कई बार दावा किया था कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच ऑपरेशन सिंदूर के बाद युद्धविराम में मध्यस्थता की थी। भारत ने इन दावों को सिरे से खारिज कर दिया। विदेश सचिव मिस्री ने स्पष्ट किया कि न तो मध्यस्थता की कोई बात हुई और न ही भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर कोई चर्चा हुई। युद्धविराम पाकिस्तान के अनुरोध पर हुआ, जो भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच मौजूदा संपर्क चैनलों के माध्यम से हुआ।

कॉल की टाइमिंग है अहम
ये फोन कॉल ऐसे समय पर हुई जब ट्रंप और पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल सैयद असीम मुनीर की व्हाइट हाउस में मुलाकात तय थी। ये बैठक पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव, विशेषकर ईरान और इज़राइल के बीच युद्ध की आशंकाओं के बीच रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण थी। अमेरिका पाकिस्तान को क्षेत्रीय सहयोगी के रूप में देखता है और इस क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश में है। इस संदर्भ में, मोदी-ट्रंप की बातचीत ने भारत की स्वतंत्र और संप्रभु नीति को और मजबूती से पेश किया।
अमेरिका दौरे का न्योता ठुकराया, QUAD में आमंत्रण
बातचीत के दौरान ट्रंप ने पीएम मोदी को जी-7 के बाद अमेरिका आने का निमंत्रण दिया, जिसे मोदी ने अपने पूर्व-निर्धारित कार्यक्रमों का हवाला देकर विनम्रता से अस्वीकार कर दिया। इसके बजाय, पीएम मोदी ने ट्रंप को भारत में होने वाले QUAD सम्मेलन में आमंत्रित किया। ट्रंप ने इस निमंत्रण को स्वीकार तो किया, लेकिन उनके आने की पुष्टि नहीं हुई। ये कदम भारत की कूटनीतिक रणनीति को दर्शाता है, जो क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के साथ-साथ अपनी स्वतंत्रता को प्राथमिकता देता है।

मोदी-ट्रंप की फोन कॉल ने भारत की विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता को एक बार फिर स्पष्ट किया है। कश्मीर पर किसी भी बाहरी हस्तक्षेप को नकारते हुए, भारत ने स्पष्ट किया कि उसकी प्राथमिकता आतंकवाद से लड़ना और अपनी क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखना है। ये बातचीत न केवल भारत-अमेरिका संबंधों के लिए महत्वपूर्ण थी, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की स्वतंत्र और आत्मविश्वास से भरी छवि को भी मजबूत करती है।
आतंकवाद पर भारत की स्पष्ट नीति
आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस और राष्ट्रीय संप्रभुता से कोई समझौता नहीं। PM मोदी-ट्रंप के बीच हुई बातचीत विश्व समुदाय को ये संदेश देती है कि भारत अपनी सुरक्षा और हितों के लिए स्वतंत्र रूप से निर्णय लेने में सक्षम है।

 
         
         
         
         
        