
Night Blood Survey in Raebareli
फाइलेरिया की रोकथाम को लेकर जागरूकता अभियान तेज, राही ब्लॉक में चला रात 10 बजे तक सर्वे शिविर

लोकेशन-रायबरेली, संवाददाता-महेश त्रिवेदी
रायबरेली। “Night Blood Survey in Raebareli“: राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत रायबरेली के 15 ब्लॉकों में 2 से 7 जून तक “Night Blood Survey “ चलाया जा रहा है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य माइक्रोफाइलेरिया की दर जानना और संभावित संक्रमित क्षेत्रों की पहचान करना है।
इसी क्रम में मंगलवार देर रात 10 बजे तक विशेष शिविर लगाया गया। इस शिविर में 75 लोगों के रक्त के नमूने लिए गए, जिससे संक्रमण की दर और परजीवियों की मौजूदगी का आंकलन किया जा सके।
👨⚕️ राही ब्लॉक में सक्रिय रहा मेडिकल अमला और पीएसपी
“Night Blood Survey in Raebareli” :शिविर को सफल बनाने में Patient Stakeholder Platform (PSP) के सदस्यों का विशेष योगदान रहा। सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (CHO), कोटेदार, आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और फाइलेरिया पीड़ितों के सहयोग से स्थानीय लोगों को जागरूक किया गया, और जांच के लिए प्रेरित किया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नवीन चंद्रा ने khabrilal.digitalबताया कि जनपद के प्रत्येक ब्लॉक और अर्बन आरआई यूनिट में दो जगह चुने गए हैं—एक रैंडम और दूसरा वह इलाका जहाँ पहले अधिक फाइलेरिया के मामले सामने आए हों या संक्रमण के लिए अनुकूल पर्यावरण मौजूद हो।
🌙 फाइलेरिया की जांच रात में क्यों?
“Night Blood Survey in Raebareli” :CMO ने बताया कि फाइलेरिया का परजीवी (माइक्रोफाइलेरिया) रात में अधिक सक्रिय होता है, इसलिए इसका पता लगाने के लिए “Night Blood Survey जैसे अभियान की जरूरत होती है। रक्त सैंपल की स्लाइड बनाकर जांच की जाती है, जिससे यह तय किया जा सके कि किस इलाके में संक्रमण फैला हुआ है।
यदि किसी इलाके में अधिक केस मिलते हैं तो वहां सर्वजन दवा सेवन (IDA) अभियान चलाया जाएगा, जिसके तहत सभी लोगों को फाइलेरियारोधी दवाएं दी जाएंगी।
🧫 पहले दिन 793 स्लाइड तैयार
जिला स्वास्थ्य शिक्षा और सूचना अधिकारी डी.एस. अस्थाना ने बताया कि पहले दिन पूरे जनपद में कुल 793 रक्त स्लाइड तैयार की गईं। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया का कोई स्थाई इलाज नहीं है, लेकिन शुरुआत में इसकी पहचान कर उचित देखभाल की जाए तो इसका प्रबंधन संभव है।
📢 बचाव ही सबसे बड़ा उपाय
विशेषज्ञों ने लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि IDA के तहत दी जाने वाली दवाएं जरूर लें और मच्छरों से बचाव करें, क्योंकि यही इस बीमारी से बचने का सबसे सरल और प्रभावी उपाय है। अगर आप भी रायबरेली के रहने वाले हैं, और आपको भी फाइलेरिया होने की आशंका लग रही है, तो फौरन खून के नमूनों की जांच करवायें।